घुमक्कड़ी में रोड ट्रिप एक नया एडवेंचर है। लोग अपनी गाड़ी से लंबे और ख़तरनाक रास्ते पर रोड ट्रिप के लिए जाते हैं। श्रीनगर-लेह की यात्रा हर घूमने वाला एक बार ज़रूर करना चाहता है। जिस तरह से लेह-मनाली हाईवे लोगों की बट्ट लिस्ट में रहता है, ठीक वैसे ही श्रीनगर-लेह भी उसी कैटेगरी में आता है। श्रीनगर से लेह की दूरी लगभग 420 किमी. है। इस शानदार यात्रा को आपको ज़रूर करना चाहिए।
श्रीनगर-लेश्रीनगर-लेह हाइवे को नेशनल हाइवे 1डी के नाम से भी जाना जाता है। ये हाइवे कश्मीर को लद्दाख से जोड़ता है। सर्दियों में भारी बर्फबारी की वजह से 5 महीने ये रास्ता पूरी तरह से बंद रहता है। मार्च से लेकर सितंबर तक श्रीनगर-लेह हाइवे लोगों के लिए खुला रहता है। इस रास्ते में कई शानदार जगहें मिलती हैं, जिनमें सोनमर्ग, जोजिला पास, कारगिल और द्रास शामिल है।
कैसे जाएँ?
श्रीनगर-लेह की यात्रा करने के लिए आपके पास कई सारे साधन हैं। अगर आप वाक़ई में एडवेंचर करना चाहते हैं तो इस यात्रा को ख़ुद की गाड़ी से कर सकते हैं। इसके अलावा श्रीनगर-लेह की बीच बस भी चलती है। इस यात्रा को आप बस से भी कर सकते हैं। यदि आप बेहद आराम में जाना चाहते हैं तो आपको टैक्सी बुक करनी चाहिए। टैक्सी आपको महँगी ज़रूर पड़ेगी लेकिन आपकी ये यात्रा बेहद शानदार हो जाएगी।
रूट
श्रीनगर - सोनमर्ग - जोजिला पास - द्रास - कारगिल - मुल्बेख - नमकी ला - फ़ोटू ला - लामायारू - अलची - संगम - लेह
श्रीनगर से लेह की दूरी लगभग 420 किमी. है। रास्ता और मौसम पर ये निर्भर रहता है कि आप कितने समय में अपने गंतव्य तक पहुँचेंगे। श्रीनगर से यात्रा आपकी शुरू होगी तो सबसे पहले आपको सोनमर्ग मिलेगा। सोनमर्ग समुद्र तल से 3,000 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और गांदरबल ज़िले में आता है। श्रीनगर से सोनमर्ग की दूरी लगभग 80 किमी. है। श्रीनगर से सोनमर्ग का रास्ता एकदम शानदार है और नज़ारे भी खूबसूरत हैं। कुछ ही घंटे में आप सोनमर्ग पहुँच जाएँगे। सोनमर्ग कश्मीर की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है।
जोजिला पास
श्रीनगर- लेह की यात्रा में सबसे बड़ा आकर्षण जोजिला पास है। जोजिला पास सोनमर्ग से 24 किमी. की दूरी पर स्थित है। जोजिला पास हिमालय के सबसे लंबे पास में से एक है। जोजिला पास समुद्र तल से 3,528 मीटर की दूरी पर स्थित है। जोजिला पास श्रीनगर और लेह को आपस में जोड़ने का काम करता है। जोजिला पास लद्दाख के कारगिल क्षेत्र में आता है। जोजिला पास पर ठंड बहुत रहती है। जोजिला पास का रास्ता बेहद संकरा और ऊबड़-खाबड़ है इसलिए इस रास्ते पर थोड़ा संभलकर चलने की ज़रूरत है। जोजिला पास अगर आपने पार कर लिया तो आपको आगे की यात्रा बहुत ज़्यादा कठिन नहीं लगेगी।
कारगिल
