कोरोना की वजह से करीब ढाई साल से बंद पड़ी भूटान की बॉर्डर्स अब इंटरनेशनल टूरिस्ट के लिए खुल जाएगी।इस महीने की 23 तारीख से भूटान में यात्राएं फिर से शुरू हो जाएगी। मैने भूटान की यात्रा 2019 में की थी और दुबई, तिब्बत(कैलाश मानसरोवर) के बाद यह तीसरा मौका था जब मैने इंटरनेशनल बॉर्डर पार की थी। तीनों ही बार बॉर्डर पार करने का तरीका अलग था ,दुबई फ्लाइट से ,तिब्बत बॉर्डर को पैदल और भूटान बॉर्डर को बाइक से पार किया था।
भूटान यात्रा की प्लानिंग से पहले ये कुछ पॉइंट्स जान ले:
1.इस साल भूटान में यात्रा करने के कुछ नियम भी बदले हैं जैसे कि 1200रुपए प्रति व्यक्ति प्रति दिन ,हर भारतीय यात्री को अब "सस्टेनेबल डेवलपमेंट फीस" के तौर पर जमा करानी होगी। इसी तरह व्हीकल पर भी फीस जरूर बढ़ी होगी। भारत को छोड़ कर अन्य देश के सैलानियों के लिए यह फीस 1200 रुपए से कई ज्यादा हैं।
2.भारतीय नागरिकों के भूटान प्रवेश के लिए पासपोर्ट या वोटर आईडी,दोनों में से किसी एक की जरूरत रहती हैं।
3.भूटान की यात्रा शुरू करने से पहले परमिट भूटान के "फुटशोलिंग" से बनवानी पड़ती हैं। इसी जगह भूटान दरवाजा हैं अर्थात भारत और भूटान की सीमा हैं।भारत की ओर पश्चिमी बंगाल का "जयगांव" इस से सीमा पर लगता हैं।
4. इंडियन और भूतानिज मुद्रा लगभग बराबर ही होती हैं। भूटान में लगभग हर जगह इंडियन करेंसी चलती हैं।
5. भाषा से संबंधित कोई समस्या उधर नही मिलेगी।लगभग हर व्यक्ति आपसे हिंदी में बात कर करेगा ।
6. भूटान में घूमने को मुख्य जगह पारो,पुनाखा और थिम्फू हैं।इन्हीं जिलों में और इन्ही को जोड़ते हुए रास्तों में ही भूटान के कई प्रसिद्ध दर्रे, मठ,म्यूजियम,मोनेस्ट्री आदि देखने को मिलेंगे।
7. गाड़ियों को चलाने में यहां काफी अनुशासन मिलता हैं। हॉर्न का बजना तो केवल बहुत ही इमरजेंसी में सुनाई देगा।अगर आप आगे वाली गाड़ी को ओवरटेक के लिए हॉर्न देंगे या किसी मोड़ पर हॉर्न देंगे तो वहां के लोग आपको ऐसे देखेंगे जैसे कि आपने कोई क्राइम कर दिया हैं।कुछ लोग तो आपको टोक भी देंगे।
8. फुटशोलिंग में परमिट लेने के लिए सुबह जल्दी लाइन में लगना पड़ता हैं।आपकी बायोमेट्रिक इन्फॉर्मेशन लेकर ही आपको आगे जाने परमिट दिया जाता हैं।इसीलिए अगर आप जयगांव में भूटान दरवाजे के पास ही रुके तो बढ़िया रहेगा।
9. परमिट देने वाले सेंटर से ही आपको भूटान की सिम भी मिल जाती हैं वो भी कुछ एक्स्ट्रा चार्ज के साथ।
10. परमिट के लिए आपकी थिम्फू या जिस जगह जा रहे हैं उधर कि होटल्स बुक होनी चाहिए। यह काम करने के लिए आपको परमिट सेंटर के पास ही कई एजेंट मिल जायेंगे।
11. परमिट लेने के बाद जरूरी नहीं आप टैक्सी में ही आगे घूमे , परमिट सेंटर के पास ही बस स्टैंड से आपको कई जगहों की बस मिल जाएगी।
12. मेरी तरह शाकाहारी हैं तो आप अपने साथ खाने के कुछ स्नेक्स,बिस्किट्स, नमकीन,इंस्टेंट फूड भी रखे।कई जगह आपको दिक्कत आ सकती हैं। हमारे कुछ शाकाहारी साथियों को गलती से वेज पकोड़े की जगह चिकन पकोड़ा सर्व कर दिया था।
अगली पोस्ट में यहां के पर्यटन स्थलों की जानकारी दी जाएगी।
-ऋषभ भरावा (✍️ चलो चले कैलाश)