इतिहास हमें अपने अतीत के बारे में बताता है। ये पुरानी इमारतें ही तो हैं जिससे हम इतिहास के गलियारों में घूम पाते हैं। भारत में ऐसी ही अनगिनत एतहासिक जगहें हैं। कुछ बहुत फेमस हैं तो कुछेक जगहों के बारे में बहुत कम लोगों को पता है। उन्हीं में से एक शानदार जगह है, लक्कुन्दी। कर्नाटक की ये खूबसूरत जगह आपको हजारों साल पुराने इतिहास की गलियों में ले जाएगी।
लक्कुंदी कर्नाटक का एक छोटा-सा गाँव है। ये ऐतहासिक जगह गडग से सिर्फ 11 किमी. की दूरी पर है। लक्कुंडी को लोक्की गुंडी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे गाँव कम ही देखने को मिलते हैं जहाँ हजारों साल पुराने मंदिर ही मंदिर हों। इस पूरे गाँव में लगभग 50 पुराने मंदिर हैं। ये मंदिर चालुक्य, कलच्छुरी, सेन आदि राजवंश के राजाओं ने बनवाये थे। अगर आपकी इतिहास में जरा सी भी दिलचस्पी है तो आपको लक्कुन्दी जरूर आना चाहिए।
कैसे पहुँचे?
फ्लाइट सेः अगर आप फ्लाइट से जाना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी हुबली एयरपोर्ट है। हुबली से लक्कुंडी सिर्फ 70 किमी. की दूरी पर है। आप बस या कैब से लक्कुंडी जा सकते हैं।
ट्रेन सेः यदि आप ट्रेन से लक्कुंडी जाने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे निकटतम गडक रेलवे स्टेशन है। गडग से लक्कुंडी सिर्फ 11 किमी. की दूरी पर है। आप कैब बुक करके लक्कुंडी जा सकते हैं।
वाया रोडः आप लक्कुंडी वाया रोड भी जा सकते हैं। कर्नाटक के कई बड़ों शहरों से गडग के लिए बस मिल जाएगी। जहाँ से आप लक्कुंडी जा सकते हैं। अगर आपके पास गाड़ी है तब तो आपको लक्कुंडी पहुँचने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
क्या देखें?
लक्कुंडी जैसी ऐतहासिक जगहों पर घूमने के लिए बहुत कुछ होता है। ये जगह आपको हजारों साल पुराने आर्किटेक्चर को देखने को मौका देगी।
1. ब्रह्मा जिनालय
ब्रह्मा जिनालय लक्कुंडी के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। इस मंदिर को 1173 में दानानिधि चिंतामणि बनवाया था। इस मंदिर के लिए स्थानीय राजा गुनानिधि केशव ने दान दिया था। इस मंदिर में पहले जैन धर्म के महावीर के मूर्ति स्थापित की गई थी। स्थानीय लोग चाहते थे कि इस मंदिर में भगवान ब्रह्मा की मूर्ति की रखी जाए। जिसके बाद 12वीं शताब्दी में इस मंदिर में ब्रह्मा की मूर्ति स्थापित की गई थी। आप इस मंदिर से लक्कुंडी को घूमने की शुरूआत कर सकते हैं।
2. काशी विश्वनाथ
आपने वाराणसी के फेमस काशी विश्वनाथ मंदिर के बारे में तो सुना होगा। क्या आपको पता है लक्कुंडी में भी काशी विश्वनाथ मंदिर है। लक्कुंडी के सबसे मशहूर मंदिरों में से एक है, काशी विश्वनाथ। इस मंदिर को 11वीं शताब्दी में चालुक्य राजाओं ने बनवाया था। इस मंदिर का आर्किटेक्चर बेजोड़ है। काशी विश्वनाथ मंदिर का नॉर्थ इंडियन आर्किटेक्चर आपको जरूर पसंद आएगा। एक घुमक्कड़ की नजर से आपको इस मंदिर को देखना चाहिए।
3. बावड़ी
लक्कुंडी में कई जगहें ऐसी हैं जिनको देखकर आप हैरान रह जाएंगी। यहाँ की बावली भी ऐसी जगह है। यहाँ पर 1-2 नहीं बल्कि 101 बावड़ी हैं जो अपने आप में एक अजूबा है। इन बावड़ी को स्थानीय लोग कल्याणी के नाम से जानते हैं। इन बावली की वास्तुकला बेहद शानदार हैं और देखने में भी काफी सुंदर हैं। इतनी सारी बावड़ी को एक साथ घूमना भी बहुत बड़ी बात है।
4. म्यूजियम
कहते हैं कि किसी भी नई जगह के बारे में जानना हो तो आपको उस जगह के म्यूजियम चला जाना चाहिए। कुछ ही घंटों में आप उस जगह के बारे में बहुत कुछ जान लेंगे। म्यूजियम आपको ऐसी जानकारी देता है जो आपको कहीं और नहीं मिलेगी। लक्कुंडी में भी एक खूबसूरत म्यूजियम है जिसे आपको देखना चाहिए। लक्कुंडी संग्रहालय का पूरी देखरेख आर्कोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया करती है। लक्कुंडी जाएं तो इस म्यूजियम को देखना न भूलें।
5. नन्नेश्वर मंदिर
नन्नेश्वर मंदिर लक्कुंडी के फेमस मंदिरों में से एक है। नन्नेश्वर मंदिर दिखने में काशी विश्वनाथ मंदिर की तरह है। इतिहासकारों की माने तो ये मंदिर काशी विश्वनाथ से पहले बना था। मंदिर का आर्किटेक्चर देखने लायक है। आप सुकून के साथ कुछ देर यहाँ बिता सकते हैं। इस मंदिर के अलावा आप लक्कुंडी में मानिकेश्वर मंदिर, मल्लिकार्जुन मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर और वीरभद्र मंदिर आदि को देख सकते हैं।
कब जाएं?
लक्कुंडी ऐसी जगह है जहाँ आप किसी भी मौसम में जा सकते हैं लेकिन गर्मियों में घूमना थोड़ा मुश्किल होता है। लक्कुंडी घूमने का सबसे बेस्ट समय दिसंबर से अप्रैल तक है। इस दौरान मौसम ठंडा और सुहाना रहता है। इसके अलावा आपको यहाँ ठहरनें में भी कोई परेशानी नहीं आएगी। गडग में आपको कई होटल और रिजॉर्ट मिल जाएंगे। जिनमें आप अपने बजट के हिसाब से ठहर सकते हैं। इतिहास के गलियारों में घूमने के लिए लक्कुंडी बढ़िया जगह है।
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