र्खिसूः वो छिपा हुआ गाँव जहाँ से दिखता है हिमालय का घर!

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Photo of र्खिसूः वो छिपा हुआ गाँव जहाँ से दिखता है हिमालय का घर! by Rishabh Dev

भारत में पहाड़ों में जाने की बात आती है तो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जेहन में आते हैं। जो घुमक्कड़ हैं वो हिमाचल को ज्यादा खूबसूरत बताते हैं। उत्तराखंड को धर्म और आस्था के लिए ही देखा जाता है। लेकिन उत्तराखंड का एक हिल स्टेशन ऐसा है जो खूबसूरती के मामले में हिमाचल के बराबर आता है। जहाँ आपको बर्फ से घिरे पहाड़ के नज़ारे, जंगल और सेब के बागान। ये सब देखने को मिलता है पौड़ी गढ़वाल के छोटे-से गाँव र्खिसू में।

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र्खिसू उत्तराखंड का वो हिल स्टेशन है जिसको बहुत कम एक्सप्लोर किया गया है। धीरे-धीरे अब ये जगह फेमस होती जा रही है और लोग यहाँ वेकेशन पर आना पसंद करते हैं। र्खिसू समुद्रतल से 1700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस खूबसूरत हिल स्टेशन पर वीकेंड घूमते हुए मना सकते हैं।

पैदल नापें पूरा गांव

शहरों में हमारी आदत गाड़ी से जाने की हो जाती है और हमारी नज़रें मोबाइल में ही घुसी रहती हैं। इन दोनों चीजों को दूर करके इस खूबसूरत गाँव को पैदल देखना चाहिए। बांज, देवदार, चीड़ और बुरांश के पेड़ों से भरे जंगल के बीच बसा है ये गाँव। यहाँ आपको वादियाँ सुकून देंगी, प्रकृति का एहसास कराती है ये जगह। यहाँ आप पैदल चलते हुए यहाँ के जंगल को देख सकते हैं। र्खिसू से चौबट्टा तक जंगल के बीच के दो कि.मी. का रास्ता इस जगह का सबसे खूबसूरत रास्ता है। जंगल को अंदर से देखने का अनुभव आपको यहीं मिलेगा। यहाँ के जंगल में जंगली जानवर भी होते हैं लेकिन वे काफी अंदर होते हैं।

बांज और बुरांश के इन जंगलों में घंटों भटकना आपको खुश कर देगा। यहाँ के जंगल ना जाने कितनी तरह की जड़ी-बूटी और पक्षियों से भरे हुए हैं। पक्षियों का कलरव जब कानों में सुनाई देता है तो एक मधुर संगीत-सा लगता है। चलते-चलते शाम को यहाँ का सूर्यास्त ज़रूर देखें। सूरज पहाड़ों से वैसे ही नीचे जाता है, जैसे हम छत से नीचे उतरते हैं। सूरज की लालिमा ये नज़ारा आपको जीवन भर याद रहेगा।

हिमालय की चोटियाँ

र्खिसू में सबसे बेहतरीन हैं यहाँ के नज़ारे। उन सबमें सबसे उत्तम है कई चोटियों के नज़ारे। 300 से ज्यादा चोटियों का बर्फ से ढंके हुए देखना वाकई बेहद सुहावना है। कई चोटियाँ तो ऐसी हैं जिनको आप देखकर भी पहचान नहीं सकते। त्रिशूल, नंदा देवी, नंदकोट और पंचुली पीक का नज़ारा र्खिसू में ही देखने को मिलता है। आपको विश्वास नहीं होगा कि आप उन चोटियों को अपनी आँखों के सामने देख रहे हैं जिनके बारे में आपने सिर्फ सुना ही था। ये सारे नज़ारे आपका र्खिसू आना सफल बना देते हैं। इन नजारों को देखने के लिए दो व्यू प्वाइंट हैं। एक, फारकुंडा प्वाइंट और दूसरा चौखंभा व्यू प्वाइंट।

एडवेंचर भी हो सकता है

वैसे तो ये जगह सभी प्रकार के लोगों के लिए है। जो वीकेंड पर एक अच्छी जगह की तलाश में हैं, जो रोड ट्रिप करना चाहते हैं और वो भी जो एंडवेंचर स्पाॅट खोजते-रहते हैं। एडवेंचर के लिए यहाँ आप कैंपिंग कर सकते हैं और यहाँ से ट्रेकिंग भी शुरू होती है। यहाँ ट्रेकिंग के लिए फारकुंडा पीक पर जा सकते हैं। इसके अलावा यहाँ फैमिली के लिए कई पार्क भी हैं, जहाँ आप अपने परिवार के साथ समय बिता सकते हैं। र्खिसू में पक्षियों की अनेक प्रजातियाँ आप यहाँ देख सकते हैं। ये जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता और बर्ड-बाॅचिंग के लिए फेमस है।

और भी बहुत कुछ है यहाँ

इन टूरिस्ट स्पाॅट के अलावा यहाँ देखने के लिए कुछ धार्मिक स्थल हैं। र्खिसू का सबसे पुराना मंदिर घिदियाल देवी का मंदिर है। इसके अलावा र्खिसू के नज़दीक भी कई मंदिर हैं, जिनको देखा जाना चाहिए। र्खिसू से कुछ मील की दूरी पर स्थित है, कंडोलिया मंदिर। ये मंदिर भगवान शिव का मंदिर है। इस मंदिर के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इसके अलावा यहाँ धारा देवी मंदिर, बिनसर और पौड़ी ज़रुर देखें।

कब जाना चाहिए?

हिमालय की खूबसूरत चोटियों के लिए, गाँव में पैदल चलते रहने के लिए और उन बागों के देखने के लिए र्खिसू बेहतरीन जगह है। र्खिसू को देखने के लिए अप्रैल से अक्टूबर सबसे बेस्ट टाइम है। उस समय आसमान साफ रहता है और खूबसूरत नज़ारा दिखाई देता है। बरसात में जाना बहुत रिस्की है और सर्दियों में ये जगह बर्फ से भर जाती है। अगर आप स्नो फाॅल का नज़ारा और उसको अनुभव करना चाहते हैं तो नवंबर से जनवरी के बीच में जाना चाहिए।

कहाँ ठहरे?

यहाँ ठहरने के लिए बहुत कम होटल हैं। जो गिने-चुने होटल हैं वो ₹800- ₹1000 से शुरू होते हैं। इसके अलावा कुमाऊँ पर्यटन विकास निगम को होटल रुकने के लिए सही जगह है। आप वन विभाग के गेस्ट हाउस में ठहर सकते हैं। ये गेस्ट अंग्रेजों के ज़माने का है, जिसे 1913 में बनाया गया था। इस गेस्ट हाउस की बनावट उस समय की ही दिखती है। इस गेस्ट हाउस में आप ₹1000 में ठहर सकते हैं।

कैसे पहुँचें?

र्खिसू से सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन कोटद्वार है। कोटद्वार से र्खिसू की दूरी 114 कि.मी. है। कोटद्वार से आप र्खिसू टैक्सी बुक करके आ सकते हैं। यहाँ आप उत्तराखंड परिवहन निगम की बस से भी आ सकते हैं। सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट जाॅलीग्रांट, देहरादून है। देहरादून से र्खिसू की दूरी 145 कि.मी. है। जहाँ से आप टैक्सी और बस से पौड़ी जा सकते हैं। पौड़ी से र्खिसू आप टैक्सी से जा सकते हैं, जिसका किराया ₹50 है।

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