दुर्गा पूजा सिर्फ पश्चिम बंगाल का त्योहार नहीं है बल्कि इसकी रौनक पूरे भारतवर्ष में देखी जा सकती है। यह हिन्दुओं का मुख्य वार्षिक त्योहार है, जो समान धार्मिक महत्व के साथ देशभर में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा प्रतिवर्ष सितंबर और अक्टूबर के मध्य मनाई जाती है। अलग-अलग क्षेत्रों में इस धार्मिक महोत्सव को विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। अगर आप देखें तो इस त्योहार को न सिर्फ भारत बल्कि अब विश्व के कई देशों में भी मनाया जाने लगा है। भारत का हर एक त्योहार अपने आप में अनूठा है, जो न सिर्फ धार्मिकता का प्रतिक मानें जाते हैं बल्कि इन त्योहारों के दौरान आपसी प्रेम भी देखने को मिलता है। इसलिए देश भर में दुर्गा पूजा पूरे धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन दोस्तों, कुछ शहर ऐसे भी हैं, जहाँ इस त्योहार की अलग ही रौनक देखने को मिलती है। नवरात्रि और दुर्गा पूजा के दौरान इन शहरों में जगह-जगह धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। साथ ही भव्य दुर्गा पूजा पंडाल भी सजाए जाते हैं। दोस्तों, आज हम यहाँ अहमदाबाद से लेकर मैसूर तक के देश के कई प्रमुख शहरों के बारे में बता रहे हैं, जहाँ जाकर आप नवरात्रि और दुर्गा पूजा को यादगार बना सकते हैं। और अपनी यात्रा को यादगार बना सकते हैं।
कोलकाता
इसमें कोई दो राय नहीं कि कोलकाता दुर्गा पूजा का मुख्य स्थल है, क्योंकि यह धार्मिक उत्सव पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ा त्योहार मना जाता है। जिस तरह कोई शादीशुदा महिला अपने मायके आती है, उसी तरह स्थानीय लोग मानते हैं कि मां दुर्गा इस साल उनके पास आई हैं। उनके स्वागत और सत्कार में बड़े-बड़े पंडालों का निर्माण किया जाता है, जहाँ मां दुर्गा की भव्य प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं। ऐसे पंडाल आपको पश्चिम बंगाल के हर प्रांत में बनाएं जाते हैं। जिसके बाद सुबह से देर रात तक मां की विशेष पूजा आयोजित की जाती है। त्योहार के दिनों में दिन से ज्यादा रौनक रात में होती है। एक पंडाल से दूसरे पंडाल, लोगों का भ्रमण जारी रहता है। अगर आप भी दुर्गा पूजा का असल रौनक देखना चाहते हैं तो कोलकाता जरूर आएं।
अहमदाबाद
पश्चिम बंगाल के अलावा भी दुर्गा पूजा का आयोजन विभिन्न रूपों में अलग-अलग राज्यों में किया जाता है। आप इस दौरान गुजरात के बड़े शहर अहमदाबाद की यात्रा कर सकते हैं। आप यहाँ गुजराती रंग के साथ इस धार्मिक महोत्सव का आनंद ले सकते हैं। यहाँ भी देवी के स्थान के लिए पंडालों का निर्माण किया जाता है। यहाँ का नवरात्रि देखने लायक होती है। इस दौरान यहाँ डांडिया नृत्य आयोजित किया जाता है, जो पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है। हर जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें शहर भर के लोग हिस्सा लेते हैं। एक शानदार अनुभव के लिए आप यहाँ आ सकते हैं।
कटरा
नवरात्रि या दुर्गा पूजा में आप जम्मू-कश्मीर की सैर का भी प्लान बना सकते हैं। कटरा स्थित मां वैष्णोदेवी के दर्शन कर सकते हैं। नवरात्रि के इस पावन अवसर पर मां वैष्णोदेवी के मंदिर में भी विशेष आयोजन किए जाते हैं। 9 दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन में दूर-दूर से श्रद्धालुओं का आगमन होता है। बेस कैंप से यह मंदिर लगभग 14 कि.मी की दूरी पर स्थित है। इस दौरान पूरे मंदिर को सजाया जाता है, जिसकी रौनक देखने लायक होती है।
गुवाहाटी
पश्चिम बंगाल के अलावा असम में भी दुर्गा पूजा काफी घूमधाम से मनाई जाती है, यहाँ भी आप भव्य पंडाल देख सकते हैं। जगह-जगह आपको मां दुर्गा के भव्य पंडाल दिख जाएंगे। आप असम के गुवाहाटी का आकर मां कामाख्या के मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। कामाख्या मंदिर, देवी सती के सबसे प्रसिद्ध शक्तिपीठों में गिना जाता है। यहाँ वर्षभर श्रद्धालुओं का आगमन लगा रहता है। खासकर नवरात्रि के दौरान यहाँ विशेष आयोजन किए जाते हैं, जिनमें आप शामिल हो सकते हैं।
वाराणसी
वाराणसी को भारत की अध्यात्मिक राजधानी कहा जाता है और नवरात्रि के दौरान यहाँ का माहौल एकदम अलग होता है। अगर आप नवरात्रि के दौरान वाराणसी जाएं तो जैतपुरा में स्थित भागेश्वरी देवी दुर्गा पूजा समिति जरूर जाएं। यहाँ माता दुर्गा का भव्य पंडाल तैयार किया जाता है जहाँ लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसके अलावा भी यहाँ अन्य जगहों पर पंडाल लगाए जाते हैं जहाँ शाम के समय विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
मैसूर
मैसूर में दशहरे के मौके पर निकलने वाली झांकी को देखने के लिए दुनियाभर से सैलानी आते हैं। यह सेलिब्रेशन 9 दिनों तक चलता है और आखिरी दिन यानीं दसवें दिन विजयदशमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दौरान मैसूर पैलेस के साथ ही पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। शहर के प्रमुख चामुंडेश्वरी मंदिर में भी फेस्टिवल जोर शोर से मनाया जाता है।
तो दोस्तों इन बेहतरीन जगहों में से अगर आप भी किसी जगह की यात्रा पर हैं या घूमने जाने वाले हैं तो घूमने के साथ इन खूबसूरत जगहों पर मनाई जानें वाली नवरात्रि त्योहार की रौनक का आनंद लेना बिल्कुल भी ना भूलें।
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