लम्बी छुट्टी में कहीं घूमने का प्लान बना रहे तो एक बार उत्तराखण्ड में बसे मर्चुला के बारे में जान लें। हर व्यक्ति कुछ समय शहर के शोर से दूर शान्ति में अपना समय बिताना ज़रूर चाहता है। मर्चुला शहर के शोर से दूर प्रकृति की ख़ूबसूरती के पास रहकर आपकी सब टेंशन को पीछे छोड़ आपको शान्ति का अनुभव करता है।
मर्चुला के बारे में कम ही लोगों को जानकारी है, जिन लोगों को थोड़ा बहुत भी इस जगह का ज्ञान है तो उसका कारण यहाँ पर बॉलवुड मूवीज़ और सिरीज़ की शूटिंग है। अगर छुट्टी का सदुपयोग करना चाह रहे तो मर्चुला हो आएँ।
कैसे जाएँ?
वैसे तो यहाँ जाना कोई मुश्किल काम नहीं है पर मर्चुला जाने के लिए सबसे पहले नैनीताल पहुँचना ज़रूरी है। ट्रेन से नैनीताल पहुँच कर वहाँ से मर्चुला के लिए लोकल बस या फ़िर टैक्सी कर सकते हैं। 2:30 या 3 घण्टे के सफ़र के बाद आप मर्चुला पहुँच जाएँगे। नैनीताल से मर्चुला की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है। नैनीताल से मर्चुला का रास्ता बिल्कुल भी लम्बा और बोरिंग नही लगने वाला, टेढ़े-मेढे ख़ूबसूरत पहाड़ी रास्ते और यहाँ की हरियाली इन रास्तों को और हसीन बना देती है।
क्या-क्या देखें?
कहीं घूमने गए और वहाँ क्या-क्या जगह है देखने के लिए उसकी जानकारी ही नहीं है तो आपकी ट्रिप का आधा समय तो जगह ढूॅंढने में बर्बाद होना निश्चित ही है। इसलिए अगर मर्चुला जा रहे तो क्या-क्या देख सकते और कहाॅं घूम सकते हैं सब के बारे में जान लें।
मगरमच्छ व्यू पॉइंट
अगर पूरे मर्चुला शहर को एक नज़र से देखने की इच्छा रखते हैं तो मगरमच्छ व्यू पॉइंट आप लोगों के लिए ही बना है। झरने से बहते पानी के कारण इस जगह की ख़ूबसूरती में चार चाॅंद लग जाते हैं। अगर आप दूसरी दुनिया का अनुभव करना चाह रहे तो यहाँ पर कुछ समय ध्यान करते हुए पानी की आवाज़ सुने, जो आपको दूसरी दुनिया में ले जाएगा। इसको अधिकतर पर्यटक सेल्फ़ी पॉइंट के नाम से भी जानते हैं।
बारसी गाॅंव
मर्चुला जा रहे तो मर्चुला के पास में चारों तरफ़ पहाड़ो से घिरे गाॅंव ‘बारसी’ ज़ुरूर हो आएँ। यहाँ गाॅंव से कॉर्बेट नदी क्रीक गुज़रती है जो यहाँ की सबसे लोकप्रिय और शान्त जगहों में से एक है। इस गाॅंव को आप लोग किसी अन्य गाॅंव से ज़्यादा पसन्द करने वाले हैं। मर्चुला से ज़्यादा दूर न होने के कारण यहाँ बस या टैक्सी से जा सकते हैं।
रामनगर नदी
मर्चुला शहर रामनगर नदी के किनारे लगे होने के कारण और भी ज़्यादा ख़ूबसूरत हो जाता है। यहाँ पर जब भी कोई पर्यटक आता है वो यहाँ का ही होकर रह जाता है। यहाँ पर साल के हर महीने पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है। यहाँ पर कई प्रकार के प्रजातियों के पक्षी देखने को मिल जाते हैं जिस कारण इस नदी को “प्रवासी पक्षियों का घर“ भी माना जाता है।
गर्जिया देवी मन्दिर
मर्चुला से 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर खाल गाँव में गर्जिया देवी मन्दिर है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। इस मन्दिर को गिरिजा देवी मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है।
इसके अलावा आप मर्चुला में ट्रेकिंग का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं। यहाँ पर वाइल्ड लाइफ़ म्यूज़ियम, जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क है जहाॅं ट्रिप के दौरान जाया जा सकता है।
कहाँ ठहरें?
जब कभी भी किसी गाॅंव के पास या पहाड़ी इलाके में जाने का प्लान बनता है तो वहाँ सबसे ज़्यादा परेशानी रुकने की होती है पर यहाँ पर इस समस्या के समाधान के लिए काफ़ी ज़्यादा संख्या में रिजॉर्ट हैं जो आपको कम दाम में मिल जाएँगे।
कब जाएँ?
वैसे तो वर्ष के किसी भी महीने में जा सकते हैं पर आपको मर्चुला का पूरा लुत्फ़ उठाना है तो आपके लिए अक्टूबर से फ़रवरी सबसे शानदार समय है। जाएँ और अपनी छुट्टी को एक यादगार सफ़र बना दें।