पीर पंजाल और धौलाधार पर्वतमाला के बर्फ से ढकी ढलानों के बीच बसा, मनाली, देश के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है। दिल को छु जाने वाले दृश्यों के साथ, हरे-भरे जंगल, फूलों के साथ बिछे हुए घास के मैदान, नीले झरने, हवा में धुंध व ताज़गी, बड़े बड़े देवदार के पेड़, कुदरत ने मनाली को कुछ असाधारण सुंदरता से नवाज़ा है । मनाली यात्रा की योजना बनाते समय, यह जान लें कि यह शहर संस्कृति प्रेमियों, भोजन, रोमांच पसंद और शांति चाहने वालों के लिए एक सच्चा आश्रय स्थल है। रोमांच पसंद लोगो के लिए सोलंग वैली में रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, कैम्पिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, ज़ॉर्बिंग समेत कई चीज़ें है। यहाँ प्रकृति प्रेमियों के लिए पातालसू पीक, देव टिब्बा बेस कैंप, जोगिनी फॉल्स और राहला फॉल्स जैसे कई लुभावने ट्रेक और दर्शनीय स्थल हैं । रोहतांग दर्रे की बर्फीली सड़कों से गुज़रते हुए आपको पूरे हिमालय की तस्वीर आँखोंं के सामने आ दिखेगी।
यह जगह रोमांच पसंद लोगोंं के लिए तो जन्नत है । जिन लोगों को इतिहास व कला मे रुचि है वह हिमाचली संस्कृति और लोक कला संग्रहालय में संस्कृति और विरासत के शानदार नमूनों को देख सकते हैं। मनाली में आध्यात्म से जुड़े हुए लोगों के लिए भी बहुत कुछ है, यहाँ मनु मंदिर, हिडिंबा मंदिर व वशिष्ठ मंदिर जैसे कई मंदिर है जहाँ जाकर आप अंदरूनी शांति पा सकते है ।
तो चलिये मनाली को थोड़ा और करीब से जानते हैं और आपके लिए मनाली की दो दिन की यात्रा का प्लान बनाते है ताकि आप जल्दी से जल्दी वादियों के सफर पर निकल सकें ।
मनाली घूमने का बेस्ट टाइम
अगर आप ठंड पसंद करते हैं तो अक्टूबर से फरवरी का समय मनाली की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है और खासतौर पर आप जनवरी में ताज़ा बर्फबारी का आनंद भी उठा सकते है । पर अगर आप सर्दियों मे नहीं जाना चाहते तो आप मार्च से जून के बीच मनाली यात्रा का लुत्फ उठा सकते है ।
मनाली कैसे पहुँचे ?
वायु मार्ग द्वारा - निकटतम हवाई अड्डा भुंतर में है, जो मनाली से लगभग 50 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। घरेलू उड़ानें भुंतर को दिल्ली और चंडीगढ़ से जोड़ती हैं। हवाई अड्डे पर, आप मनाली के लिए प्री-पेड टैक्सी ले सकते हैं। दिल्ली से भुंतर तक के सफर का खर्च लगभग ₹6,000 से ₹9000 के बीच आ सकता है । आप चाहें तो आप चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर उतर कर वहाँ से टैक्सी या बस भी कर सकते है, बस का खर्च लगभग ₹900 से ₹1200 के बीच पड़ेगा ।
रेल मार्ग द्वारा - जोगिंद्रनगर रेलवे स्टेशन मनाली के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन है जो देश के कई महत्वपूर्ण शहरों के साथ हिल स्टेशन को जोड़ता है। चंडीगढ़ और अंबाला ट्रेन से मनाली पहुँचने के लिए अन्य विकल्प हैं। अगर आप दिल्ली से चंडीगढ़ या अंबाला तक रेल मार्ग से आ रहे है तो आप कुछ ₹1500 में मनाली आसानी से पहुँच सकते है जिसमें आपका टैक्सी का खर्च शामिल है ।
