मध्यप्रदेश अपने पर्यटन के कारण पूरी दुनिया में काफी प्रचलित है।देश के केंद्र में स्थित होने की वजह से मध्य प्रदेश को “भारत का दिल” भी कहा जाता है।मध्य प्रदेश को भारत का दिल क्यों कहा जाता हैं ये बात मुझे एमपी में रह के पता चला।जब से मैं एमपी में रहने लगा हूं मानो मुझे इससे प्यार सा हो गया हैं।वो कहते हैं ना इश्क़ हमेशा किसी इंसान से हों ये जरूरी नहीं हैं,कभी कभी किसी शहर से ही इश्क़ हो जाता हैं और फिर वो शहर ही आपके लिए इंसान बन जाता हैं।
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शायद मेरे केस में ऐसा ही हुआ हैं।वैसे मध्य प्रदेश की यात्रा करना किसी भी पर्यटक के लिए किसी सपने से कम नहीं होता हैं क्योंकि यहां पर आपको कई ऐतिहासिक स्मारकों, मंदिरों, किले, महलों से लेकर कई नेशनल पार्क और वाईल्डलाइफ सेंचुरी देखने को मिल जाती हैं।मध्यप्रदेश में आप बहुत जगह घूमें होगे पर शायद बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि एमपी में भी एक लोटस वैली भी है।जिसे एशिया की सबसे बड़ी लोटस वैली में गिना जाता हैं।साथ ही साथ ये एक बहुत ही रोमांटिक जगह हैं,तो अगर आप अपने पार्टनर के संग कहीं क्वालिटी टाइम बिताने की सोच रहे हैं तो लोटस वैली आपके लिए एक परफेक्ट डिस्टिनेशन हैं।
गुलावट लोटस वैली
इंदौर शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर गुलावट गांव में यशवंत सागर डेम के बैक वाटर से बनी यह एक प्राकृतिक झील है।जिसकी खुबसूरती किसी को भी अपना कायल कर सकती हैं।कुदरत के करिश्मे से बनी गुलावट लोटस वैली अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के लिए पूरे भारत में जानी जाती है।सौ से डेढ़ सौ फीट ऊंचे बांस के पेड़ों की बनी गुफाएं एक खास तरह का आकर्षण पैदा करती हैं। शायद ही ऐसा प्राकृतिक नज़ारा आपको कहीं और देखने मिलें।इस तालाब में कमल के फूल बड़ी संख्या में खिलते हैं जिससे इस तालाब की सुंदरता में और चार चांद लग जाते हैं।आपको बता दूं दूर से देखने पर यह जितनी खूबसूरत लगती है, उससे दोगुना मजा आप इस झील की सैर कर के उठा सकते है। आप चाहे तो नाव से इन फूलो की खूबसूरती को बहुत नजदीक से देखने के साथ ही छू भी सकते है।मुख्य रूप से फोटोग्राफी के लिए एक अच्छी जगह है।आपको यहां पर आकर ऐसा लगेगा जैसे कि आप किसी स्वर्ग में आ गए है।पूरी झील कमल के फूलों से गुलाबी गुलाबी नजर आती हैं।यह जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग जैसी है। यहां के सनसेट की दिलकश नजारे आपको कश्मीर, कन्याकुमारी और गोवा की याद दिला देंगे।
लोटस वैली में क्या करें?
लोटस वैली एक बहुत की अच्छा पिकनिक स्पॉट है जहां आप वीकेंड ट्रिप प्लान कर सकते है।यहां पर आप घुड़सवारी का भी आंनद ले सकते है।मुख्य रूप से फोटोग्राफी के लिए एक अच्छी जगह है। यहां पर जो झील है, उसमें छोटे छोटे द्वीप भी बनाएं गए हैं जहां आप नाव की सवारी कर सकते हैं।इसके साथ ही साथ आप साइकिलिंग, खुली जीप की सवारी के साथ पेड़ों से बंधे आकर्षक झूलों का भी आनंद ले सकते हैं।प्री वेडिंग शूट के लिए एक परफेक्ट जगह है।आपको बता दूं यहां तक पहुँचने से पहले आप बिजासन माता मंदिर, गोमटगिरि दिगंबर जैन मंदिर और पितृ पर्वत भी घूम सकते है। जो इंदौर की काफी खुबसूरत जगहों में से एक माने जाते है।
लोटस वैली जाने सबसे का अच्छा समय
लोटस वैली जाने का सबसे अच्छा समय मार्च से लेकर दिसंबर तक है। इस समय झील में आपको बहुत सारे लोटस देखने मिल जाते है।
कैसे जाएं
यह इंदौर शहर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर और इंदौर एयरपोर्ट से 17 किलोमीटर हतोत रोड़ की ओर एक छोटे से गांव गुदरा खेड़ी में स्थित है। लोटस वैली जाने के लिए सबसे बेहतर ये होगा की आप अपने वाहन से परिवार, दोस्तों के साथ जाएं।
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