आज एक बार फिर मैं अपना हिंदी ब्लॉग लेकर आपके समक्ष उपस्थित हूं| नवरात्र आरंभ होने वाले हैं और पूरे भारतवर्ष में मां दुर्गा के जयकारे की ही गूँज है। मेरा आज का यह Blog नवरात्रि से ही प्रेरित है आज मैं आपको नवरात्रि के बारे में बताऊंगी साथ ही As a traveler नवरात्रि में आपको कहां और क्यों जाना चाहिए इससे भी अवगत कर आऊंगी।
भारत देश प्राचीन काल से ही अपने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परंपराओं के कारण विश्व प्रसिद्ध रहा है समय के बदलने के साथ-साथ इन परंपराओं और रीति-रिवाजों में भी कुछ परिवर्तन हुए हैं किंतु भारतीयों के मन में इन त्योहारों और रीति-रिवाजों के प्रति जरा सी भी कमी देखने नहीं मिलती आज भी सभी त्यौहार उसी उत्साह और उल्लास के साथ मनाए जाते हैं।
नवरात्र एक हिंदू पर्व है नवरात्रि में 9 राते और 10 दिन होते हैं नवरात्र वर्ष में 4 बार आती है परंतु अश्विन वाली नवरात्रि भारत में बहुत प्रसिद्ध है इसे शारदीय नवरात्रि कहते हैं इसे प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है सामान्यतया है सितंबर अक्टूबर के महीने में मनाई जाती है नवरात्रि और दशहरा एक ऐसा त्यौहार है जिसे देश भर में अपने अपने अंदाज में मनाया जाता है आइए इस त्यौहार को और करीब से जानते हैं
GARBA DANCE
नवरात्र का सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय नृत्य गरबा है यह मुख्यतः गुजरात का क्षेत्रीय नृत्य है इसे गुजरात के अलावा महाराष्ट्र राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी मनाया जाता है
इस में लकड़ी के 2 डांडिया बनाकर Dance किया जाता है यह ग्रुप में तथा जोड़ीदार के साथ किया जाता है
नवरात्रि के अंतिम तीन दिवस अष्टमी, नवमी और दशहरे में मनाया जाने वाला प्रमुख उत्सव रामलीला होता है। रामलीला के त्यौहार में तुलसीदास द्वारा रचित 'रामचरितमानस' के आधार पर भगवान राम के जीवन का चित्रण मंच में अभिनय के द्वारा प्रस्तुत किया जाता है तथा अंतिम दिन भगवान राम द्वारा रावण का वध और दहन किया जाता है तथा दशहरे का उत्सव मनाया जाता है।
रामलीला का उत्सव उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, दिल्ली में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
DURGA POOJA
वैसे तो नवरात्र का त्यौहार दुर्गा मां को ही समर्पित है परंतु फिर भी कुछ स्थानों में दुर्गा पूजा का आयोजन बड़े ही धूमधाम और वृहत स्तर में किया जाता है।
ऐसा आयोजन मुख्यतः बंगाल में किया जाता है इसके अलावा असम, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, Eastern नेपाल, त्रिपुरा आदि में भी किया जाता है। इस पूजा का अन्य नाम 'अकालबोधन' है यह दुर्गा पूजा का पर्व देवी दुर्गा मां की बुराई के प्रतीक महिषासुर पर विजय स्वरूप मनाया जाता है दुर्गा पूजा के समय महिलाएं एक दूसरे को गाल पर सिंदूर लगाती हैं यह होली सेलिब्रेट किया जाता है
महिलाओं के द्वारा धुनुची नृत्य भी प्रस्तुत किया जाता है। इसे बंगाल का पारंपरिक नृत्य भी कहते हैं
PLACES TO VISIT:-
