कई किताबें लिख चुके मानव कौल ने अपनी किसी किताब में लिखा है कि यह दुनिया वैसी नहीं रहेगी जैसे यह दिख रही है। सो मेरे पक्षियों, तैयारी कर लो कुछ और होने की। दुनिया हर रोज बदलती जा रही है। जैसा आज है वैसा कल नहीं रहेगा और जैसा कल था, आज नहीं है। इस पुराने की खोज में पहाड़ों में जाते हैं। पहाड़ों में जाकर सब कुछ धीमा हो जाता है। पहाड़ शांत चुप खड़े रहते हैं। कई बार पहाड़ों में हम ऐसी जगह पर पहुँच जाते थे, जहाँ आकर लगता है कि हमें यहाँ बहुत पहले आ जाना चाहिए था। उत्तराखंड की ऐसी ही जादुई और खूबसूरत जगह है, शीतलाखेत।
शीतलाखेत उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल का एक सुंदर-सा हिल स्टेशन है। शीतलाखेत रानीखेत से सिर्फ 30 किमी. की दूरी पर है। शीतलाखेत उत्तराखंड की उन जगहों में से एक है जिनके बारे में बहुत कम लोगों को पता है। इस हिल स्टेशन से दूर-दूर तक पर्वत श्रंखला का विहंगम दृश्य दिखाई देता है। इसके अलावा यहाँ का घन जंगल इस हिल स्टेशन की खूबसूरती को बढ़ा देता है। नजारे इतने शानदार कि आपको यहाँ से लौटने का मन नहीं करेगा।
1. स्याही देवी मंदिर
शीतलाखेत में ऊँचाई पर स्थित स्याही देवी हिल है। इसी पहाड़ पर स्याही देवी मंदिर है। स्थानीय लोगों के लिए ये जगह काफी पवित्र है। अगर आपको एडवेंचर पसंद है तो इस मंदिर तक की हाइक आपको जरूर पसंद आएगी। चीड़ और देवदार के खूबसूरत जंगलों से होते हुए आप मंदिर तक पहुंचेंगे। जब आप ऊँचाई से चारों तरफ का नजारा देखोगे तो दिल खुश हो जाएगा। कहा जाता है कि ये मंदिर वही जगह है जहां स्वामी विवेकानंद ने हिमालय यात्रा के दौरान ध्यान किया था।
2. बर्ड वॉचिंग
शीतलाखेत अपने शानदार जंगलों के लिए जाना जाता है। अगर आपन प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको ये जगह जरूर पसंद आएगी। बर्ड वाचिंग करने वालों कें लिए ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं है। इन जंगलों में दुर्लभ हिमालयी पक्षी पाये जाते हैं। ये पक्षी शायद ही आपको कहीं और देखने को मिलें। शीतलाखेत आएं तो इस शांज जगह पर बर्ड वाचिंग जरूर करें।
3. खूबसूरत नजारे
शीतलाखेत अपने खूबसूरत नजारों के लिए जाना जाता है। यहाँ आकर आप अपनी सारी परेशानी भूल जाएंगे। ये पहाड़ आपको हर मोड़ पर एक नई जगह से रूबरू कराएंगे। शीतलाखेत समुद्र तल से लगभग 7,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। आप चलते-चलते ही इस हिल स्टेशन को अच्छे-से देख सकते हैं। यहाँ से आपको हिमालय की नंदा देवी, चौखंभा और नेपाल की भी कई पहाड़ देखने को मिलेंगे। ऐसी जगह पर हर घूमने वाला जाना चाहता है। आप एक बार इस हिल स्टेशन को एक्सप्लोर करने का प्लान जरूर बनाएं।
4. रानीखेत की यात्रा
शीतलाखेत जाएं तो अपनी यात्रा में रानीखेत को भी शामिल करें। शीतलाखेत से रानीखेत सिर्फ 30 किमी. की दूरी पर है। शीतलाखेत घूमने के बाद रानीखेत को भी एक्सप्लोर किया जा सकता है। रानीखेत उत्तराखंड की उन जगहों में से एक है जहाँ आप किसी भी सीजन में आ सकते हैं। यहाँ आप चौबटिया गॉर्डन्स, गोल्फ कोर्स, मनकामेश्वर मंदिर और भालू बांध जैसी कई जगहें हैं जिनको आप देख सकते हैं। अगर आप शांति और सुकून वाली किसी जगह पर जाना चाहते हैं तो रानीखेत परफेक्ट है।
कैसे पहुँचे?
भारत के किसी भी हिस्से से शीतलाखेत पहुँचा जा सकता है। इस हिल स्टेशन पर जाने के लिए आप किसी भी साधन का चुन सकते हैं। अगर आप फ्लाइट से जाना चाहते हैं तो 110 किमी. की दूरी पर सबसे निकटतम पंतनगर एयरपोर्ट है। शीतलाखेत से 75 किमी. की दूरी पर काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। अगर आप वाया रोड आना चाहते हैं राज्य सरकार की बस से आ सकते हैं। इसके अलावा खुद की गाड़ी से नैनीताल, भीमताल और रानीखेत होते हुए शीतलाखेत जा सकते हैं।
कब जाएं?
मानसून को छोड़कर आप किसी भी मौसम में शीतलाखेत हिल स्टेशन को एक्सप्लोर कर सकते हैं। शीतलाखेत जाने का सबसे बेस्ट टाइम नवंबर से जनवरी का होता है। उस दौरान आपको चारों तरफ बिल्कुल साफ पहाड़ की चोटी दिखाई देगी। शीतलाखेत में आपको ठहरने में भी कोई दिक्कत नहीं होगी। यहाँ पर बजट से लग्जरी तक सभी प्रकार के होटल हैं। इसके अलावा आप होमस्टे में भी रह सकते हैं। आप अपनी सुविधा के हिसाब से कहीं भी ठहर सकते हैं।
क्या आपने उत्तराखंड के शीतलाखेत की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।
रोज़ाना Telegram पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।