अक्सर देखा गया है कि जब भी घूमने की बात आती है तो लोग अक्सर उत्तर भारत का ही चुनाव करते है।जिसका कारण है यहां की जलवायु जोकि ठंडी है और यहां के अधिकांश क्षेत्र पहाड़ी है तो यहां वातावरण भी काफी स्वच्छ और सुरम्य होता है।पर ऐसा नहीं है कि केवल उत्तर भारत में ही आपको पहाड़ या घूमने की अच्छी जगह मिलेगी ।भारत के अन्य राज्य भी उतने ही सुंदर है। आज हम आपके लिए उत्तर भारत से हट कर पूर्वी भारत के तट से कुछ सुरम्य स्थान खोज कर लाए हैं जिसकी खूबसूरती देखने केवल देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पर्यटक आते है।हम बात कर रहे है ओडिशा की लेकिन ओडिसा का जिक्र करते जेहन में पूरी और सूर्य मंदिर ही आता है पर आज हम आपको ओडिशा के एक छुपे खजाने से अवगत कराएंगे जिसकी खूबसूरती किसी भी मायने में उत्तर भारत से कम नहीं है। उस जगह का नाम है कोरापुट।तो आपको जानते है कोरापुट के विषय में।
कोरापुट
कोरापुट जिसे ओडिशा के कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है यह ओडिशा के दक्षिण छोर पर स्थित एक आदिवासी क्षेत्र है जहां पर आपको खूबसूरत पहाड़,जंगल,झरने और नदियां देखने को मिलेंगे।समुंद्र तल से लगभग 2900 फिट की ऊंचाई पर स्थित कोरापुट ओडिशा में कोरापुट जिले के जिला मुख्यालय के रूप में कार्य करता है। यह स्थान दुरुआ, परजा, गदाबास, भूमिया, भोत्रा और कोंध समुदायों सहित कई जनजातियों का घर है। प्राकृतिक रूप से संपन्न इस क्षेत्र में आपको कई सारे खूबसूरत झरने देखने को मिलेंगे जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाने का कार्य करते है।ट्रेकिंग के शौकीन लोगों के लिए भी यहां बहुत कुछ है।
कोरापुट में घूमने की जगहें
कोरापुट करीब 8 हजार से भी अधिक वर्ग किलोमीटर में फैला है। यह खूबसूरत जगह बंगाल की खाड़ी से काफी करीब है। इसलिए यहां घूमने का एक अलग ही मजा होता है। यहां आपके और आपके परिवार सहित दोस्तो और पार्टनर के साथ भी घूमने के लिए एक से बढ़कर एक जगह है जहां आप अपनी छुट्टियां प्लान कर सकते है।तो आइए जानते कोरापुट में घूमने वाली इन जगहों के बारे में।
देवमाली
देवमाली को कोरापुट की सबसे खूबसूरत जगह माना जाता है जहां एक से बढ़कर एक खूबसूरत दिल को मोह लेने वाले नजारे देखने को मिलते है।यह कोरापुट की सबसे की सबसे ऊंची चोटी है।इस चोटी की ऊंचाई लगभग 6 हजार फीट है।ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहां का मौसम काफी सुखद होता है।बारिश के दौरान इस पर्वत की ऊंची चोटी बादलों से ढक जाती है मानो जैसे इस चोटी से बादलों की चादर ओढ़ ली हो।सर्दियों के दौरान यहां का नजारा किसी स्वर्ग से कम नहीं होता।
डुडुमा वॉटरफॉल
डुडुमा वॉटरफॉल केवल कोरापुट ही नहीं बल्कि पूरी ओडिशा का एक बहुत ही लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।यह खूबसूरत वॉटरफॉल ओडिशा का तीसरा सबसे बड़ा वॉटरफॉल माना जाता है।इस वॉटरफॉल की ओर इसके आस पास की खूबसूरती देख आप भी इसकी खूबसूरती में खो जाएंगे।500 फिट से से ज्यादा ऊपर से गिरते इस वॉटरफॉल की खूबसूरती बस देखते ही बनती है।साथ ही यहां के आस पास की हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।ओडिशा भ्रमण के दौरान अगर अपने ये नही देखा तो आपका ओडिशा आना बेकार है।
