भारत विविधताओं से भरा देश है। इस देश में घूमने के लिए इतनी जगहें हैं कि गिनने बैठेंगे तो गिनती खत्म ही नहीं होगी। नॉर्थ इंडिया से लेकर साउथ इंडिया तक की ख़ूबसूरती किसी का भी मन मोह लेगी। ज़्यादातर लोग उत्तर भारत की जगहों पर ही घूमने के बारे में सोचते हैं जबकि दक्षिण भारत भी बेहद खूबसूरत है। साउथ इंडिया में प्रकृति की ख़ूबसूरती से लेकर एडवेंचर के शौक़ीनों के लिए सब कुछ मिलेगा। केरल दक्षिण भारत के सबसे खूबसूरत प्रदेश में से एक है। केरल में कई जगहें ऐसी हैं जिनके बारे में कम लोगों को ही पता है। ऐसी ही बेहद खूबसूरत जगह है, कोल्लम।
कोल्लम केरल का बेहद खूबसूरत और शांत शहर है। कोल्लम का पुराना नाम क्वीलॉन है। प्राचीन समय में यहां पर समुद्र के रास्ते से व्यापार हुआ करता था। पुर्तगालियों ने सबसे पहले यहाँ पर अपना व्यापार केन्द्र बनाया था। इसके अलावा कोल्लम का चीन, रोम और मध्य पूर्व के साथ भी व्यापारिक संबंध थे। कोल्लम केरल की राजधानी तिरुवंतपुरम से लगभग 90 किमी. की दूरी पर है। यहाँ आप आधुनिकता और प्राचीन इतिहास को एक साथ देख सकते हैं। इस शहर में घूमने और देखने के लिए बहुत कुछ है। आपको एक बार केरल के इस सुंदर से शहर की यात्रा का प्लान ज़रूर बनाना चाहिए।
कैसे पहुँचे?
फ़्लाइट से: यदि आप फ़्लाइट से कोल्लम जाने का सोच रहे हैं तो सबसे नज़दीकी त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट है। त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट से कोल्लम लगभग 66 किमी. की दूरी पर है। ये एयरपोर्ट देश बड़े शहरों से अच्छी तरह से कनेक्टेड है। आप त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट से बस या टैक्सी बुक करके कोल्लम पहुँच सकते हो।
ट्रेन से: आप ट्रेन से कोल्लम जाना चाहते हैं तो कोल्लम में ही रेलवे स्टेशन है। कोल्लम जंक्शन देश के बड़े-बड़े रेलवे स्टेशनों से जुड़ा हुआ है। आप ट्रेन से आराम से कोल्लम पहुँच सकते हैं।
वाया रोड: कोल्लम वाया रोड अच्छी तरह से कनेक्टेड है। आप केरल के शहरों से बस से कोल्लम पहुँच सकते हैं। इसके अलावा अगर आपके पास ख़ुद की गाड़ी है तब तो कोल्लम आसानी से पहुँचा जा सकता है।
क्या देखें?
1- पलारुवी वाटरफॉल
केरल में कई खूबसूरत वाटरफ़ॉल हैं। उन्हीं में से एक है कोल्लम का पलारुवी जलप्रपात। 300 फ़ीट की ऊँचाई से गिरने वाला ये झरना देश का 32वां सबसे ऊँचा वाटरफॉल है। पलारुवी नाम का क्षेत्रीय भाषा में अर्थ होता है, दूध की धारा। पहाड़ और जंगल से घिरा ये वाटरफॉल वाक़ई सुंदर है। इस जगह पर बैठकर घंटों झरने के पानी को गिरता हुआ देखा जा सकता है। कोल्लम आएं तो इस मनमोहक जलप्रपात को देखना न भूलें।
2- मय्यनाड
हिन्दुओं और मुसलमानों का एक लोकप्रिय केन्द्र है, मय्यनाड। कोल्लम शहर से लगभग 10 किमी. की दूरी पर स्थित मय्यनाड में कई शानदार मंदिर और मस्जिद हैं। मय्यनाड पूरवर लेक और अरब सागर के किनारे बसा हुआ है। कोल्लम की यात्रा में इस जगह को भी शामिल किया जा सकता है।
3- जटायु अर्थ सेंटर
जटायु के फेमस स्टैच्यू को देखने के लिए आपको कोल्लम के जटायु नेचर पार्क में जाना चाहिए। इस एडवेंचर पार्क में रोमांच से भरी कई गतिविधियां की जा सकती हैं। आप यहां तीरंदाजी, रॉक क्लाइम्बिंग और एयर राइफल शूटिंग कर सकते हैं। पहाड़ी की चोटी पर स्थित जटायु की मूर्ति वाकई में देखने लायक है।
4- कोल्लम बीच
कोल्लम बीच इस जगह की सबसे फेमस जगहों में से एक है। इसे देखे बिना कोल्लम की यात्रा अधूरी रहेगी। इस जगह को महात्मा गांधी समुद तट के नाम से भी जाना जाता है। ये बीच साल भार पर्यटकों से भरा रहता है। आप यहाँ समुद्र के खूबसूरत नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं। कोल्लम बीच में आप शानदार सनसेट देख सकते हैं।
5- थेवली पैलेस
अगर आपको कोल्लम में किसी एतहासिक जगह पर जाना चाहते हैं तो आपको थेवली पैलेस जाना चाहिए। इस पैलेस में त्रावणकोर के राजा रहा करते थे। गौरी पार्वती के शासनकाल में बना ये महल डच, ब्रिटिश और पुर्तगाली शैली क शानदार मिश्रण है। इन जगहों को देखने के बाद अगर आपके पास समय हो तो अष्टमुडी लेक, म्यूजियम, ओचिरा और नींदाकारा पोर्ट भी देख सकते हैं।
कब जाएँ?
वैसे तो केरल के खूबसूरत कोल्लम को कभी भी एक्सप्लोर किया जा सकता है लेकिन सबसे बेस्ट टाइम नवंबर से जनवरी तक का है। गर्मियों में केरल में झुलसा देने वाली गर्मी पड़ती है। इस मौसम में आप कोल्लम को अच्छे से घूम नहीं पाएँगे। इसके लिए आपको सर्दियों में कोल्लम की यात्रा करनी चाहिए। इस मौसम में आप कोल्लम को अच्छे से घूम पाएँगे।
कहाँ ठहरें?
कोल्लम में आपको ठहरने में कोई दिक़्क़त नहीं होगी। यहाँ आपको छोटे-बड़े हर प्रकार के होटल मिल जाएँगे। आप अपने बजट के हिसाब से इनको चुन सकते हैं। अगर आप वाक़ई में घुमक्कड़ हैं तो आपको एक बार कोल्लम की यात्रा का प्लान बनाना चाहिए।
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