हिमाचल प्रदेश भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में आता है। टूरिस्ट भी सबसे ज्यादा हिमाचल जाते हैं। तो अच्छा एक बात बताइए जब आप हिमाचल के बारे में सोचते हो तो जेहन में कौन-सी जगह आती है? कसोल,कसौली या फिर मनाली? ईमानदारी से बताइए, हमसे में ज्यादातर लोगों के लिए हिमाचल का मतलब मनाली जाना ही है ना। लेकिन क्या हिमाचल की खूबसूरती सिर्फ मनाली से है? बिल्कुल भी नहीं। मैंने हिमाचल की जो खूबसूरती देखी और अनुभव की, उसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। ये खूबसूरती और मेहमानवाजी मुझे हिमाचल प्रदेश का एक छोटे-से गाँव में मिली, भिलोली। ये गाँव जितना खूबसूरत है उतने ही रहस्यों से भरा हुआ है।
जब मैंने इस जगह का नाम सुना तो मैं इसके बारे में और जानना चाहती थी। इसका सबसे अच्छा और आसान तरीका है, गूगल। मैंने भी वही किया और फिर मुझे जो पता चला उसने मेरे होश उड़ा दिए। ये कोई हिमाचल का साधारण गाँव नहीं था। ये एक कम्यूनिटी विलेज है जो यहाँ आने वाले लोगों को वास्तविक हिमाचल का अनुभव देते हैं। इस जानकारी ने मुझे इस जगह पर जाने पर मजबूर कर दिया और फिर मैंने इस जगह पर जाने की बुकिंग कर ली। यकीन मानिए ये सफर यादगार होने वाला था।
कहाँ है ये?
रहस्यों से भरा ये गाँव खज्जियार से 2 किलोमीटर दूर है। ये गाँव अभी लोगों की नजरों में नहीं आया है। वर्ना पहाड़ों से घिरे और हरियाली के बीच बसे इस गाँव को हर कोई देखना चाहेगा। ये जगह नोटऑनमैप संगठन का एक हिस्सा है। दरअसल ये एक संगठन हैं जो टूरिस्टों को उन जगहों पर ले जाता है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। भिलोली गाँव लगभग 200 साल पुराना है और यही वजह है कि यहाँ प्रकृति अनगिनत रहस्यों को छिपाए हुए हैं। ये एक बहुत अच्छे से तैयार किया गया सामुदायिक गाँव है। जहाँ आप स्थानीय लोगों के साथ रहते हैं और स्थानीय व्यंजनों का आनंद उठा सकते हैं।
विलासिता से दूर, इंसानियत के करीब
अगर आप उन व्यक्तियों में आते हैं जिनको बड़े-बड़ें होटल और अच्छी सुविधाओं की आदत है तो ये जगह आपके लिए बिल्कुल भी नहीं हैं। लेकिन अगर आप घुमक्कड़ हैं और हर जगह को अच्छे-से एक्सप्लोर करना चाहते हैं ये गाँव आपके लिए परफेक्ट जगह है। इस गाँव में कोई किसी को पड़ोसी नहीं। यहाँ के लोग पूरे गाँव को एक परिवार मानते हैं। गांव के लोगों की आजीविका यहाँ आने वाले टूरिस्टों से होती हैं। आप इस गाँव में जाएँगे तो आप यहाँ की मेहमान नवाजी से खुश हो जाएँगे। आपको लगेगा कि आप अपने ही घर आए हैं।
क्या करें?
