मनाली -लद्दाख बाइक ट्रिप के लिए सड़क मार्ग खुल चुका हैं।कई बाइक राइडर्स मनाली-लेह सर्किट करने निकल भी चुके हैं। इस पुरे रूट में सबसे चैलेंजिंग मार्ग लेह से पेंगोंग एवं नुब्रा वेली वाले क्षेत्र में ही मिलता है। हर एक रूट के कुछ फिक्स्ड चाय-नाश्ता पॉइंट होते हैं जहाँ लगभग हर राइडर कुछ मिनट के लिए ही सही ,पर रुकता जरूर हैं।
लेह में नुब्रा वेली सबसे खूबसूरत जगहों में से एक हैं। इसी नुब्रा वेली से करीब 100 -125 किलोमीटर ही दूर पड़ते हैं -पाक सीमा से सटे 'तुरतुक' एवं 'थांग' नामक गाँव , जहाँ दूरबीन से आप पाकिस्तान के क्षेत्र को देख सकते हैं।लास्ट ईयर से ही थांग गाँव के काफी इलाके पर्यटन के लिए खोले गए थे ,जिस पर आपमें से काफी ने मेरा आर्टिकल भी पढ़ा था। तो , नुब्रा वेली से तुरतुक जाते हुए ,उबड़ खाबड़ वाले रूट की थकान दूर करने के लिए एक अच्छी जगह जो आती हैं वो है यह आर्मी कैफ़े।
एक चेकपोस्ट के ठीक पास स्थित ,बर्फीले पहाड़ों के बीच बसे इस कैफ़े के बाहर अनुपयोगी पुराने सामानों से बनाये हुए 2 जिराफ भी रखे हुए हैं। यहाँ आर्मी के जवान ही इस कैफ़े को संभालते हैं। आप यहाँ गर्म समोसे ,चाय ,जलेबी ,कोल्ड ड्रिंक्स आदि से अपनी भूख और थकान को मिटा सकते हैं। सबसे स्पेशल बात यहाँ यह होती हैं कि समोसे ,जलेबी आपको इतनी स्वादिस्ट मिलती है कि आप अपने क्षेत्र का स्वाद भूल जाए। पहाड़ों पर इस तरह का शानदार टेस्ट ,बहुत ही कम जगह ही मिलता हैं। इवन ,दुर्गम पहाड़ी यात्राओं के दौरान कोई इतने अच्छे स्वाद की शायद कोई आशा भी नहीं करता होगा। ऊपर से इस जगह की लोकशन भी इतनी खूबसूरत हैं कि हर बाइकर्स कुछ पल के लिए तो यहाँ ठहरते ही हैं। अपनी यात्रा के दौरान यहाँ के समोसे ,जलेबी एवं चाय का स्वाद लेना ना भूले।
-ऋषभ भरावा
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