कर्नाटक के तटीय जिलों में घूमने जाएँ तो इन 7 लोकप्रिय और जी ललचाने वाले फूड आइटम को जरूर चखें

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Photo of कर्नाटक के तटीय जिलों में घूमने जाएँ तो इन 7 लोकप्रिय और जी ललचाने वाले फूड आइटम को जरूर चखें by Nikhil Vidyarthi

जब हम किसी भारतीय राज्य के खान-पान की चर्चा करते हैं, तो यह भी समझते हैं कि यह पड़ोसी राज्य के व्यंजनों से भी प्रभावित होता है। भारत के दक्षिणी राज्य कर्नाटक का व्यंजन भी पड़ोसी राज्यों केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और महाराष्ट्र से प्रभावित है। हालाँकि, इन व्यंजनों का स्वाद दूसरे क्षेत्र में बदल जाता है। एक ओर जहाँ मैंगलोर और उत्तरा केनरा अपने तीखे समुद्री भोजन के लिए जाना जाता है। वही उत्तरी कर्नाटक का खाना राज्य के अन्य हिस्सों के बनिस्पत ज्यादा मसालेदार है। रागी, चावल, ज्वार, उड़द दाल, सूजी जैसे व्यंजन राज्य के कुछ प्रमुख खाद्य पदार्थ हैं। पाम गुड़ भी कर्नाटक के व्यंजनों में प्रमुख माना जाता है। यहाँ भोजन केले के पत्ते पर परोसा जाता है। कर्नाटक का पाक परंपरा एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भिन्न हो जाती है। राज्य की समृद्ध और विविध संस्कृति इसके भोजन में भी दिखती है। यहाँ मैं कर्नाटक के सात प्रमुख व्यंजन के बारे में बताऊँगा। ताकि जब आप इस राज्य के ट्रिप पर जाएँ तो एक बार जरूर इनका स्वाद चखें।

अगर कर्नाटक के तटीय जिलों में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इन 7 लोकप्रिय फूड आइटम को जरूर चखें-

1. नीर डोसा (Neer Dosa)

तुलु भाषा में 'नीर' शब्द का मतलब पानी होता है। नीर डोसा कर्नाटक का एक प्रसिद्ध व्यंजन है। जिसमें चावल का डोसा बनाया जाता है। हम सभी जानते हैं कि कर्नाटक में चावल सभी जगह आसानी से उपलब्ध है। इसलिए नीर डोसा राज्य के कई स्थानों और रेस्तरां में मिल जाता है। नीर डोसा को चटनी, करी या सांभर के साथ खाने का अपना ही मजा है।

कहाँ मिल सकता है नीर डोसा?

नीर डोसा कर्नाटक के तटीय जिलों उडुपी, दक्षिण कन्नड़ और उत्तर कन्नड़ और कुछ मालेनाडु जिलों जैसे शिवमोग्गा और हसन में आसानी से मिल जाता है। नीर डोसा की कीमत बहुत किफायती है और स्वादिष्ट भी। यह बेंगलुरु के चुनिंदा रेस्तरां में भी उपलब्ध है।

2. केले का बन / बनैन बन (Banana Bun)

केले का बन (मंगलुरु बनैन बन, बनाना बन) कर्नाटक के तटीय क्षेत्र का लोकप्रिय नाश्ता है। इसका स्वाद मीठा होता है। केले का बन बनाने के लिए पके केले का पेस्ट, आटा और चीनी का इस्तेमाल किया जाता है। तटीय कर्नाटक की यात्रा करने वाले लोग एक बार जरूर बनाना बन का स्वाद चखते हैं। यह बहुत स्वादिष्ट होता है। इसे कहीं-कहीं केले की पूरी (Banana Poori) भी कहा जाता है। केले के बन को आम तौर पर 'सागु' के साथ परोसा जाता है। यह एक प्रकार की करी है जो आलू और गाजर से बनती है। बनैन बन को चटनी के साथ भी परोसा जाता है।

कहाँ मिलता है केले का बन?