सड़क मार्ग द्वारा - दिल्ली से मनाली के लिए बस की यात्रा 550 कि.मी. की है, जिसका खर्च लगभग ₹1000 से ₹1500 तक पड़ सकता है । मनाली सड़क मार्ग द्वारा, लेह, शिमला, कुल्लू, धर्मशाला और नई दिल्ली जैसे महत्वपूर्ण स्थलों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जिसमें सरकारी बसों के साथ-साथ निजी बसों का नेटवर्क भी शामिल है ।
मनाली में देखने की जगहें
आप मनाली में अपना पहला दिन लोकल मनाली घूमते हुए निकाल सकते हैं तो चलिये जानते है कि पहले दिन आप कहाँ-कहाँ घूम सकते है व क्या देख सकते है।
1. हिडिंबा मंदिर
मनाली के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक हिडिम्बा देवी मंदिर को स्थानीय भाषा मे ढुंगिरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, यह चार मंजिला संरचना एक जंगल के बीच है, जिसे ढुंगिरी वन कहा जाता है। हिडिम्बा मंदिर हिडिम्बा देवी को समर्पित एक अद्वितीय मंदिर है, जो भीम की पत्नी और घटोत्कच की माँ थी, इसीलिए इस मंदिर का संबंध महाभारत काल से है । भव्य देवदार के जंगलों से घिरे इस खूबसूरत मंदिर को एक चट्टान पर बनाया गया है, जिसे माना जाता है कि यह देवी हिडिम्बा की छवि में है। मंदिर में एक लकड़ी का दरवाज़ा है और मिट्टी की दीवारें पत्थर से सजी हैं। इस दरवाज़े में देवी, जानवरों आदि की लघु चित्रकारी है। । मंदिर में देवी की मूर्ति नहीं है लेकिन उनके पदचिन्ह को उकेरते हुए एक विशाल पत्थर रखा हुआ है।
प्रवेश शुल्क - मुफ्त
2. मनु मंदिर
यह भव्य मंदिर ऋषि मनु को समर्पित है। मंदिर मे एक शिवालय संरचना है जो अपने आकर्षक वास्तुकला से इतिहास और आध्यात्मिकता की एक झलक दिखलाती है। मनाली नाम की उत्पत्ति ऋषि के नाम से हुई थी, जिसे मानव जाति का निर्माता व मनुस्मृति का लेखक माना जाता है। मुख्य बाजार से तीन कि.मी. की दूरी पर यह मंदिर स्थित है । साथ बहती व्यास नदी इसके आकर्षण में चार चाँद लगा देती है । मंदिर मनाली में प्रमुख आकर्षणों में से एक है और माना जाता है कि यह वही स्थान है जहाँ ऋषि मनु ने धरती पर कदम रखने के बाद ध्यान लगाया था । हो सकता है कि छोटे-छोटे रास्तों की वजह से आपको यहाँ पहुँचने मे थोड़ी परेशानी हो पर यकीन मानिए जो आपको देखने को मिलेगा उसके सामने यह कुछ भी नहीं है।
प्रवेश शुल्क - मुफ्त
3. वशिष्ठ मंदिर और गर्म पानी के झरने
स्थानीय संत वशिष्ठ और भगवान राम को समर्पित वशिष्ठ गाँव, व्यास नदी के पार मनाली से लगभग 3 कि.मी. दूर स्थित है। यह खूबसूरत गाँव अपने शानदार गर्म पानी के झरनों और वशिष्ठ मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जिसे झरनों के पास में बनाया गया है। माना जाता है कि इस झरने के पानी में बहुत अच्छी उपचार शक्तियाँ हैं, जो कई त्वचा रोगों और अन्य संक्रमणों को ठीक कर सकती हैं। यहाँ तुर्की शैली के स्नान घर उपलब्ध हैं, जिनमें झरनों का गर्म पानी होता है। पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए अलग-अलग स्नान हैं। तो अगर आप मनाली घूमने की योजना बना रहे है तो आप यहाँ के कुंड मे स्नान करना नहीं भूले ।
प्रवेश शुल्क - मुफ्त
4. जोगिनी झरना
