भारत के रहस्यमयी स्थानों से रूबरू होने के लिए इन जगहों की जरूर करें सैर, जहाँ पर आप भी होंगे अचंभित

Tripoto
22nd Aug 2021
Photo of भारत के रहस्यमयी स्थानों से रूबरू होने के लिए इन जगहों की जरूर करें सैर, जहाँ पर आप भी होंगे अचंभित by Smita Yadav
Day 1

रहस्य- शब्द ही एक ऐसा शब्द जिसे सुनकर आप उसके बारे सोचने पर मजबूर हो जाते है। इस बात से कोई इंकार नही कर सकता है कि आप किसी रहस्यमयी जगह के बारे में सुनते है तो आप उस स्थान के रहस्य के बारे में जानने या वहाँ घूमने के लिए और अधिक उत्साहित हो जाते हैं और आप उन स्थानों के बारे खोज करने लगते है। प्रकृति के कुछ इन रहस्यमयी स्थानों ने मानव को अचंभित कर दिया है, कि यह क्यों और कैसे हो सकता है। वैज्ञानिक लगातार इन रहस्यमयी स्थानों के बारे में खोज करने का काम कर रहे है। देखा जाये तो भारत में कई ऐसे रहस्यमयी जगहे भी है, जो वैज्ञानिकों के लिए एक पहेली बनी हुई है। जहाँ अधिक से अधिक लोग जाकर उन रहस्यमयी स्थानों को घूमना व उन जगह के बारे में जानना चाहते है। भारत की कुछ ऐसी रहस्यमयी स्थान भी है जो आपको बिलकुल ही अचंभित करने वाली हो सकती है। इस आर्टिकल में मैं आपको भारत के प्रमुख रहस्यमयी स्थानों के बारे में बताऊंगी जो आपके लिए किसी पहेली से कम नहीं होगें। तो आइए जानें वो रहस्यमयी जगहें कौन-कौन सी हैं।

चांद बावड़ी, राजस्थान

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चांद बावड़ी राजस्थान राज्य के दौसा जिले में स्थित आभानेरी गांव में है। इसका निर्माण 9वीं शताब्दी में तत्कालीन राजा मिहिर भोज ने करवाया था। राजा मिहिर भोज को लोग प्यार से चांद कहकर पुकारते थे। यह कलाकृति आज भी उपस्थित है। राजा भोज के नाम पर ही इस बावड़ी का नाम रखा गया है। इतिहासकारों की मानें तो चांद बावड़ी दुनिया की सबसे गहरी बावड़ी है। इसकी चौड़ाई 35 मीटर है। इसका निर्माण बेहद ही आला दर्जे से किया गया है। ऊपर तल से लेकर कुंए के धरातल तक 3500 सीढ़ियां हैं। इस बावड़ी के सामने हर्षद माता की प्रतिमा मंदिर में स्थापित है। इस बावड़ी के बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि इसका निर्माण भूत प्रेतों ने किया है। हालांकि, बावड़ी की खूबसूरती देखने लायक है। जब कभी राजस्थान जाएं, तो चांद बावड़ी देखने जरूर जाएं।

जागेश्वर धाम, उत्तराखंड

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उत्तराखंड को देवों की भूमि कहा जाता है। हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड आते हैं। इस राज्य में कई विश्व प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थल हैं। इनमें एक जागेश्वर धाम है। जागेश्वर धाम उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित है। अल्मोड़ा से जागेश्वर धाम की दूरी महज 35 किलोमीटर है। सनातन धार्मिक ग्रंथों की मानें तो भगवान शिवजी और सप्तऋषियों ने जागेश्वर धाम में तपस्या की है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि पहले बुरी मनोकामनाएं भी पूर्ण हो जाती थी। हालांकि, आदि शंकराचार्य ने भगवान शिवजी की कृपा पाकर इस कुप्रथा पर रोक लगा दी। उस समय से जागेश्वर धाम में केवल मंगलकारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आप भारत के रहस्यमयी जगहों में से एक जागेश्वर धाम की धार्मिक यात्रा कर सकते हैं।

