लद्दाख में भी अब हर जगह बढ़ रही है पर्यटकों की भीड़, इससे दूर असली जन्नत बस यहाँ छिपी है

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हर घुमक्कड़ को जब घूमने का शौक चढ़ना शुरू होता है तभी से लद्दाख जाने का सपना वो जरूर देखता है और ऐसा क्यों ना हो आखिर लद्दाख की अनोखी और बेहद लाज़वाब प्राकृतिक खूबसूरती हर किसी का मन एक झटके में जो मोह लेती है। प्राकृतिक खूबसूरती के साथ ही लद्दाख शहरों की भीड़ से कोसों दूर एकदम शांति से कुछ दिन बिताने के लिए भी एक बेहतरीन जगह के तौर पर जाना जाता है। लेकिन अब जैसे-जैसे घुम्मकड़ों की संख्या बढ़ रही है वैसे ही वहां जाने के लिए सुविधाएँ भी और इसीलिए सीजन के समय तो लद्दाख में भी आपको वो एकदम शांति वाली फीलिंग मिलना थोड़ा मुश्किल है। इसीलिए आज हम लद्दाख की एक ऐसी ही छिपी हुई जन्नत जैसी जगह के बारे में आपको बताने वाले हैं जहाँ अद्भुत प्राकृतिक खूबसूरती के बीच बिना किसी भीड़ के आप सुकून से कुछ दिन गुजार सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं...

नीमू (लेह)

नीमू लद्दाख रीजन में स्थित एक बेहद खूबसूरत गाँव है जहाँ सिंधु और ज़ांस्कर नदियों के संगम का अद्भुत और दिखने के तौर पर मदहोश कर देने वाला नज़ारा भी आप देख सकते हैं। चारों ओर लद्दाख के रेगिस्तानी पहाड़ों के बीच ये दोनों नदियां जब आपस में मिलती हैं तो किनारों पर पड़ी सफ़ेद बर्फ के साथ वास्तव में बेहद अद्भुत नज़ारा पेश करती हैं। लद्दाख में की जाने वाली रिवर राफ्टिंग के लिए भी नीमू एक महत्वपूर्ण पड़ाव रहता है। नीमू लद्दाख के दक्षिणपूर्वी इलाके में पड़ता हैं और इस सुन्दर संगम के अलावा भी नीमू में कई मोनेस्ट्री, बगीचे और अनेकों अद्भुत नज़ारे भी आपका इंतज़ार कर रहे हैं।

नीमू में देखने लायक जगहें

बासगो मठ

बौद्ध धर्म में मैत्रेय देव जिन्हे 'भविष्य का बुद्ध' भी कहा जाता है और बताया जाता है की मैत्रेय देव भगवान बुद्ध के उत्तराधिकारी हैं। मैत्रेय देव को समर्पित बासगो मठ नीमू गाँव से सिर्फ 5 किलोमीटर दूर है और एक बेहद पवित्र स्थान है। बताया जाता है की बासगो मोनेस्ट्री का निर्माण वर्ष 1680 में किया गया था और तब से अब तक यह उसी अवस्था में है।

सिंधु-ज़ांस्कर नदी संगम

जैसा की हम आपको पहले ही बता चुकें हैं कि नीमू सिंधु और ज़ांस्कर नदी के संगम के लिए ही लोकप्रिय है। लद्दाख में सिंधु नदी पर की जाने वाली रिवर राफ्टिंग आपके जीवन के सबसे सुखद और एडवेंचर से भरे अनुभवों में से एक तो होती ही है और इसी रिवर राफ्टिंग में एक महत्वपूर्ण पड़ाव नीमू पर ही होता है। साथ ही लद्दाख के सबसे खूबसूरत नज़ारों में से एक सिंधु-ज़ांस्कर नदियों का संगम ही बहुत से लोगों को नीमू बुलाने के लिए काफी है।

लिकिर मठ

लिकिर मठ जिसे लिकिर गोम्पा के नाम से भी जाना जाता है वैसे तो नीमू से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित है लेकिन यह लद्दाख में मौजूद सबसे पुराने मठों में से एक है और इसके साथ ही प्रमुख आकर्षण के तौर पर आप यहाँ 75 फ़ीट ऊँची मैत्रेय देव की सुनहरी प्रतिमा भी देख सकते हैं।

मैग्नेटिक हिल

लद्दाख जाने का प्लान करने वालों को मैग्नेटिक हिल का न पता हो ऐसा तो हो नहीं सकता और आपको बता दें कि अगर आप नीमू में रुकते हैं तो यहाँ से सिर्फ 7.5 किलोमीटर दूर मैग्नेटिक हिल आप कभी भी जा सकते हैं।

नीमू हाउस

नीमू हाउस एक हेरिटेज होटल है और नीमू में घूमने के दौरान आप इस जगह को बिलकुल भी मिस ना करें और आप चाहें तो यहाँ रुक भी सकते हैं। अगर आप लद्दाख की पारम्परिक संस्कृति में खुद को खोना चाहते हैं तो इससे बेहतरीन जगह आपको नहीं मिलेगी।

गुरुद्वारा पत्थर साहिब

नीमू से सिर्फ 10 किलोमीटर की दुरी पर एक बेहद पवित्र स्थान गुरुद्वारा पत्थर साहिब स्थित हैं जिस स्थान के लिए बेहद रोचक गुरुनानक देव से जुडी कहानी आपने जरूर सुनी होगी। अपनी लद्दाख या फिर नीमू की यात्रा में यहाँ जाना भी बिलकुल मिस न करें।

कैसे पहुंचे?

नीमू पहुंचना बिलकुल भी मुश्किल नहीं है। अगर आप श्रीनगर से लेह की ओर जा रहे हैं तो श्रीनगर लेह हाईवे पर लेह से करीब 35 किलोमीटर पहले ही आप नीमू पहुँच जायेंगे। इसके अलावा अगर आप कहीं ओर से आ रहे हैं तो पहले लेह पहुंचकर लेह से श्रीनगर जाने वाले रास्ते पर चलते हुए करीब 35 किलोमीटर दूर नीमू आप आसानी से पहुँच सकते हैं। इसके अलावा और अधिक जानकारी के लिए आपको बता दें की बेहद लोकप्रिय मैग्नेटिक हिल से नीमू की दूरी सिर्फ 7.5 किलोमीटर है। तो आप लेह जाने से पहले नीमू में ही 1-2 दिन के लिए रुक सकते हैं।

लेह से नीमू

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नीमू की फेमस खाने की चीजें

नीमू में आपको पारम्परिक लद्दाखी व्यंजन तो बहुत सारे मिलेंगे लेकिन अगर सबसे लोकप्रिय व्यंजन की बात करें तो नीमू के चाय-समोसे और पूरी-छोले वास्तव में बेहद स्वादिष्ट लगते हैं और अपनी नीमू की यात्रा में इनका स्वाद चखना बिलकुल भी न भूलें।

तो इसी के साथ आपको बता दें कि अगर लद्दाख में आप अन्य पर्यटकों से दूर किसी एकदम शांत जगह लद्दाख कि पारम्परिक संस्कृति को महसूस करना चाहते हैं तो नीमू सच में एक बेहतरीन विकल्प है। इसके लिए हमारे पास जो भी जानकारियां थी उसे हमने आपसे साझा करने की कोशिश इस लेख में की है। अगर आपको हमारा ये आर्टिकल अच्छा लगा तो कृपया इसे लाइक जरूर करें और ऐसी ही अन्य जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो भी कर सकते हैं।

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