जोगिनी झरना मनाली की खूबसूरत घाटी में स्थित है, जो शहर की भीड़भाड़ से लगभग 3 कि.मी. दूर स्थित है। अगर आप 160 फीट की ऊँचाई से जोगिनी झरने को गिरता हुआ देखना चाहते है तो आपको देवदार के पेड़ों और बागों के माध्यम से वशिष्ठ मंदिर से होते हुए एक ट्रेक करना होगा है। इस झरने तक चढ़ने में लगभग 3 घंटे लगते हैं व रास्ते मे कई सुंदर मोड़ व स्थान आते है जहाँ से आपको पूरा मनाली दिखायी देता है इसीलिए अपना कैमरा साथ ले जाना ना भूलें । इस मनोरम जलप्रपात को मनाली में सबसे रोमांटिक आकर्षणों में से एक माना जाता है, अगर आप ट्रेक करते हुए थक गए है व आराम करना चाहते है तो यहाँ रास्ते मे चाय व लोकल फूड की कई दुकानें मिल जाएँगी । अगर आप रोमांच व प्रकृति प्रेमी है व आपने मनाली जाने के बाद जोगिनी झरना तक ट्रेक नहीं किया तो आपका मनाली जाना अधूरा ही रह जाएगा ।
प्रवेश शुल्क - मुफ्त
5. वन विहार
देवदार के पेड़ों व हरियाली से भरपूर, वन विहार को राष्ट्रीय उद्यान के रूप में भी जाना जाता है । इसे शहर के नगर निगम द्वारा संचालित और रखरखाव किया जाता है । यह जगह मॉल रोड के पास स्थित है, जिससे यह बड़ी ही आसानी से आपको मिल जाएगी । यह सुंदर बगीचा बच्चों और वयस्कों के लिए एक लोकप्रिय और अक्सर देखा जाने वाला गंतव्य है। पार्क का मुख्य आकर्षण सुंदर मानव निर्मित झील है जो जंगल के बीच में स्थित है। पर्यटक झील में नौका विहार का आनंद ले सकते हैं। पार्क में बच्चों के साथ-साथ कपल्स के लिए भी बहुत सारे झूले हैं। पार्क के पास में व्यास नदी बहती है। शाम को पार्क की सैर व यहाँ से सनसेट को अनुभव करने का आनंद कुछ और ही है।
समय: सुबह 8 बजे - गर्मियों में 7 बजे और सर्दियों में सुबह 8 बजे - शाम 5 बजे।
प्रवेश शुल्क: प्रति व्यक्ति ₹5, नौका विहार शुल्क - ₹30 / व्यक्ति 15 मिनट के लिए।
6. नग्गर किला
मनाली मे नग्गर किले के रूप में इतिहास के एक छोटे से टुकड़े का घर है। नग्गर शहर में लुभावने जंगलों के बीच स्थित, नग्गर कैसल एक आश्चर्यजनक ऐतिहासिक इमारत है। कुल्लू के राजा सिद्ध सिंह के निवास के रूप में, यह महल पारंपरिक हिमालयी और यूरोपीय वास्तुकला का एक अच्छा मिश्रण है जिसमें राजसी चिमनियों के साथ, खूबसूरती से निर्मित सीढ़ियाँ, और सावधानीपूर्वक लकड़ी और पत्थर का बेहतरीन काम है। जब आप मनाली में हैं, तो आपको नग्गर किले को देखने अवश्य जाना चाहिए।
प्रवेश शुल्क - ₹15 प्रति व्यक्ति
मनाली मे दूसरे दिन के लिए आपके पास दो विकल्प है, अगर आपको अपनी बाइक से बहुत प्यार है और आपको ऊबड़-खाबड़ रास्ते पर जाना पसंद है तो आप रोहतांग पास पर अपनी बाइक लेकर निकल सकते है और अगर आपको साहसिक गतिविधियाँ, जोरबिंग,स्कीइंग, पैराग्लाइडिंग करने का मन है तो आप सोलंग वैली की तरफ रुख कर सकते है । पर रोहतांग पास जून से अक्टूबर तक ही खुला रहता है व सोलंग वैली की गतिविधियाँ भी मौसम के हिसाब से तय होती है । यह रहे आपके दूसरे दिन के दोनों प्लान जिन्हें आप अपनी पसंद के हिसाब से चुन सकते हैं:
A. रोहतांग पास
अगर आप एक बाइक-प्रेमी व्यक्ति हैं तो मनाली की यात्रा की योजना बनाते समय, रोहतांग पास की एक की दिन यात्रा का प्लान होना ही चाहिए। पर रोहतांग पास की यात्रा का प्लान बनाते समय आपको यह बात ज़रूर ध्यान में रखनी चाहिए की यह दर्रा सिर्फ जून से अक्टूबर के समय ही खुलता है बाकी समय यह भारी बर्फबारी की वजह से बंद रहता है । मुख्य शहर से सिर्फ 51 कि.मी. की दूरी पर स्थित, रोहतांग दर्रा केवल सड़क मार्ग से पहुँचा जा सकता है। दर्रा 3978 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है,जैसे ही वाहन मनाली- केलांग रोड पर चढ़ता है, चारों ओर के परिदृश्य की सुंदरता को आप देखते ही रह जाएँगे । रोहतांग मे ऊँचाई के साथ-साथ ठंड भी बढ़ना शुरू हो जाती है । रोहतांग पास में आपको बर्फ से ढँकी पहाड़ियों, लुभावने दृश्य और शानदार नज़ारे देखने को मिलेंगे। रोहतांग मे बहुत सी फिल्मों की शूटिंग भी हुई है तो आपको यहाँ की कई जगह जानी पहचानी लगेगी ।
