कर्नाटक भारत के सबसे खूबसूरत प्रदेशों में से एक है। कर्नाटक हरियाली से पूरी तरह से परिपूर्ण है। यहाँ पहाड़ भी हैं, हरे भरे जंगल भी हैं और खूबसूरत समुद्र तट भी है। कर्नाटक की लोकप्रिय जगहों के बारे में सभी जानते हैं और वहाँ लोग घूमने जाते भी हैं। इसके इतर कर्नाटक में कुछ जगहें ऐसी हैं जो सुंदर तो बहुत हैं लेकिन उनके बारे में कम लोगों को ही पता है। कर्नाटक की ऐसी ही शानदार जगह है, दावणगेरे।
दावणगेरे कर्नाटक के महत्वपूर्ण शहरों में से है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक और शानदार इतिहास के लिए जाना जाता है। दावणगेरे कर्नाटक का सातवां सबसे बड़ा शहर है। दावणगेरे बैंगलोर से लगभग 260 किमी. की दूरी पर स्थित है। कभी ये शहर कपास का बहुत बड़ा केन्द्र हुआ करता था। इस शहर को कर्नाटक का मैनचेस्टर कहा जाता था। पहले दावणगेरे चित्रदुर्ग जिले में आता था लेकिन 1997 में दावणगेरे एक अलग जिला बन गया। दावणगेरे में मुसाफिरों के लिए काफी कुछ है।
क्या देखें?
1- कुंडुवाड़ा केरे
दावणगेरे में आप कुंडुवाड़ा केरे से घुमक्कड़ी की शुरूआत कर सकते हैं। कुंडुवाड़ा केरे इस जगह का शानदार पिकनिक स्पॉट है। ये जगह पुणे-बैंगलोर एनएच-4 के बाईपास रोड पर स्थित है। इस जगह पर एक खूबसूरत लेक भी है जो इस जगह को और भी शानदार बना देता है। आप यहाँ से बेहद सुंदर सूर्योदय और सूर्यास्त के नजारे को भी देखन सकते हैं।
2- ईश्वर मंदिर
दावणगेरे में कई शानदार मंदिर हैं। उन सबसे सबसे ज्यादा फेमस है, ईश्वर मंदिर। बागली गांव में स्थित ये मंदिर हरपनहल्ली से 6 किमी. की दूरी पर है। हौसला शैली में बने इस मंदिर का आर्किटेक्चर देखने लायक है। मंदिर की दीवारों और प्रवेश द्वार पर शानदार आकृतियां बनी है। ईश्वर मंदिर में भगवा शंकर की मूर्ति है। इसके अलावा इस मंदिर में भगवान विष्णु, भगवान ब्रम्हा, गणेश और सुब्रमण्यम की मूर्तियां भी स्थापित हैं।
3- अनामलाई वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी
अगर आपको प्रकृति से प्यार है तो दावणगेरे की ये जगह आपको जरूर पसंद आएगी। अनामलाई वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी दावणगेरे के किसी खजाने से कम नहीं है। इस सैंक्चुरी में चारों तरफ हरियाली देखकर आप खुशी से झूम उठेंगे। ये सैंक्चुरी कई सारे जानवर और पंक्षियों का घर है। अगर आपको फोटोग्राफी और बर्ड वॉचिंग पसंद है तो ये जगह आपके लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। दावणगेरे जाएं तो इस जगह पर जाना बिल्कुल न भूलें।
4- बाथी गुड्डा
दावणगेरे जाओ और बाथी गुड्डा न जा पाओ तो आपका सफर अधूरा ही माना जाएगा। बाथी गुड्डा एक पहाड़ी चोटी है जो हरिहर से लगभग 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। पहाड़ की चोटी से आपको दावणगेरे के खूबसूरत और मनमोहक नजारे देखने को मिलेंगे। इस पहाड़ी पर एक प्राचीन मंदिर और चमनशाह वाली की दरगाह भी है। वीकेंड पर पर्यटक यहाँ सुकून भरा वक्त बिताने के लिए आते हैं।
5- बागली
बागली दावणगेरे का एक ऐतहासिक गांव है। हरपनहल्ली से लगभग 6 किमी. की दूरी पर स्थित ये जगह 9वीं शताब्दी के कालेश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। चालुक्य शैली में बना ये मंदिर चारों तरफ से पंचलिंग मंदिरों से घिरा हुआ है। मंदिर का मुख्य भाग भगवान उगरा नरसिंह की नक्काशीदार मूर्ति को दर्शाता है और मंदिर के बाकी हिस्सों में शानदार नक्काशी उकेरी गई है।
6- बेतुर
इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों के लिए दावणगेरे का बेतुर किसी खजाने कम नहीं है। जिला मुख्यालय से 6 किमी. दूर दावणगेरे-जगलूर रोड पर स्थित है, बेतुर। मध्यकालीन युग में बेतुर त्रिभुवन मल्ला पांड्य की राजधानी हुआ करती थी। आप इस जगह पर चालुक्य शैली में बने शिव मंदिर को भी देख सकते हैं। दावणगेरे जाएं तो इस जगह पर जाने का प्लान बनाएं।
कब जाएं?
वैसे तो आप दावणगेरे साल में कभी भी जा सकते हैं लेकिन ये जगह सबसे शानदार सर्दियों में रहती है। मौसम भी सुहाना रहता है और सैलानियों को घूमने में भी कोई दिक्कत नहीं आती है। आपको दावणगेरे को एक्सप्लोर करने के लिए दिसंबर से फरवरी के समय का प्लान बनाना चाहिए। इस जगह पर आपको रहने में भी कोई दिक्कत नहीं आएगी। यहाँ पर कई सारे होटल और गेस्ट हाउस हैं जिनमें आप ठहर सकते हैं।
कैसे पहुँचे?
हवाई मार्ग: यदि आप फ्लाइट से दावणगेरे जाने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे नजदीक में हुबली एयरपोर्ट या मंगलौर इंटरनेशनल हवाई अड्डा है। मंगलौर से आपको दावणगेरे के लिए बसें आराम से मिल जाएंगी। हुबली से भी आपको दावणगेरे के लिए कैब मिल जाएगी।
रेल मार्ग: अगर आप रेल मार्ग से दावणगेरे जाने का सोच रहे हैं तो निकटतम रेलवे स्टेशन दावणगेरे में है। दावणगेरे के लिए आपको ट्रेन आराम से मिल जाएगी।
सड़क मार्ग: आप सड़क मार्ग से भी दावणगेरे पहुँच सकते हैं। कर्नाटक के मुख्य शहरों से दावणगेरे अच्छी तरह से कनेक्टेड है। आपको कर्नाटक के शहरों के अलावा मुंबई और चेन्नई से भी दावणगेरे के लिए बस मिल जाएगी। अगर आपके पास खुद की गाड़ी है तब तो दावणगेरे पहुँचने में कोई बड़ी परेशानी नहीं आएगी।
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