लेपाक्षी मंदिर का हैंगिंग पिलर, आंध्र प्रदेश

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आंध्र प्रदेश में स्थित लेपाक्षी मंदिर, निस्संदेह प्राचीन वास्तुकला का चमत्कार है। और वास्तव में यह किसी रहस्य से कम नही है। माना जाता है कि इस मंदिर में कुल 70 खंभे हैं जिनमें से एक खंभा बिना किसी सहारे के लटका हुआ है, जिससे पृथ्वी को कोई भी भाग नहीं छूता हैं दावे सही हैं या नहीं, इसकी जांच के लिए पर्यटक इसके नीचे से पतली वस्तुयें निकालते हैं। स्थानीय लोगों की आस्था के अनुसार, इस स्तंभ के नीचे से गुजरने वाली वस्तुएँ से आपके जीवन में खुशियाँ आती हैं।

बैलेंसिंग रॉक, महाबलिपुरम

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महाबलिपुरम कि एक विशाल चट्टान भी किसी रहस्य से कम नही है। यहाँ 250 टन व 5 मीटर व्यास कि यह चट्टान एक चिकनी ढलान पर बिना हिले-डुले रखी हुई है। जिसके कारण यह महाबलिपुरम में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण स्थान बना हुआ है। इसे कृष्ण की बटर बॉल के रूप में भी जाना जाता है, इस विशाल चट्टान के नीचे बेठना बहुत ही हिम्मत कि बात माना जाता है।

फ्लोटिंग स्टोन्स, रामेश्वरम

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आपने रामायण की कहानी में लंका तक पहुंचने के लिए समुद्र पर बनाये गये पत्थरों के तैरते हुए पुल के बारे में तो सुना ही होगा। जो भी किसी रहस्य से कम नही है, ठीक उसी प्रकार ऐसे पत्थरों के अवशेष आज भी रामेश्वरम में पाए जाते हैं। इन पत्थरों पर भगवान राम का नाम अभी भी लिखा हुआ है और ये पत्थर पानी से भरे बर्तन में रखे जाने पर तैरते हैं। जो किसी रहस्य से कम नही है, जो आपको अचंभित करने के लिए प्रयाप्त होगा।

ग्रेट बरगद का पेड़, कोलकाता

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कोलकाता में आचार्य जगदीश चंद्र बोस इंडियन बॉटनिकल गार्डन में स्थित ग्रेट बरगद का पेड़ आपको एक रहस्य से कम प्रतीत नहीं होगा। यह बरगद का पेड़ आपके लिए कल्पना से परे है जो लगभग 250 साल पुराना माना जाता है। इस बरगद के पेड़ को, दुनिया का सबसे बड़ा बरगद का पेड़ भी माना जाता है। इस बरगद के पेड़ की जड़े हवाई जंगल की तरह दिखाई देती हैं। यहाँ यह भी दिलचस्प है कि इस पेड़ कि जड़ें सतह से 25 मीटर ऊपर हैं।

करणी माता मंदिर, देशनोक, राजस्थान

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राजस्थान की रीगल भूमि के देशनोक टाउन में स्थित करणी माता के मंदिर चूहे की आबादी के बजह से रहस्यमयी माना जाता है। यह पहलु इस मंदिर को असामान्य बनाता है कि इस मंदिर में 20,000 से अधिक चूहे है, और चूहों का झूठा भोजन बेहद पवित्र माना जाता है जिसे वहा प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। और इसके अलावा यह माना जाता है कि अगर एक चूहा मारा जाता है, तो उसके स्थान पर सोने से बने चूहे को इस्तेमाल किया जाता है।

इन रहस्यमय स्थानों से जुड़ी असामान्य घटनाओं के पीछे जो भी कारण हो, इन रहस्यमय स्थानों से जुड़ी असामान्य घटनाओं ने वास्तव में सभी को अचंभित किया है। और लोगों को भारत के इन रहस्यमय स्थानों की यात्रा करने के लिए आकर्षित किया है। यह रहस्यमयी जगहें यहाँ आने वाले लोगों के लिए एक अलग रोमंचक किस्से पेश करतीं है। निश्चित रूप से ये उन पारंपरिक यात्राओं की तरह नहीं है जो लगभग हर पर्यटक पसंद करता है।

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