प्रवेश शुल्क - परमिट ₹550 प्रति गाड़ी
2. राहला झरना
मनाली बस स्टैंड से 29 कि.मी. की दूरी पर स्थित रहला झरने, रोहतांग दर्रे के रास्ते में स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए एक प्रसिद्ध पिकनिक स्थल है। यहाँ का पानी आमतौर पर ठंडा होता है क्योंकि यह हिमालय में स्थित पिघलने वाले ग्लेशियर से निकलता है। आस-पास में यहाँ ज़्यादातर देवदार के पेड़ है । बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियों को झरने के आसपास के कई स्थानों से आसानी से देखा जा सकता है।
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लगभग 9000 फीट की ऊँचाई पर स्थित, यह जगह प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए एक आदर्श स्थान है। परिवार और दोस्तों के साथ कुछ क्वालिटी टाइम बॉन्डिंग करने के लिए एक परफेक्ट जगह होने के अलावा, यह जगह उन लोगों के लिए भी है जो अपने दिमाग को शांत करना चाहते हैं और अंदरूनी शांति चाहते हैं।
B. सोलंग
मनाली घूमने जाने के दौरान दो बिल्कुल अहम स्थान रोहतांग और सोलंग घाटी हैं। मनाली के मुख्य शहर के उत्तर-पश्चिम में 14 कि.मी., सोलंग घाटी हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। अगर आपको बर्फ में खेलना या बर्फ मे समय बिताना पसंद है तो आपको सोलंग जाना ही चाहिए । एडवेंचर के शौकीनों के लिए पसंदीदा, पैराग्लाइडिंग के लिए पैराशूटिंग, घुड़सवारी के लिए मिनी-ओपन जीप ड्राइविंग जैसी चीज़ें विशेष रूप से सभी आयु वर्ग के पर्यटकों के लिए उपलब्ध है।
सर्दियों के दौरान, सोलंग घाटी स्नोमेकिंग स्कीइंग के साथ कवर किया जाता है, यह एक लोकप्रिय खेल है, पहली बार स्कीइंग करने वाले लोगों की देखरेख करने के लिए प्रशिक्षण संस्थान और ट्रेनर घाटी में स्थित हैं। जैसे ही बर्फ पिघलती है, स्कीइंग के बदले आप जोरबिंग व पैराग्लाइडिंग का लुत्फ उठा सकते है । हर साल घाटी भारी संख्या में पर्यटकों का स्वागत करती है।
खर्च - सोलंग घाटी में ₹500 प्रति व्यक्ति स्नो स्कूटर, पैराग्लाइडिंग के लिए प्रति व्यक्ति ₹600, केबल कार रोपवे केलिए प्रति व्यक्ति ₹450, ज़ोरबिंग ₹350 प्रति व्यक्ति, एमेच्योर स्कीइंग प्रति व्यक्ति ₹300, हेलीकाप्टर की सवारी ₹2500 प्रति व्यक्ति है
2. कोठी व गुलाबा गाँव
मनाली से लगभग 15 और 20 कि.मी. दूर स्थित दो शानदार गाँव है एक है कोठी और एक है गुलाबा । यह गाँव दुनिया भर से पर्यटकों को रोमांच और मनोरंजक गतिविधियों के लिए आकर्षित करते है। रोहतांग दर्रे पर जाने वाले अधिकांश ट्रेकर्स अक्सर यहाँ डेरा डालते हैं। यहाँ से बर्फ से ढकी पर्वत चोटियों, व्यास नदी और ग्लेशियरों का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है। इन दोनों ही गाँवो में सर्दियों के दौरान बर्फबारी होती है पर यहाँ सोलंग या मनाली जितनी भीड़ नहीं होती है, तो अगर आप मनाली की भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं तो आपको यहाँ ज़रूर आना चाहिए । आपको यहाँ कई एडवेंचर गतिविधियों के साथ साथ ट्रेकिंग व कैम्पिंग भी कर सकते है ।
