मेरे बहुत सारे दोस्त हॉस्पिटालिटी क्षेत्र में हैं | इनमें से दो अभी प्रमुख होटलों में मैनेजर है, एक शेफ़ के रूप में कार्यरत है और एक जोड़ा इस चमकीली दुनिया से आगे बढ़ चुका है | इसके चलते हम जब भी बात करते हैं तो एक बात ज़रूर छिड़ती है कि होटल कितने गंदे और घिनौने हो सकते हैं और इनमें आने वाले महमानों को इस बात की भनक तक नहीं लगती | जबसे मुझे होटल के इन घिनौने रहस्यों के बारे में भनक लगी है तबसे मैं लोगों को इनके बारे में ज़रूर बताता हूँ | मेरे कुछ करीबी दोस्त और रिश्तेदार अब होटल में रुकने के मामले में और सतर्क हो गए हैं | हालाँकि ये मेरा मुख्य उद्देश्य नहीं है लेकिन अगर ज़्यादा से ज़्यादा लोग होटलों के बंद दरवाज़ों के पीछे होने वाले इन घिनौने कामों के बारे में जाँएंगे तो शायद कुछ बदलाव लाया जा सकता है | तो कुछ ऐसे घिनौने रहस्य आपके सामने रख रहा रहा हूँ |
थ्रो पिलो का नाम कुछ सोचकर ही रखा गया है
आपकी तरह ही हर दूसरा मेहमान थ्रो पिलो और दुवे को ज़मीन पर फेंक देता है | और अतिथियों के साथ, इन्हें बदला नहीं जाता बल्कि ज़मीन से उठाकर, झाड़कर, फिर से पलंग पर करीने के साथ सज़ा दिया जाता है | परिणाम? जिस बिस्तर पर आप बड़े आराम से मुँह टिका कर सोने जा रहे हो उसपर खूब सारी धूल, गंदगी और कीटाणु जमे हैं |
क्या आप साफ बिस्तर पर सोते हैं?
शायद इसका जवाब है नहीं | मुझे ये मेरे कई दोस्तों ने और एक होटल की सफाई वाली ने भी बताया है | अगर चादरों पर कुछ लगा हुआ दिखाई नहीं दे रहा तो उन्हें बदला ही नहीं जाता है | सफाई वाले अतिथि के जाने के बाद बिस्तर को फिर से वैसा ही सज़ा देते हैं | चेक इन करने के बाद मुझे खुद को अपने बिस्तर पर लिपस्टिक के निशान, काजल के धब्बे और टूटे हुए बाल मिले हैं | मेरी दोस्त, जो दिल्ली के एक पाँच सितारा होटल में मैनेजर की पदवी पर काम करती है, को हर हफ्ते होटल के कामों की निगरानी करने के लिए होटल में रुकना पड़ता है | वो हमेशा अपने साथ अपनी एक चादर रखती है |
होटल का तौलिया काम में लेना सही नहीं है
अतिथि होटल के तौलियों से बाथरूम में अपने पाँव साफ करते हैं | मैं भी अक्सर ऐसा करता हूँ | जैसे ही आप होटल से जाते हैं, सारे तौलिए एक साथ धो दिए जाते हैं | संभावना है कि अगर किसी के पैरों में फन्गस की दिक्कत है और उसने तौलिए से पाँव साफ किए हैं तो कीटाणु तौलिए से ठीक से धुले नहीं है | और अगर कोई तौलिए साफ या अच्छे से तय किया हुआ मिलता है तो उसे धोने के लिए कमरे से बाहर भी नहीं ले जाया जाता | इसीलिए मैं नियम से सफ़र करते समय अपना तौलिया ले कर चलती हूँ |
कंबल उतनी बार नहीं धुलते जितनी बार धुलने चाहिए
कुछ ही महीनों पहले रेडिट के एक थ्रेड ने खलबली मचा दी थी जिसमें एक होटल के कर्मचारी ने अपनी पहचान को गुप्त रखते हुए बताया कि होटलों में कंबलें हर 6 महीने में धुलती हैं क्योंकि कंबलें भारी होती है और इन्हें धोने में खूब सारा उत्पाद खर्च होता है | मुझे लगता है कि ऐसे में अपने साथ अपना स्लीपिंग बैग लेकर चलना सही रहेगा |
कमरे के गिलास से पानी ना पिए
कमरे में रखे जाने वाले गिलास और कटलरी कमरे में सबसे गंदे होते हैं क्योंकि इन्हें कभी साबुन से नहीं धोया जाता है | सफाई कर्मचारी इन्हें सादे पानी से धोकर कपड़े से पौंछ देते हैं और ये साफ करने का कपड़ा भी बिना धुले बहुत बार काम में लिया जाता है | फिर इन्हें कमरे में वैसे ही सज़ा दिया जाता है |
मेड आपके सामान की चोरी-छुपे तलाशी लेती है
शायद मेड कुछ चोरी ना करें मगर वे आपके सामान की तलाशी ज़रूर लेती हैं, और ख़ास करके तब जब आपने कमरे में अपना सामान फैला रखा हो | इस बात में कितनी सच्चाई है ये देखने के लिए मेरे एक दोस्त ने अपने कमरे में एक वीडियो रिकॉर्डर रख दिया और घूमने फिरने कमरे से बाहर चला गया | शाम को वापिस आकर जब उसने रिकॉर्डर की जाँच की तो होटल की एक मेड को सूटकेस और हैंडबैग की तलाशी लेते देखा | शिकायत करने पर उसे एक बेहतर कमरा तो दे दिया गया मगर तलाशी लेना कोई सही बात तो है नहीं | तलाशी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है अपने सामान के ताला लगा कर कमरे से बाहर जाया जाए |
क्या आप होटल के बुफे में डिप चखना चाह रहे है?