अगर आप नवरात्र में घूमने का प्लान कर रहे हैं तो कोलकाता आपके लिए एक बेमिसाल जगह है कोलकाता महाकाली की नगरी है और नवरात्रि की सबसे ज्यादा धूम बंगाल में ही देखने को मिलती है कोलकाता में दुर्गा मां का मुख्य आकर्षण Pandal Hopping होता है
पूरे शहर में तरह तरह के पंडाल लगाए जाते हैं। प्रत्येक पंडाल में एक अद्वितीय शैली होती है उत्तर और दक्षिण कोलकाता में आपको सर्वोत्तम शैली देखने को मिल सकती है। कोलकाता में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा बहुत ही आकर्षक और सुंदर होती है और अगर आप इस सुंदरता के पीछे की कहानी जानना चाहते हैं तो आपको कोलकाता से 30 मिनट की दूरी पर स्थित 'कुमारतुली' अवश्य जाना चाहिए।
अगर आप महालया के अवसर अर्थात दुर्गा पूजा शुरू होने के 1 हफ्ते पहले यहां जाते हैं तो आप स्वयं मूर्ति को बनते और उसमें आकर्षण को भरते देख सकते हैं
MASOURE ( Karnataka )
अगर आपका विचार नवरात्र में South India जाने का है तो मैसूर आपके लिए सबसे सही स्थान है।
मैसूर में नवरात्रि के आकर्षण का कारण मैसूर का दशहरा है यह लगभग 10 दिन चलने वाला त्यौहार है इसे नादाहब्बा भी कहते हैं यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है यह माना जाता है कि इस दिन देवी मां चामुंडेश्वरी ने एक भयंकर लड़ाई के पश्चात राक्षस राजा महिषासुर को मार डाला था।
इस समय मैसूर पैलेस को लगभग 1 lakh लाइटों से सजाया जाता है इस दशहरा का आयोजन लगभग 400 साल पहले वाडियार वंश के द्वारा किया गया था जिसे हर वर्ष बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है तथा 2007 में उसे राज्य उत्सव का दर्जा भी प्राप्त हुआ है।
इस दशहरे के अंतिम दसवे दिन विजयदशमी के पर्व पर भव्य जुलूस निकाला जाता है और इस आखिरी दिन मनाए जाने वाले उत्सव को 'जंबू सवारी' के नाम से जाना जाता है इस दिन सारी नजरें बलराम नामक हाथी के सुनहरे होेदे पर टिकी होती है इस हाथी के साथ 11 अन्य गजराज भी होते हैं इस मौके पर भव्य जुलूस निकाला जाता है जिसमें बलराम के सुनहरे होदे पर सवार हो चामुंडेश्वरी देवी मैसूर नगर भ्रमण के लिए निकलती हैं।
अब अगर North India की बात करें तो उत्तर प्रदेश और धार्मिक उत्सव का नाता उतना ही पुराना है जितना पुराना शायद मानव इतिहास है। अगर इस नवरात्र आप उत्तर प्रदेश की यात्रा कर रहे हैं तो वाकई आप एक धार्मिक प्रवाह में प्रवेश करने वाले हैं इन 9 दिन संपूर्ण उत्तर प्रदेश में धार्मिकता और उत्सव की जो धूम होती है, वह अद्भुत है।
उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक उल्लास वाराणसी में देखने को मिलता है यहां 9 दिन तक रामलीला का आयोजन किया जाता है तथा भगवान राम के समस्त जीवन का चित्रण प्रस्तुत किया जाता है तथा 10 दिन विजयदशमी के अवसर पर रावण का दहन कर दशहरा मनाया जाता है।
वैसे नवरात्रि के दौरान पूरा शहर रामलीला मैदान बन जाता है लेकिन शहर से 15 किलोमीटर दूर रामनगर रामलीला के लिए प्रसिद्ध है। आशा करती हूं आपको यह Blog अवश्य पसंद आया होगा अगर आप किसी तरह का सुझाव देना चाहते हैं तो नीचे Comments Box में दे सकते हैं आपके Comments Suggestions सादर आमंत्रित हैं।