खीरगंगा एक धार्मिक स्थल है यहां शिवजी का एक छोटा सा मंदिर है और गर्म पानी का चश्मा भी है यह स्थान शिव जी पार्वती और कार्तिक के लिए समर्पित है, कुछ समय पहले तक यहां केवल स्थानीय लोग ही तीर्थ नहाने के लिए आते थे धीरे धीरे सड़क सुविधा होने के बाद यह स्थान पर्यटन स्थल बन गया अब यहां पर रहने के लिए लोगों ने तंबू लगाए हुए हैं ताकि जो भी यात्री स्थान पर आए उन्हें रहने के लिए कोई असुविधा का सामना ना करना पड़े। खीरगंगा से होते हुए आप पिन पर्वती पास की चढ़ाई करने के बाद आप लाहौल स्पीति के मुद गांव पहुंच जाते हैं । यह ट्रेकिंग के लिए बहुत प्रसिद्ध है। खीरगंगा में, पर्यटक बढ़ने के साथ ही यह स्थान स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का एक साधन बन गया है, यह स्थान समुद्र तल से लगभग 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। खीरगंगा हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की पार्वती घाटी में स्थित है।
यहां कैसे पहुंचा जाए:
दिल्ली से भुंतर तक बस सुविधा है, यह लगभग 500 किलोमीटर दूरी है और यह यात्रा 14- 15 घंटे की है ।
भुंतर से आप स्थानीय टैक्सी या बस से कसोल, मणिकरण और बरशैणी तक जा सकते हैं, इन सब जगह पर आप रह सकते हैं या हर जगह गेस्ट हाउस, होमस्टे और होटल्स है।
ज्यादातर लोग कसोल में आकर रुकते हैं। इसके बाद दूसरे दिन खीरगंगा ट्रेक के लिए कसोल से बरशैणी तक टैक्सी में जाते हैं, बरशैणी समुद्र तल से लगभग 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, यहां से दो रास्ते हैं खीरगंगा जाने के लिए, पहला कालगा से होकर दूसरा नक्थाण रुद्रनाग से होते हुए। ज्यादातर लोग कालगा से होकर जाते हैं और रुद्रनाग नक्थाण गांव से होकर वापस आते हैं।
कालगा वाले रास्ते से जंगल ज्यादा आता है और चलने में मुश्किल नहीं होती है क्योंकि छाया रहती है। यह थोड़ा लंबा है पर चढ़ाई कम है। खीरगंगा के लिए आप स्थानीय गाइड भी ले सकते हैं और आप अकेले भी इसे कर सकते हैं। मेरे अनुसार यदि आपको 1 दिन में ही खीरगंगा पहुंच कर वापस आना है तो आपको स्थानीय गाइड लेना जरूरी है। यदि आपको खीरगंगा में ही रहना है तो आप अपनी इच्छा अनुसार गाइड ले सकते हैं।
बरशैणी -कालगा -खीरगंगा लगभग 11 किलोमीटर दूर और खीरगंगा -रुद्रनाग -नक्थान गांव- बरशैणी रोड लगभग 9 किलोमीटर की दूरी में है। यह लगभग कुल 20 किलोमीटर लंबा ट्रैक है, जिसमें बरशैनी -कालगा-खीरगंगा को 4 से 5 घंटे और खीरगंगा -रुद्रनाग -नकंथान गांव- बरशैणी सड़क मार्ग तक 3 से 4 घंटे का समय लगता है। आप इसे 1 दिन में भी कर सकते हैं अगर आप अच्छे चलने वाले हो अगर आपके पास समय है तो इसे 2 दिन में करना ही बेहतर है आप खीरगंगा में 2 दिन रह कर टुंडा भुज का ट्रेक कर सकते हैं।
भुंतर- 1,100m
जरी -1,600m
कसोल-1,700m
मणिकरण- 1,800m
बर्षेणी -2,200m
नक्थान गांव-2,400m
खीरगंगा -3,000 मीटर
ज्यादा जानकारी के लिए आप मुझे व्हाट्सएप कर सकते हैं -9805242427
आपके सुझाव का मुझे इंतजार रहेगा।