जोजिला पास से कारगिल की दूरी लगभग 100 किमी. है। इस रास्ते पर आपको कारगिल से पहले द्रास नाम की जगह मिलेगी। जोजिला पास से द्रास 40 किमी. की दूरी पर है। द्रास को गेटवे ऑफ लद्दाख भी कहा जाता है। द्रास दुनिया की सबसे ठंडी जगहों में से एक है। समुद्र तल से 3,200 मीटर की ऊँचाई पर स्थित द्रास में कारगिल वॉर मेमोरियल भी है। द्रास से बढ़ते हुए आप कारगिल पहुँचेंगे। कारगिल सुरू नदी के किनारे स्थित है। कारगिल 1999 की जंग के लिए भी जाना जाता है। यदि आप ख़ुद की गाड़ी से हैं तो कारगिल में रात गुज़ार सकते हैं। इसके अलावा अगर आप बस से जान रहे हैं तो बस तो चलती ही रहेगी।
नमकी ला
कारगिल से जितना आगे आप बढ़ेंगे लेह की तरफ़ पहुँचते चले जाएँगे। कारगिल से नमिका ला 50 किमी. की दूरी पर है। रास्ते में आपको मुल्बेख नाम की जगह मिलेगी। मुल्बेख अपने बेहद प्राचीन बौद्ध मठ के लिए जाना जाता है। यहाँ पर 800 साल पुराने बौद्ध गोंपा हैं जिनमें 30 फ़ीट ऊँची मैत्रेय बुद्ध की पत्थर से बनी एक मूर्ति है। नमकी ला समुद्र तल से 3,700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। नमकी ला श्रीनगर-लेह पर स्थित दूसरा सबसे ऊँचा हिमालयन दर्रा है।
फ़ोटू ला
फ़ोटू ला श्रीनगर-लेह हाईवे की सबसे ऊँची जगह है। फ़ोटू ला समुद्र तल से 4,108 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ से हिमालय का बेहद सुंदर और शानदार नजारा देखने को मिलता है। नमकी ला से फ़ोटू ला लगभग लगभग 35 किमी. की दूरी पर है। श्रीनगर से फ़ोटू ला 290 किमी. और लेह से फ़ोटू ला 130 किमी. की दूरी पर है। फ़ोटू ला से आगे बढ़ने पर आपको लामायारू नाम की जगह मिलेगी। फ़ोटू ला से लामायुरू 15 किमी. की दूरी पर है। लामायुरू लद्दाख का एक गाँव है जहां पर एक शानदार मोनेस्ट्री है। इस प्राचीन मठ में हर साल फ़ेस्टिवल होता है, जिसको देखने के लिए आप आ सकते हैं।
अलची
लामायारू लगभग 60 किमी. की दूरी पर एक जगह है, अलची। अलची भी लद्दाख का एक गाँव है। इस गाँव में भी एक बेहद प्राचीन मोनेस्ट्री है। अलची की मोनेस्ट्री लद्दाख की सबसे प्राचीन मोनेस्ट्री में से एक है। श्रीनगर से अलची 360 किमी. और लेह से अलची 66 किमी. की दूरी पर है। अलची मोनेस्ट्री को देखने के बाद आप आगे बढ़ेंगे तो निम्मो नाम का एक जगह मिलेगी। निम्मो वो जगह है, जहां सिंधु नदी और जांस्कर नदी का संगम होता है। आपको इस संगम को ज़रूर देखना चाहिए। यहाँ पर रिवर राफ़्टिंग भी होती है। संगम से लेह की तरफ़ बढ़ने पर पत्थर साहिब गुरूद्वारा मिलेगा।
लेह
सिंधु-जांसकर नदी के संगम से लेह की दूरी सिर्फ़ 33 किमी. है और रास्ता भी एकदम शानदार है। आप 1 घंटे में लेह पहुँच जाएँगे। लेह पहुँचने के बाद एक दिन तो पूरा आराम करना चाहिए जिससे आपकी थकावट दूर हो जाए। इस तरह आपको श्रीनगर-लेह की यात्रा पूरी होती है। श्रीनगर-लेह हाइवे पर मिलने वाली ज़्यादातर जगहें बेहद खूबसूरत हैं।
श्रीनगर लेह का रास्ता
श्रीनगर से सोनमर्ग - अच्छा और बहुत अच्छा
सोनमर्ग से जोजिला पास- सामान्य और बुरा
जोजिला पास से गुमरी- औसत और अच्छा
द्रास से कारगिल- अच्छा
कारगिल से मुल्बेख- औसत और अच्छा
लामायुरू से लेह- अच्छा और बहुत अच्छा
फ़्यूल और एटीएम की उपलब्धता:
श्रीनगर, सोनमर्ग, कारगिल, मुल्बेख, गंदरबल, द्रास, कारगिल और लेह।
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