गुप्तेश्वर गुफा
गुप्तेश्वर गुफा ओडिशा का एक बेहद ही प्राचीन धार्मिक स्थल है जिसका संबंध रामायण काल से माना जाता है।ऐसी मान्यता है की ओडिशा की इसी गुफा में वनवास काल के दौरान भगवान राम को सर्वप्रथम शिवलिंग मिला था।इस शिवलिंग की सबसे खास बात यह है की इसका आकार हर दिन बढ़ता रहता है।यहां के लोगो की इस शिवलिंग के प्रति काफी आस्था है।सावन में यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी लगती है।
कोलाब बांध और बॉटनिकल गार्डन
कोरापुट का यह बांध यहां पर जलविद्युत परियोजना पर 4 x 80 मेगावाट जलविद्युत संयंत्र परियोजना चला रही है।यह बांध देखने पर्यटक दूर दूर से आते है।बांध के पास ही खूबसूरत बॉटनिकल गार्डन है जिसमे आप 200 से भी अधिक किस्म के फूलो और पौधो को देख पाएंगे।यह जगह इतनी खूबसूरत है कि इसका बया शब्दो में नही किया जा सकता।एक ही स्थान पर पहाड़,पानी और घाटियों का ऐसा सुंदर दृश्य आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेगा।
पुंजिसिल झरना
कोरापुट से लगभग 25 किमी दूरी पर स्थित यह करना ओडिशा का एक बहुत ही लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है।शहर के कौतूहल से दूर प्रकृति के बीच शांति में अगर आप अपना दिन बिताना चाहते हैं एक बेस्ट ऑप्शन है।पुंजिसिल कोरापुट के दशमंतपुर ब्लॉक में स्थित एक गाँव है।इस झरने तक पहुंचने के लिए आपको यहां से ट्रेक करना होगा।
ट्राइबल म्यूजियम कोरापुट
कोरापुट के इस जनजातीय संग्रहालय में आपको सांस्कृतिक विरासत और कला, शिल्प, नृत्य और संगीत जैसे स्थानीय जनजातियों के संरक्षित विरासत को देखने का अवसर मिलेगा। यह स्थान जनजाति संस्कृति की खोज के लिए विशेष रूप से विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करती है।अगर आप भी आदिवासी जीवन उनके रहन सहन और उन्हें संस्कृति के बारे में जानना चाहते है तो आपको इस म्यूजियम में जरूर आना चाहिए।
कोरापुट घूमने का सही समय
वैसे तो आप साल के किसी भी समय यहां आ सकते है लेकिन गर्मियों में यहां आने से बचे क्योंकि बंगाल की खाड़ी पास होने के कारण इस समय यहां तापमान काफी होता है तो आपको घूमने में परेशानी आ सकती है।बरसात और सर्दियों के समय यहां घूमना काफी सुखद होता है इस समय यहां की हरियाली देखने लायक होती है और वॉटरफॉल भी अपने शबाब पर होता है।
कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग से
कोरापुट का निकटतम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विशाखापत्तनम हवाई अड्डा है, जो लगभग 205 किमी दूर है, जबकि निकटतम घरेलू हवाई अड्डा ओडिशा के जेपोर में कोरापुट शहर से 25 किमी दूर स्थित है।
ट्रेन से
कोरापुट का अपना रेलवे स्टेशन है जो देश के विभिन्न शहरों से भली भांति जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग से
कोरापुट के लिए बस कनेक्शन विजयनगरम, विशाखापत्तनम, भुवनेश्वर, बेरहामपुर, राउरकेला, संबलपुर, जगदलपुर, रायपुर और हैदराबाद सहित प्रमुख शहरों से उपलब्ध हैं।
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