क्या माणा भारत का आखिरी गाँव है या कोई और। दावा किया जाता है की माणा भारत का आखिरी गाँव है। इसके आगे तिब्बत या यूँ कहा जाय आज का चीन शुरू हो जाता है। माणा श्री बद्री विशाल से सिर्फ 3 km आगे है और इसके आगे भारत की सीमा के अंदर कोई भी गाँव नहीं पड़ता है। इसके आगे चीन की सीमा शुरू हो जाती है।
ऐसा नहीं है की सिर्फ माणा ही भारत का अंतिम गाँव है अगर हिमाचल के लोगों की माने तो चिटकुल भारत का लास्ट गाँव है।हिमाचल प्रदेश के किन्नौर घाटी में स्थित है चितकुल गाँव। किन्नौर को इसकी खूबसूरती के कारण धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है। चितकुल दक्षिण में उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल, पूर्व में पड़ोसी देश तिब्बत, उत्तर में स्पीति घाटी और पश्चिम में कुल्लू से घिरा हुआ है। इस गांव की सीमा उत्तराखंड से महज 20 किमी की दूरी पर स्थित है। यह गांव सांगला घाटी से 28 किमी की दूरी पर है।चितकुल और सांगला घाटी के बीच का रास्ता रकछम गांव है।आप रकचम गांव से चितकुल तक ड्राइव कर जा सकते है। यह गांव अपनी प्राकृतिक खूबसूरती, शांत वातावरण, विशाल घाटियां, दूर तक फैले पहाड़ एवं जंगल, झरनों और खूबसूरत नजारों के लिए प्रसिद्ध है।
चिटकुल अगर देखा जाय तो माणा गाँव से भी ज्यादा दूर नहीं है। आपको ये तो पता ही होगा बद्रीनाथ से गंगोत्री की दूरी भी ज्यादा नहीं है। अगर आप कालिंदीखाल ट्रेक होते हुए गंगोत्री आते हैं तो एरियल डिस्टेंस देखी जाय तो ज्यादा से ज्यादा 20 km होगी। गंगोत्री से थोड़ा ही चलने पर आता है हर्षिल। हर्षिल से एक ट्रेक चलता है जिसका नाम है लमखागा। लमखागा ट्रेक आपको सीधे चिटकुल निकालता है।
एक रास्ता और है जब आप बद्रीनाथ से कालिंदीखाल ट्रेक करते हुए गंगोत्री के रास्ते पर खड़ा पत्थर नाम के पड़ाव पर आते हैं तो वहाँ से भी चिटकुल के लिए एक शार्ट रास्ता जाता है लेकिन वो ग्लेशियर और ऊँचे पहाड़ों के बीच से जाता है जो सबके बस की बात नहीं।
ऐसे ही अगर आप दक्षिण भारत में अंडमान , पश्चिम भारत में भुज या पूर्वी भारत में किबिथू की ओर जाते हैं तब भी वहाँ पर पड़ने वाले गाँव को भी आप भारत का आखिरी गाँव बोलो सकते हो। लेकिन मुख्य रूप से माना और चिटकुल को ही भारत का अंतिम गाँव भी बोला जाता है।
ज्यादा दिमाग़ लगाने की जरुरत नहीं अगर आप हिमाचल से जाते हो तो आखिरी गाँव चिटकुल और अगर आप उत्तराखंड की ओर से जाते हो तो आखिरी गाँव होगा माणा। माणा साइड आपको सारी चाय की दुकानें भारत की आखिरी दूकान दिखेंगीं जबकी चिटकुल साइड से सारे ढाबे भारत के आखिरी ढाबे होंगे।