“मोरनी हिल्स” हरियाणा का एक खुबसूरत पहाड़ी स्टेशन है, जो पंचकुला के करीब स्थित है। हरियाणा में एकमात्र हिल स्टेशन होने के कारण, यह स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए एक बेहद पसंदीदा पिकनिक स्थल है।
यह हिल स्टेशन 1,220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जो अपने अद्भुद और आश्चर्यजनक दृश्यों के लिए जाना जाता है। परिदृश्य के अलावा, यहाँ वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत विविधता भी मौजूद है, जो इसे हर प्रकृति प्रेमी के लिए सुखद बनाती है। एक भव्य बिंदु होने के अलावा, मोरनी हिल्स एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है जहाँ ठाकुरद्वार मंदिर में 7 वीं शताब्दी में वापस डेटिंग की गई है। मोरनी हिल्स स्टेशन हरियाणा की एक ऐसी जगह है, जिसे हर पर्यटक को अपनी लाइफ में एक बार अवश्य जाना चाहिये।
हरे-भरे क्षेत्र से घिरा यह पर्वतीय गंतव्य एक शानदार वीकेंड गेवटे है, जहां आसपास के शहरों से पर्यटक सप्ताहंत के दौरान मौज-मस्ती और सुकून के पल बिताने के लिए आते हैं। हिमालय की शिवालिक श्रृंखला इस हिल स्टेशन को खास बनाने का काम करती है। अगर आप दिन के कुछ घंटे आराम से बिताना चाहते हैं तो आप यहां जरूर आएं।
मोरनी हिल्स का इतिहास
ऐसा माना जाता है कि मोरनी नाम की एक रानी कई दशक पहले इस स्थान पर शासन करती थी और रानी के सम्मान में पहाड़ियों का नाम मोरनी रखा गया था।इतिहासकारों का दावा है कि 15वीं शताब्दी में राजपूत ठाकुर मोरनी हिल्स के आसपास रहते थे। ठाकुरों के बाद मुगलों ने भी शासन किया लेकिन लंबे समय तक नहीं।अंग्रेजों के आगमन के कारण अधिकांश देशी शासकों का पतन हो गया था। ब्रिटिश राज के दौरान, पहाड़ियों को उपेक्षित छोड़ दिया गया था और भारत की आजादी के बाद से ही मोरनी हिल्स सुर्खियों में आ गया था और इसे एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया गया था।
मोरनी हिल्स में घूमने की जगहें
एडवेंचर पार्क
एडवेंचर पार्क मोरनी हिल्स में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें में से एक है। यह पार्क एक ऐसी जगह है जहाँ बोट राइड और ट्रेकिंग के अलावा पर्यटक कई एडवेंचर एक्टिविटीज एन्जॉय कर सकते है। जी हाँ इस पार्क को हालही में डिवलॉप किया गया है, जो रस्सी चढ़ाई, कमांडो नेट, बर्मा पुल, रैपेलिंग और रॉक-क्लाइम्बिंग जैसे गतिविधि प्रदान करता है।
इनके अलावा आप आप यहाँ फव्वारे और कैफेटेरिया के साथ एक ट्री हाउस भी देख सकते हैं। एडवेंचर एक्टिविटीज के साथ इस पार्क में बच्चों के लिए झूले और सवारी भी उपलब्ध हैं जो इसे फैमली और बच्चो के साथ घूमने के लिए मोरनी हिल्स के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल में से एक बनाती है।
गुरुद्वारा नाडा साहिब –
गुरुद्वारा नाडा साहिब मोरनी हिल और पंचकुला के सबसे पवित्र स्थल में से एक है जिसे पर्यटको को अपनी मोरनी हिल्स स्टेशन की यात्रा में जरूर जाना चाहिये। यह गुरुद्वारा सिख समुदाय के लोगो के लिए काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। गुरुद्वारा नाडा साहिब मोरनी हिल्स में हरी भरी हरियाली और शांत वातावरण के मध्य स्थित है तथा घग्गर-हाका नदी भी इसके बगल से बहती है, जो इसके पर्यावरण को और भी सुंदर बनाती है। इसी वजह से सिख भक्तो के साथ साथ दूर दूर से पर्यटक भी गुरुद्वारा नाडा साहिब घूमने आते है।
करोह पीक
हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित, करोह पीक मोरनी हिल्स के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल में से एक है। करोह पीक के पर्वत शिखर की ऊंचाई 4,813 फीट है जो हरियाणा राज्य की सबसे ऊँची चोटी है। इस चोटी के उपर से नीचे बसे गावों और आसपास के इलाको के सुंदर नजारों को देखा जा सकता है। करोह पीक पर ट्रेकिंग करते हुए पहुँचा जा सकता है, इसीलिए यह चोटी ट्रेकर्स के लिए मोरनी हिल्स की सबसे अच्छी जगहें में से एक है।
टिक्कर ताल
