दिल्ली में वैसे तो घूमने की जगहों की कमी नहीं है लेकिन मुग़ल गार्डन घूमने के लिए लोग साल भर इंतज़ार करते हैं। तो खुस हो जाइए क्योंकि ये इंतज़ार खत्म हो चुका है और आप सर्दियों की एक शाम रंगीन फूलों के बीच राष्ट्रपति भवन में बिता सकते हैं।
टाइमिंग और फीस
मुगल गार्डन जाने के लिए आम जनता को किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना पड़ता। ये गार्डन मंगलवार से शुक्रवार तक सुबह 9 बजे से शाम के 4 बजे तक लोगों के लिए खुला रहता है। वीकेंड पर 10 से 12 के बीच ही आप एंट्री कर सकते हैं। आप मुग़ल गार्डन में जाने के लिए पहले से ऑनलाइल बुकिंग भी करा सकते हैं। इसके लिए आपको वेबसाइट पर जाना होगा। आम दिनों में एक स्लाॅट में एक हज़ार लोगों को एंट्री दी जाएगी। वहीं वीकेंड में 2,500 लोगों को एंट्री मिलेगी। मुग़ल गार्डन आ रहे लोग ध्यान दें कि आम लोगों की एंट्री गेट नं. 35 से हो रही है। जब आप मुग़ल गार्डन आएँ तो पानी की बोतल, ब्रीफकेस, हैंडबैग, पर्स, कैमरा, बाॅक्स और खाने-पीने की चीजें साथ ना लाएँ। इन चीज़ों को आप मुग़ल गार्डन नहीं ले जा सकते।
यहाँ क्या है खास?
इस बार लगभग 10,000 की संख्या में ट्यूलिप, 138 किस्म के गुलाब और 70 तरह के 5000 मौसमी फूल लोगों को देखने को मिलेंगे। अपने दुर्लभ और आकर्षक गुलाबों के लिए फेमस मुगल गार्डन का मुख्य आकर्षण ‘श्ग्रेस द मोनाको’ नाम का गुलाब है। इसे पिछले साल मोनाको के प्रिन्स एल्बर्ट द्वितीय ने गाॅर्डन में इस गुलाब को लगाया था। यहाँ कई फूलों के नाम महान हस्तियों के नाम पर रखे गए हैं। इसमें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, मदर टेरेसा, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी, महारानी एलिजाबेथ और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर कई गुलाबों के नाम हैं।
मुगल गार्डन में आपको मुगल विरासत और कला देखने को मिलेगी। इस गार्डन को 4 भागों में बांटा गया है। यहाँ 3000 से अधिक प्रजाति के फूल और पौधे हैं, जिनमें करीब 135 प्रकार के गुलाब के फूल हैं। वहीं यहाँ के हर्बल गार्डन में आपको अश्वगंधा, ब्राह्मी, लैमन-ग्रास, पांच प्रकार की मिंट, खुशबूदार ऑयल के पेड़-पौधे दिख जाएँगे। यहाँ एक म्यूजिकल गार्डन भी है, जहाँ संगीत के साथ फव्वारे चलते हैं। वहीं मुगल गार्डन में एक बोंजाई गार्डन भी है जहाँ आपको 50 प्रकार की बोंजाई के पौधे देखने को मिलेंगे। इसके अलावा एक न्यूट्रिशियन गार्डन है, जहाँ आम, संतरे और तरह-तरह की फल-सब्जियों के पेड़-पौधे देखने को मिल जाएँगे। इसके अलावा यहाँ एक रेक्टेंगुलर गार्डन भी है जहाँ राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर समारोहों के लिए इस जगह का उपयोग करते हैं। ये जगह वीआईपी लोगों के लिए है, यहाँ आम लोग नहीं जा सकते।
कैसे पहुँचें?
मुग़ल गार्डन के लिए सबसे नज़दीकी मेट्रो स्टेशन केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन है। अगर आप केन्द्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन आते हैं तो आपको रेल भवन की तरफ से बाहर निकलना चाहिए। इससे आपको राष्ट्रपति भवन का गेट नंबर 35 नज़दीक पड़ेगा। इसके अलावा आप अपनी गाड़ी या कैब से भी आ सकते हैं। अगर आप अपनी गाड़ी से जाने का यह सोच रहे हैं और पार्किंग की चिंता सता रही है तो यहाँ उसकी भी व्यवस्था की गई है। मुग़ल गार्डन के बाहर आप आसानी से गाड़ी पार्क कर सकते हैं।
अगर आप 5 फरवरी से 8 मार्च 2020 तक दिल्ली आएँ तो इंडिया गेट और लाल किला से इतर खूबसूरत मुगल गार्डन देखने ज़रूर जाएँ। दिल्ली वालों को तो इस मुग़ल गाॅ देखने आना ही चाहिए। शायद उसके बाद दिल्ली उनको और खूबसूरत लगने लगे।
क्या आप कभी मुग़ल गार्डन घूमने गए हैं? अपना अनुभव यहाँ लिखें।
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