प्रवेश शुल्क - मुफ्त
मनाली में कहाँ रुकें
मनाली में आपको रुकने के लिए हर तरह के विकल्प मिल जाएँगे । डॉर्म्स, टेंट, होटल या रिसोर्ट, आपको सभी तरह की सुविधाएँ आपको मिल जाएगी। तो चलिए जानते है उनमें से ही कुछ बेहतरीन जगहों को ।
1. क्वालिटी इन सुइट्स रिवर कंट्री- ₹8000 प्रतिदिन
2. फेब होटल मनाली - ₹1886 प्रतिदिन
3. जोस्टल मनाली- 998 प्रतिदिन
4. द होस्टल्लर- ₹782 प्रतिदिन
5. मौसटेच हॉस्टल - ₹370 प्रतिदिन
मनाली में क्या खाएँ
मनाली अद्भुत रेस्तरां, कैफे और बार के साथ एक ऐसा हिल स्टेशन है, जो किसी की भी खाने की ज़रूरत, इच्छाओं को पूरा कर सकता है । आपको यहाँ समृद्ध विविधता और स्वादिष्ट भोजन के साथ अनगिनत रेस्तरां मिलेंगे। आप यहाँ लोकप्रिय तिब्बती व्यंजनो के साथ इतालवी, चीनी, कोरियाई, महाद्वीपीय, भारतीय, जापानी, थाई, वियतनामी व्यंजनो का स्वाद भी उठा सकते है ।
यहाँ के कैफे आप शायद ही कभी भूल पाएँ, ये कैफे दिन भर पिज्जा, मोमोज, केला पेनकेक्स और ऐप्पल पीसेज परोसते हैं और आप यहाँ याक के दूध से बनी की पनीर भी ट्राई कर सकते हैं। इनके साथ वहाँ के समोसे, आलू टिक्की, ब्रेड पकोड़े, पाव भाजी, गुलाब जामुन के साथ साथ आपको स्थानीय हिमाचली खाने में भी कई तरह की विविधता मिल जायेगी ।
1.फैट प्लेट रेस्तरां
खर्च- ₹1000,दो लोगों के लिए
व्यास के बाएं किनारे पर गुरुंग कॉटेज के अंदर स्थित, यह कैफे एक आकर्षक छोटा भोजनालय है। एक घरेलू भोजन और माहौल के साथ, यह आपको प्रकृति की गोद में आराम करने और सही रहने की सुविधा देता है। अगर आप एक ताज़ा अनुभव की तलाश में हैं, तो यह आपके लिए बिलकुल सही जगह है। यह मनाली के सबसे अच्छे शुद्ध शाकाहारी रेस्तरां में से एक है।
2. ड्रीफ्टर्स कैफे
खर्च- ₹800, दो लोगों के लिए
एक किताब पढ़ने या अपने प्रियजनों के साथ मज़ेदार बोर्ड गेम खेलने के लिए एक आदर्श स्थान, ड्रिफ्टर्स इन में स्थित यह कैफे आपको शानदार भोजन देता है। यहाँ संगीत या कैरिओके पार्टियाँ होती रहती है । यह मनाली के सर्वश्रेष्ठ दक्षिण भारतीय रेस्तरां में से एक है।
3. कैफे 1947
500 रुपए दो लोगो के लिए
मनाली की सड़कों पर कितने फैंसी या फंकी रेस्तरां खुल जाये पर कैफे 1947 मनाली में सबसे प्रसिद्ध रेस्तरां है मे से एक है । खासकर अच्छे भोजन और अच्छे मूड के लिए। मधुर वातावरण, नदी की आवाज़, और महान संगीत के साथ, इस इतालवी कैफे को आपका दिल जीतने के लिए यहाँ सब कुछ है। यह मनाली के सबसे अच्छे नॉन वेज रेस्तरां में से एक है।
4. लेजी डॉग लाउंज
200-300 रुपए दो लोगो के लिए
लेजी डॉग जो नदी के किनारे स्थित है, अपने नाम के रूप में अद्वितीय है। बड़े जैतून पनीर पिज्जा और वेज पाइन पास्ता ट्राई करें। यहाँ आप आरामदायक बीन बैग पर भोजन का आनंद ले सकते है।
तो अब जब हमने आपको मनाली की पूरी जानकारी दे दी है तो आप किस बात का इंतज़ार कर रहे है । अपने बैग पैक करिए और निकाल जाइए मनाली के खुशनुमा सफर पर ।
क्या आप कभी मनाली गए हैं? यहाँ क्लिक करें और अपना अनुभव Tripoto मुसाफिरों के साथ बाँटें।
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