चंपावत की 7 खूबसूरत जगहें, जिनको लोग अक्सर नज़रंदाज़ कर देते हैं!

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Photo of चंपावत की 7 खूबसूरत जगहें, जिनको लोग अक्सर नज़रंदाज़ कर देते हैं! by Rishabh Dev

उत्तराखंड वादियों से भरा राज्य है। इन वादियों के खूबसूरत नज़ारे देखने के लिए हर कोई आना चाहता है। शहरी ज़िंदगी में हमें एक प्रकार से मशीन बना देती है। हम घुड़ी की सुई की तरह हर काम करने में लगे रहते हैं। तब लोग इस मशीनी दुनिया से बाहर निकलने के लिए कुछ दिनों के लिए घूमने निकल जाते हैं। घूमते हुए हर कोई एक अलग ज़िंदगी जी रहा होता है। सुकून और शांति से भरी नई-नई जगहों पर लोग जाना चाहते हैं। अगर आपको कहीं घूमने जाना है तो उत्तराखंड के चंपावत जाना चाहिए। चंपावत में कई जगहें हैं जिसे हर किसी को एक्सप्लोर करना चाहिए।

1- क्रांतेश्वर महादेव मंदिर

चंपावत का एक बेहद पवित्र मंदिर है, क्रांतेश्वर मंदिर। चंपवात क़स्बे से लगभग 6 किमी. की दूरी पर एक ऊँची पहाड़ी पर स्थित ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। समुद्र तल से 6,000 मीटर की ऊँचाई पर स्थित इस मंदिर को स्थानीय लोग कणदेव और कूर्मपड़ के नाम से भी जानते हैं। ये प्राचीन मंदिर उस समय की आर्किटेक्चर के बारे में जानने का मौक़ा देता है। इस मंदिर से आपको चारों तरफ़ बर्फ़ से ढँके पहाड़ों का सुंदर दृश्य देखने को मिलता है।

2- बाणासुर क़िला

पहाड़ों में वैसे तो क़िले कम ही होते हैं लेकिन जो भी होते हैं देखने लायक़ होते हैं। उत्तराखंड के चंपावत ज़िले के लोहाघाट से लगभग 6 किमी. दूर कर्णकरायत नाम की जगह की जगह से थोड़ी पर दूर 1900 मीटर ऊँचाई की पहाड़ी पर बाणासुर क़िला स्थित है। स्थानीय लोग इस क़िले को बानेकोट या बाणाकोट भी कहते हैं। यहाँ से आपको पहाड़ों का खूबसूरत विहंगम दृश्य देखने को मिलता है। इस क़िला का आर्किटेक्चर बेहद शानदार और देखने योग्य है। इस क़िले को देखकर आपको वाक़ई अच्छा लगेगा।

3- नागनाथ मंदिर

चंपावत में वैसे तो कई शानदार मंदिर हैं लेकिन उन सबमें नागनाथ मंदिर सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। चंपावत जाएँ तो इस मंदिर को देखना न भूलें। इसके अलावा चंपावत में आपको आदित्य मंदिर भी दाना चाहिए। चंपावत के रमक गाँव में स्थित ये मंदिर भगवान सूर्य और शिव का भव्य मंदिर है। आदित्य मंदिर भारत के कुछ प्रसिद्ध और दुर्लभ मंदिरों में से एक है। स्थानीय लोगों के लिए ये बेहद पवित्र मंदिर है लेकिन घूमने वालों को इस जगह के बारे में कम ही पता है।

4- पंचेश्वर

चंपावत ज़िले में एक और शानदार जगह है जिसके बारे में कम लोगों को पता है, पंचेश्वर। लोहाघाट से लगभग 40 किमी. दूर काली और सरयू नदी के संगम पर ये स्थान चामू के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इसके मेले और संगम के बेहद पवित्र माना जाता है। इसके अलावा पंचेश्वर में एक बांध भी है। शारदा नदी पर बना ये डैम वाक़ई में शानदार है और ये नदी भारत और नेपाल की सीमा रेखा है। शारदा नदी को नेपाल में महाकाली के नाम से जाना जाता है।

5- एबॉट माउंट

चंपावत ज़िले में एक खूबसूरत पहाड़ी जगह है जिसे एबॉट माउंट के नाम से जाना जाता है। आज़ादी से पहले जॉन एबॉट नाम के ब्रिटिशर ने इस जगह को खोजा था और उन्होंने ख़ुद के नाम पर इस पहाड़ी का नाम रखा। उन्होंने यहाँ पर 13 कॉटेज बनाए जिनमें से कुछ अभी भी है। जॉन एबॉट के वंशज अब झाँसी में रहते हैं। यहां पर आप अपने आपको त्रिशूल, नंदा कोट, नंदा देवी और नंद घुंघटी चोटी के बीच में पाएँगे। भीड़भाड़ और शोर के बिना आप यहाँ शांति से वक़्त बिता सकते हैं।

6- बालेश्वर मंदिर

चंपावत क़स्बे में स्थित बालेश्वर मंदिर उत्तराखंड के सबसे शानदार मंदिरों में से एक है। इस मंदिर को चंद वंश के राजाओं ने बनवाया था। 10वीं से 12वीं शताब्दी के बीच बने इस मंदिर का आर्किटेक्चर बेहद शानदार है। मंदिरों की छतों पर बनी नक़्क़ाशी तो देखने लायक़ है। बालेश्वर मंदिर का मुख्य मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इसके अलावा यहाँ दो और मंदिर हैं, रत्नेश्वर मंदिर और चंपावती दुर्गा। चंपावते जाएँ तो इस ऐतहासिक जगह को देखना न भूलें।

7- ग्वाल देवता

चंपावत क़स्बे से लगभग 4 किमी. दूर एक शानदार मंदिर है, ग्वाल देवता। इस मंदिर को गोलू देवता और गोरल के नाम से जाना जाता है। ये मंदिर कुमाऊँ की सबसे शानदार पवित्र जगहों में से एक है। इस मंदिर के बारे में कई कहानियाँ हैं जिनको आप यहाँ आकर लोगों की ज़ुबान से सुन सकते हैं। उत्तराखंड जाएँ तो चंपावत की इन जगहों को देखना न भूलें। इन जगहों को देखने के बाद उत्तराखंड आपको और भी प्यारा लगने लगेगा।

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