टिक्कर ताल मोरनी हिल्स में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें में से एक है। यह स्थान हिल स्टेशन के आसपास की हरे-भरे हरियाली का सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है, जो मोरनी हिल्स आने वाले पर्यटकों को बेहद आकर्षित करते है। यहाँ एक झील भी है जहाँ पर्यटक शांतिप्रिय समय बिताना पसंद करते है साथ ही यहाँ बोट राइड जैसी अट्रैक्टिव एक्टिविटीज को भी एन्जॉय किया जा सकता है, इसीलिए आप जब भी अपने फ्रेंड्स और फैमली के साथ मोरनी हिल्स घूमने जायें तो टिक्कर ताल घूमने जरूर जायें।
मोरनी हिल्स में वन्यजीव
इसमें वनस्पतियों का बहुत अच्छा कवरेज है। इसीलिए इसे पर्यटकों के साथ साथ वन्य जीव प्रेमियों के लिए भी स्वर्ग माना जाता है। जब भी आप यहाँ आयेंगे तो सियार, लंगूर, हाइना, नीलगाय, जंगली सूअर, भौंकने वाले हिरण, सांभर जैसी कई वन्य जीवो को घूमता हुए देख सकेगें। इनके साथ साथ इस खूबसूरत जगह पर कई स्थानीय पक्षीयों को भी देखा जा सकता है जो अपनी मधुर आवाज से आपको बेहद आकर्षित करगें।
जबकि यदि हम यहाँ पाये जाने वाले पेड़ो की बात करें तो यहाँ नीम, ओक, पिपल, जामुन, अमलतास और जेरकंडा जैसे जाड्या पेड़ पौधे पाये जाते हैं।
मोरनी किला
मोरनी हिल्स के पर्यटन आकर्षणों में यहां के प्राचीन किले को भी देख सकते हैं। मोरनी फोर्ट के नाम से प्रसिद्ध यह किला यहां की पहाड़ी पर स्थित है। चूंकि यह ऊंचाई पर स्थित है इसलिए आप यहां से आसपास के खूबसूरत नजारों का आनंद ले सकते हैं। जानकारी के अनुसार इस किले का निर्माण 17वीं शताब्दी के आसपास किया गया था।
पर्यटकों के लिए इस किले को दोबार से बनाया गया है, लेकिन इस किले ने अपनी ऐतिहासिक महत्व नहीं खोया है। यहां आप भगवान शिव को समर्पति मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं।
मोरनी हिल्स में करने के लिए एक्टिविटीज
मोरनी हिल्स में काफी चौड़ी सड़कें हैं जो सवारों के लिए स्वर्ग हैं। मोरनी हिल्स पर जाने वाले पर्यटक, लंबी-चौड़ी सड़कों पर बाइक और कार की सवारी और सड़क के किनारे खूबसूरत नजारों का आनंद लेते हैं। पर्यटक मोरनी हिल्स में साहसिक खेलों जैसे रॉक-क्लाइम्बिंग, कमांडो नेट, रस्सी पर चढ़ने और बहुत कुछ में लिप्त हो सकते हैं। अगर जगह की प्राकृतिक सुंदरता में रम जाना आपको खास पसंद न हो तो मोरनी हिल्स में आपके दिमाग और आत्मा को तरोताजा करने के लिए ये सभी तथा और भी कई साहसिक गतिविधियां हैं।
मोरनी हिल्स घूमने जाने का सबसे अच्छा समय
यदि आप मोरनी हिल्स स्टेशन घूमने जाने का प्लान बना रहे है और अपनी ट्रिप पर जाने से पहले घूमने के लिए बेस्ट टाइम सर्च कर रहे है, तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दे मोरनी हिल्स में गर्मियां काफी गर्म होती हैं।इसीलिए इनसे बचना चाहिए।
आप मानसून के दौरान भी मोरनी हिल्स की यात्रा कर सकते हैं क्योंकि इस समय तापमान थोड़ा कम हो जाता है। लेकिन इस समय होने वाली तेज बारिश आपकी यात्रा को बाधित कर सकती है ।इसीलिए बेहतर होगा आप “अक्टूबर से मार्च” के बीच मोरनी हिल्स स्टेशन की यात्रा पर जायें।
मोरनी हिल्स कैसे पहुँचे
हवाई मार्ग. मोरनी पहाड़ियों से लगभग 50 किमी दूर स्थित चंडीगढ़ हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है। हवाई अड्डा देश के सभी हिस्सों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, पुणे और लखनऊ से नियमित उड़ानों को समायोजित करता है । हवाई अड्डे से मोरनी हिल्स तक पहुंचने के लिए टैक्सी या बस ले सकते हैं।
रेल मार्ग. चंडी मंदिर रेलवे स्टेशन मोरनी पहुंचने के लिए निकटतम स्टेशन है, जो लगभग 30 किमी दूर है। स्टेशन से, मोरनी तक पहुंचने के लिए कोई टैक्सी, ऑटो या बस ले सकता है। कालका शताब्दी, चंडीगढ़ एक्सप्रेस, और पश्चिम एक्सप्रेस कुछ लोकप्रिय ट्रेनें हैं, जिन पर मोरनी हिल्स की आरामदायक यात्रा के लिए सीटें आरक्षित की जा सकती हैं।
सड़क मार्ग. वे सभी लोग जो स्थानीय गाँवों, अंतहीन खेतों के नज़ारों का लुत्फ़ उठाने, और सड़क किनारे के ढाबों के भोजन का आनंद लेना चाहते हैं, हरियाणा के मोरनी हिल्स तक पहुँचने के लिए अंतरराज्यीय पर्यटक बसों में सीट बुक कर सकते हैं। भारत के विभिन्न हिस्सों से आने वाले लोग मोर्नी तक पहुंचने के लिए अपनी निजी कार या बाइक भी ले सकते हैं। सड़क मार्ग से, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु से क्रमशः 260, 1,600, 1,700 और 2,400 किमी की दूरी तय करनी होती है।
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