बिल्कुल ना करें | ये मेरे लिए सबसे घिनौनी बात है | मैं पहले ब्रॅंच बुफे का नाम सुनकर ही खुश हो जाती थी, मगर बातचीत के दौरान मेरे बावरची दोस्त ने बताया कि ये काफ़ी गंदे होते हैं | कोल्ड कट, सलाद और डिप कभी भी ताज़े नहीं होते है | उसने मुझे बताया कि खाने को फैकने से होने वाले पैसे के नुकसान को बचाने के लिए जिस भी खाद्य पदार्थ को फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है, किया जाता है | जो भी डिप, सौस, बटर, जैम बच जाता है उन्हें बड़े बर्तनों में इकट्ठा कर के वीकेंड में होने वाले बुफे के लिए बचाया जाता है | इस अशुद्धता से बचने के लिए आप खुले मर्तबानों में रखी चटनियों के बजाय पैक बटर और जैम काम में लें |
तकिये और गद्दे तो कभी साफ ही नहीं होते
तकियों के खोल को उतार कर धो दिए जाते हैं , लेकिन जब तक कुछ बड़ा दाग नहीं लग जाता तब तक तकियों को ड्राई क्लीन या साफ नहीं किया जाता | होटलों के कई अतिथि वैसे ही खुद की साफ सफाई पर ख़ास ध्यान नहीं देते, ऐसे में तकियों पर कई तरह के कीटाणु लगे हो सकते हैं | मेरी दोस्त अपने साथ अलग से तकियों को ढकने के लिए चादरे रखने या अच्छा सा हवा वाला तकिया रखने की सलाह देती है | ऐसा ही हाल गद्दों का है | रेडिट के एक थ्रेड में होटल के एक कर्मचारी ने बताया कि रात में एक अतिथि ने अपने बिस्तर पर पेशाब कर दिया था | सफाई करने के बजाय गद्दे को पलट कर बिछा दिया गया ताकि गीला हिस्सा नीचे छुप जाए |
टॉयलेट काम में लेने से आपको संक्रमण हो सकता है
गंदे अतिथियों और सुचारू रूप से सफाई के अभाव में टॉयलेट सीट और नलो पर कीटाणु जमा हो जाते हैं जिनसे पेशाब की नली में इनफेक्शन और ई. कोलाई जैसे संक्रमण हो सकते हैं | एक ही ब्रश और कपड़े से कई सारे टॉयलेटों की सफाई की जाती है जिससे कीटाणु सभी जगहों पर फैल जाते हैं | एक बार एक होटल का टॉयलेट काम में लेने के बाद मुझे खुद को इनफेक्शन हो गया था | अब मैं कहीं भी जाने से पहले अपने साथ डेटोल रख लेता हूँ ताकि टॉयलेट सीट और नलों को छूने से पहले अच्छे से साफ कर लूँ | समाधान से सुरक्षा भली |
जिस कमरे में आप ठहरे हैं वहाँ शायद कोई मर चुका है
होटल में लोग अक्सर आत्म हत्या करते ही रहते हैं | ये बात मुझे मेरे दोस्तों ने भी बताई है और इंटरनेट पर भी कई लोगों ने इस बात का खुलासा किया है | हालाँकि ये कभी भी सुर्ख़ियों में नहीं आता क्योंकि होटल अपना नाम पर दाग नहीं लगने देना चाहते | जब तक कोई बड़ा मामला नहीं हो जाता तब तक होटल में हुई मौतों का हमें पता ही नहीं चल सकता | मगर आत्म हत्या तो ज़रूर होती ही हैं | इन घटनाओं से डरावनी कहानियाँ तो गढ़ी जाती ही है, साथ ही कई बार अलौकिक शक्तियों से भी सामना हो सकता है |
क्या आपने कभी होटल में रहते हुए कभी कोई गंदी या अजीब चीज़ देखी है? कमेंट करके अपने विचार बताएँ या Tripoto अपने अनुभव लिखें |
यह आर्टिकल अनुवादित है | ओरिजिनल आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें |