इंसानों ने इस धरती पर आने के बाद कई अजब-गजब चीजें बनाई हैं लेकिन प्रकृति की बनाई चीजों से बड़ा अजूबा कुछ नहीं हो सकता। प्रकृति के बनाए हुए कुछ तो ऐसे अजूबे हैं जिन्हें देखकर आप भरोसा ही नहीं कर पाएँगे कि ऐसा हो भी सकता है। ऐसे ही कुछ बेहद अलग और अनोखे अजूबों के बारे में मैं आपको बताने जा रहा हुँ जिनके बारे में जानकर आप दंग रह जाएँगे।
मैग्नेटिक हिल, लद्दाख
जम्मू-कश्मीर के लेह में एक ऐसी पहाड़ी है जिसे मैग्नेटिक हिल के नाम से जाना जाता है। यहाँ अगर आप ढलान वाली पहाड़ी में न्यूट्रल में भी गाड़ी खड़ी कर दें तो वो नीचे नहीं जाएगी बल्कि वहीं खड़ी रहेगी। चमत्कार तो तब होता है जब गाड़ी पहाड़ी पर 20 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से खुद ऊपर चढ़ने लगती है। वैज्ञानिकों अनुसार गुरुद्वारा पठार साहिब के पास इस हिल में गजब की चुंबकीय ताकत है। सिर्फ सड़क ही नहीं बल्कि यहाँ हवाई क्षेत्र भी प्रभावित होता हैं। इलाके के ऊपर से उड़ने वाले पायलटों ने बताया है कि जब वो इस इलाके के ऊपर से उड़ते हैं तो उन्हें झटके महसूस होते हैं।
लोनार झील महाराष्ट्र के सबसे बड़े प्राकृतिक रहस्यों में से एक है। करीब 52,000 साल पहले बने कटोरे के आकार की इस झील का निर्माण अंतरिक्ष के किसी उल्कापिंड के धरती से टकराने से हुआ था। इस झील के पानी में होने वाले बदलाव पर आज भी NASA के वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं। करीब 1.8 कि.मी. के चौढ़ी और 500 मीटर गहरी इस झील के चारो तरफ काफी पुराने मंदिर भी बने हुए हैं। कई पौराणिक किताबों में भी इस झील का जिक्र है.
मेघालय प्रकृति का बनाया और सजाया हुआ एक खूबसूरज राज्य है। इस राज्य में प्रकृति और इंसान के बीच की साझेदारी का बेहद प्यारा नमूना है लिविंग रूट ब्रिज। ये रूट ब्रिज बरगद के पेड़ो से बने हैं और इनके ऊपर से आप बड़े आराम से आ-जा सकते हैं। चेरापूंजी में आपको कई डबल डेकर रूट ब्रिज भी देखने को मिलेंगे। आमतौर पर ये ब्रिज छोटी मॉनसूनी नदियों के ऊपर बने हैं। ये ब्रिज देखने में खूबसूरत होने के साथ ही काफी मजबूत भी होते हैं।
गर्म पानी के कुंड
अगर आपको कंपा देने वाली सर्दी में कहीं अचानक से प्राकृतिक गर्म पानी के कुंड मिल जाएं तो उसे आप अजूबा नहीं तो और क्या कहेंगे? भारत में ऐसे कई पानी के कुंड हैं जैसे कि हिमाचल प्रदेश का मणिकरण और राजगीर के गर्म कुंड। इतना ही नहीं इनमें से कई कुंडों की अपनी धार्मिक मान्यता हैं, कहा जाता है कि इनमें नहाने से कई तरह की बीमारियाँ खुद ठीक हो जाती हैं।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में नर्मदा नदी के किनारे बने मार्बल रॉक्स प्रकृति के अनोखेपन का अद्भुत उदाहरण हैं। अपनी अलग-अलग आकृतियों और रंगों के लिए मशहूर ये पहाड़ सूरज की रौशनी के साथ रंग बदलते रहते हैं। दोपहर में इनकी चमक देखने लायक होती है।
द ग्रेट बनियान ट्री, कोलकाता