केले का बन (बनाना बन) कर्नाटक के तटीय शहरों में आसानी से मिलता है। जैसे मंगलुरु, उडुपी, कुंडापुरा, करकला आदि शहरों के रेस्तरां और बेकरी में आसानी से मिल जाती हैं।

3. मंगलुरु मछली करी (Mangaluru Fish Curry)

फोटो स्रोत: karnatakatourism.org

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मंगलुरु फिश करी कर्नाटक के तटीय क्षेत्र का लोकप्रिय मांसाहार है। जैसा कि नाम से ही समझ गए होंगे, इसे मंगलुरु में पाए जाने वाली स्थानीय मछली और मसालेदार मसालों से बनाया जाता है। मंगलुरु फिश करी को आम तौर पर नीर डोसा और उबले हुए चावल के साथ परोसा जाता है। आप देश के किसी भी शहर या राज्य के हों, अगर आप मछली खाते हैं, तो मंगलुरु फिश करी आपको जरूर पसंद आएगा।

कहाँ मिलता है मंगलुरु मछली करी?

यह तटीय कर्नाटक के अधिकांश नॉन-वेज खिलाने वाले रेस्तरां में मिल जाएगा। दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जैसे जिलों के नॉनवेज रेस्तरां में परोसी जाती है। बेंगलुरु और अन्य शहरों में सी-फूड रखने वाले रेस्तरां मंगलुरु फिश करी भी निश्चित ही रखते हैं।

4. गोली बजे (Goli Baje)

गोली बजे अथवा बाजे की उत्पत्ति मंगलुरु शहर में हुई थी। यह तटीय कर्नाटक क्षेत्र का एक लोकप्रिय नाश्ता माना जाता है। इसे मंगलुरु बोंडा भी कहा जाता है। गोली बजे हल्का और फुला हुआ होता है। जो खाने में बाहर से कुरकुरा और अंदर से मुलायम होता है। इसे मैदा के आटा से बनाया जाता है। जिसमें दही, नारियल के टुकड़े, धनिया, अदरक और करी पत्ता आदि मिलाया जाता है।

गोली बजे को अमूमन नारियल और धनिया की चटनी के साथ खाया जाता है। एक प्लेट में समान्यतः 4-5 स्लाइस होती हैं। शाम के नाश्ते के रूप में इसके साथ कॉफी या चाय भी लिया जाता है। यह पूरी तरह से शाकाहारी है और गरमा गर्म खाना सबसे अच्छा माना जाता है।

कहाँ मिलता है गोली बजे?

तटीय कर्नाटक के अधिकांश जिलों के अधिकतर रेस्टुरेंट शाम के वक्त इसे ग्राहकों के लिए तैयार रखते हैं।

5. पत्रोडे / पतरोडे (Patrode)

पत्रोडे (पत्रोड़े), अरुई के पत्तों से बना एक विशिष्ट व्यंजन है। जो मालनाड, तटीय कर्नाटक और देश के कुछ अन्य हिस्सों में बहुत लोकप्रिय है। केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा पत्रोडे को 'आयुष चिकित्सा प्रणाली के पारंपरिक खाद्य व्यंजनों' में शामिल किया गया है।

6. खारा पोंगल (Khara Pongal)

पोंगल दक्षिण भारत का खास व्यंजन है। इसका दूसरा नाम वेन पोंगल भी है। पोंगल त्यौहार के दौरान इसे हर घर में मीठा (खीर की तरह) बनाया जाता है। पोंगल मीठा और मसालेदार (जैसे खिचड़ी) दोनों तरीके से बनाया जाता है। खारा पोंगल एक मसालेदार बनता है। जो कर्नाटक में नाश्ते के रूप में खूब लोकप्रिय है। खारा पोंगल चावल और मूंग दाल की समान मात्रा के साथ बनाया जाता है। इसलिए इसमें प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट खूब मात्रा में मिलता है। यह स्वास्थ्यप्रद भी है।

7. मद्दुर वड़ा (Maddur Vada)

मद्दुर वड़ा भी कर्नाटक राज्य का लोकप्रिय स्नैक्स है। इसका नाम मद्दूर शहर से लिया गया है। मद्दूर, राज्य की राजधानी बेंगलुरु से 80 किलोमीटर दूर है। वड़ा में कुरकुरा, कठोर परत और नरम कोर होता है। वड़े में प्याज के टुकड़े रखे जाते है, जो इसे बहुत स्वादिष्ट बनाते हैं। वड़ा को नारियल या टमाटर की चटनी के साथ खाया जाता है।

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