1.सूर्योदय और सूर्यास्त को देखें
पहाड़ों में हो और जल्दी उठकर उगते हुए सूरज को नहीं देखा तो यहाँ आना बेकार है। सुबह-सुबह जल्दी उठकर चाय को लेकर लकड़ी की बेंच पर बैठ जाइए और इंतजार कीजिए सूरज के उगने का। जब पहाड़ों के पीछे से उगते हुए सूरज को देखोगे तो यकीन मानिए उससे खूबसूरत कुछ नहीं होगा। जितना खूबसूरत यहाँ का सूर्योदय है उससे भी रंगीन है सूर्यास्त। जब आप सूरज को नीले आसमान में डूबते हुए देखेंगे और फिर चारों तरफ की फैली लालिमा। पहाड़ों के ऊपर फैली लालिमा देखकर आप उस नजारे के दीवाने हो जाएँगे।
2. हिमाचली जायके का स्वाद
वैसे तो आप कहीं भी हिमाचली खाने का स्वाद ले सकते हैं लेकिन भिलोली की बात सबसे अलग है। यहाँ आज भी खाना चूल्हे पर भी बनाया जाता है और भोजन को मिट्टी के बर्तनों में परोसा जाता है। जिससे इस खाने का स्वाद बढ़ जाता है। यहाँ का मेन्यू निश्चित नहीं है। ये लोग खेत से ताजी सब्जी लाते हैं और फिर आपके लिए खाना बनाया जाता है। एक व्यक्ति के खाने के 250 रुपए होते हैं।
3. स्थानीय लोगों के साथ बातचीत
भीड़ वाली जगहें वहाँ के लोगों से बात करने का मौका नहीं देती है लेकिन ये गाँव आपको वो मौका देता है। यहाँ के लोग बात करने में संकोच नहीं रखते हैं। वे आपसे खुलकर बात करते हैं, आपके साथ ट्रेक पर जाते हैं और डांस भी करते हैं। कुल मिलाकर इस गाँव के लोग बहुत अच्छे और मिलनसार हैं।
4. ट्रेकिंग का अनुभव
ये रहस्यमयी गांव पहाड़ की एक चोटी पर बसा है। इसलिए ये जगह आपको ट्रेकिंग करने के बहुत सारे विकल्प देता है। यहाँ तक कि इस गाँव तक पहुँचने के लिए आप रोटा गाँव/चंबा से ट्रेक कर सकते हैं जो अपने आप में एक बेहतरीन अनुभव होगा। यदि आप ट्रेकिंग के शौकीन हैं तो आपके लिए यहाँ सारी जगहें हैं जहाँ आप जा सकते हैं।
5. आसपास की फेमस जगहों पर जाएँ
इस अनछुए गाँव के बारे में बहुत कम लोगों को पता है। इसके बावजूद आसपास इतनी फेमस जगहें हैं जिन्हें आपको इस सफर में जरूर देखना चाहिए। भिलोली गाँव के पास में खज्जियार, कालातोप सैंक्चुरी और चंबा है। इन जगहों पर साल भर पर्यटक आते रहते हैं लेकिन इस गाँव के बारे में जानते तक नहीं हैं। इस जगह की अच्छी बात ये है कि भीड़ न होने की वजह से यहाँ सुकून है। अगर आप सुकून और शांत जगह पर कुछ दिन बिताना चाहते हैं तो यहाँ चले आइए।
कब जाएँ?
ये खूबसूरत गाँव हर मौसम में कुछ अलग-सा दिखता है। सर्दियों में ये जगह बर्फ से ढँक जाती है। मानूसन में आसपास बादल तैरते हुए दिखाई देते हैं जो किसी स्वर्ग की तरह लगता है। गर्मियों में यहाँ दूर-दूर तक हरियाली, पहाड़ और नीले आसमान जैसे नजारे देखने को मिलते हैं। इसलिए ये आपको तय करना है कि आप इस गाँव को कैसे देखना चाहते हैं?
कैसे पहुँचे?
हिमाचल प्रदेश के भिलोली पहुँचने के लिए सबसे पहले आपको पठानकोट पहुँचना होगा। वहाँ से आप डलहौजी के लिए बस ले सकते हैं और डलहौजी से रोटा गाँव या खज्जियार तक टैक्सी बुक करके पहुँचे। गाँव से दो किलोमीटर पहले से आपको ट्रेक करना होगा। ये ट्रेक छोटा जरूर है लेकिन आसान बिल्कुल नहीं है। आपको शुरुआत में ये आसान लग सकता है लेकिन आगे बढ़ने पर ये कठिन होता चला जाता है। आप रास्ते में कई बार थक सकते हैं लेकिन जब आप हिमाचल की इस अनेदखी जगह पर पहुँचेंगे तो आपकी सारी थकावट छूमंतर हो जाएगी।
विलेज ट्रेक के लिए साथ रखें ये सामानः
1. ट्रेकिंग शूज
2. सर्दियों में अच्छे गर्म कपड़े
3. गर्मियों और मानासून में हल्के गर्म कपड़े
4. एक सनस्क्रीन
5. मॉनसून के दौरान रेनकोट
नोटः इस ट्रेक के बारे में आप बिल्कुल भी चिंता न करें क्योंकि गाँव तक ले जाने के लिए आपके साथ गाँव का एक व्यक्ति जरूर जाएगा। अगर आपको ट्रेकिंग में सामान उठाने में दिक्कत आती है तो वो आपका सामान भी उठा लेते हैं।
मैं इस गाँव में अपने 4 दोस्तों के साथ गई थी और यहाँ 3 दिन रही। खूबसूरत और यादों से भरे इस सफर में एक व्यक्ति का खर्च 5,000 रुपए हुआ। आखिरी फोटो को छोड़कर सभी फोटो मैंने क्लिक की है। आखिरी तस्वीर मेरे दोस्त पीजुश ने खींची है जिसे मैंने क्रेडिट भी दिया है।
मैंने इस खूबसूरत गाँव पर एक ब्लाॅग बनाया है यदि आप देखना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
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