दुनिया का सबसे बड़ा पेड़ भारत में है जो अकेला ही एक छोटे से जंगल की तरह नजर आता है। द ग्रेट बनियान ट्री नाम का ये पेड़ कोलकाता के हावड़ा में आचार्य जगदीश चंद्र बोस बॉटनिकल गार्डन में है। ये प्रकृति के जादू का जीता-जागता सबूत है। 1787 में ये गार्डन बना था और तब इस पेड़ की उम्र 15 से 20 साल थी। आज ये लगभग 4 एकड़ के इलाके में फैला है। इसकी विशलता को देखते हुए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी इसका नाम दर्ज है।
मणिपुर में स्थित लोकटक झील नॉर्थ ईस्ट की सबसे बड़ी फ्रेश वॉटर लेक है जो अपनी सतह पर तैरते हुए वनस्पति और मिट्टी से बने घेरों के लिए मशहूर है। इन हरित घेरों को फुमदी भी कहा जाता है। एक से चार फीट तक मोटे ये विशाल घेरे वनस्पति, मिट्टी और जैविक पदार्थों से बने होते हैं और इन्हें अक्सर फ्लोटिंग आइलैंड भी कहा जाता है।
आमतौर पर झरने को हमने पहाड़ों से जमीन की ओर गिरते देखा है, लेकिन अगर झरना नीचे ना गिरकर ऊपर की तरफ ही जाने लगे तो आप इसे प्राकृतिक अजूबा नहीं तो और क्या कहेंगे? ऐसा ही अजब गजब नजारा आप देख सकते हैं महाराषट्र की संधन वैली में। यहाँ मॉनसून के वक्त पहाड़ों से गिरता झरने का पानी हवाओं के दबाव से वापस ऊपर की तरफ आने लगता है जो देखने में उल्टे झरने या रिवर्स वॉटर फॉल की तरह लगता है।
बीच का मजा लेने के नाम पर हमारे जहन में ज्यादातर वक्त गोवा ही याद आता है लेकिन हम आपको एक ऐसे बीच के बारे में बताते हैं जो रोचक होने के साथ साथ अजूबा भी है। ओडिशा का चांदीपुर बीच वैसे तो सामान्य बीच की तरह ही दिखता है, लेकिन यहाँ की खास बात है अचानक से समुद्र के पानी का 5 कि.मी. तक पीछे चले जाना यानी आप समुद्र के पीछे जाने पर 5 किमी तक अंदर टहलने भी जा सकते हैं । क्योंकि ये बीच इस तरह की लुका-छिपी का खेल खेलता है इसे हाइड एंड सीक बीच भी कहा जाता है।
गंडिकोटा, आंध्र प्रदेश
गंडिकोटा आंध्रप्रदेश में है लेकिन ये अपने किले और खंडहरों के लिए उतना नहीं जाना जाता जितना अपने प्राकृतिक नजारों के लिए जाना जाता है। गंडिकोटा का कैन्योन भारत के प्राकृतिक अजूबों में एक है। यहाँ नदी ने पहाड़ी श्रृंखला को ऐसे काटा है कि उसके दोनों तरफ ऊँची पहाड़ियाँ हैं और उन पहाड़ियों के ऊपर से नदी को देखना और इसके तट का उतरना वाकई बेहद रोमांचक है।
अमरनाथ गुफा भारत के पवित्र धार्मिक स्थानों में एक है। इस गुफा में बर्फीली बूंदों से हिम शिवलिंग बनता है जिसकी पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इसी गुफा में भगवान शिव ने देवी पार्वती को अमर होने का रहस्य बताया था। इस गुफा के बारे में हैरान करने वाली बात ये है कि गुफा में शिवलिंग बनाने के लिए पानी का स्त्रोत क्या है ये आजतक पता नहीं चल पाया है।
अगर आप भी ऐसे प्राकृतिक अजूबों के बारे में जानते हैं तो Tripoto पर उसके बारे में लिखें और ये जानकारी Tripoto समुदाय में बाँटें।
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