• केदारनाथ की यात्रा करने के लिये स्वयं की गाड़ी हो तो बेहतर है, वरना टेक्सी से भी यात्रा को अंजाम दिया जा सकता है।मगर पर्सनल गाड़ी हो और साथ मे एकाधिक ड्राइवर हो तो यात्रा का आनंद बढ़ जाता है।
• हरिद्वार से रेल बस टेक्सी या कार द्वारा ऋषिकेश की यात्रा की जा सकती है। यहाँ रुक कर गंगा दर्शन,गंगा आरती राम झूला लक्ष्मण झूला आदि के दर्शन करने के पश्चात रात्रि काली कमली धर्मशाला या अन्य आर्थिक दृष्टि से ठीक धर्मशाला में बीता सकते है ।
• सुबह जल्दी ऋषिकेश से निकलकर चार धाम जाने वाले मार्ग पर चल पड़ें। ऋषिकेश से निकलने पर आगे श्रीनगर और धारा देवी गौरीकुंड आदि आएंगे। गौरीकुंड पहुँचकर आप रात्रि विश्राम कर सकते हैं।
• गौरीकुंड पहुँचने पर आपको वहाँ कई सस्ते होटल व धर्मशालाएँ मिल जाएगी जहाँ आप रात बिता सकते हैं दूसरे दिन प्रातः नित्य कर्मों से निवृत्त होकर केदारनाथ के लिए पैदल रवाना होंगे।
• गौरीकुंड से निकलते ही आपको यात्रा पास बनवाने जाना है जिसे आपके जानकारी सरकार के पास रहे किसी आपदा वगैरह की स्थिति आपकी गिनती रहे इस प्रकार बास प्राप्त करने के पश्चात धीरे धीरे चढ़ाई की शुरुआत करे। ध्यान रहे जहाँ भी हल्की-फुल्की थकान आए तो मैगी है चाय कॉफी है इस प्रकार गरम लेते रहे जैसे आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहे।
•आधा रास्ता पैदल चलने पर आपको केदारनाथ की बर्फ से ढकी हुई सफेद पहाड़ियाँ दिखनी प्रारंभ हो जाएगी। इस प्रकार आप उन दृश्यों को अपने कैमरे में भी कैद कर सकते हैं और करना भी चाहिए। मार्ग में आपको कल कल करते झरने हरे भरे पहाड़ और पानी के नाले जगह-जगह दिखेंगे जिन का आनंद लेते हुए यात्रा जारी रखें। बॉडी में जान डालते रहें. मेरा मतलब गर्म पेय पदार्थों से हैं और भूख लगे तो हल्का-फुल्का खा भी सकते हैं।
• इस प्रकार केदारनाथ मंदिर के दर्शन होने प्रारंभ हो जाएंँगे और आखिर आप केदारनाथ मंदिर के सामने होंगे। वहाँ पर आपको रात्रि विश्राम के लिए टेंट होटल धर्मशाला इत्यादि की व्यवस्था मिलेगी। अपनी व्यवस्था अनुसार रात्रि विश्राम करें भोजन की व्यवस्था भी वहाँ मिल जाएगी। आप रात्रि कालीन आरती की के दर्शन करें पहाड़ों और ठंड का आनंद लें और सो जाएँ।
• प्रातः जल्दी उठकर एक बार पुनः बाबा भोलेनाथ के दर्शन कर शिवलिंग के अभिषेक कर भीम शिला के दर्शन कर भैरव पहाड़ी पर भैरव नाथ के दर्शन कर बना मंदिर लौट सकते हैं। आप चाहे तो मोदी गुफा के दर्शन भी कर सकते हैं।
• यदि आपने समय पर बुकिंग करवाई है तो आप रात्रि विश्राम भी इस गुफा में कर सकते हैं। इस प्रकार आप पुनः वापस गौरीकुंड के लिए अपनी यात्रा प्रारंभ करें कथा गौरीकुंड पहुँचने पर अपने साधन या बसों, से जो भी उपलब्ध हो से यात्रा प्रारंभ कर ऋषिकेश आ सकते हैं।
• आप चाहें तो इसी दरमियान गंगोत्री यमुनोत्री बद्रीनाथ व जोशीमठ के दर्शन भी कर सकते हैं ।बद्रीनाथ के दर्शन हेतु जाएँ तो व्यास गुफा, गणेश गुफा, सरस्वती नदी उद्गम स्थल भी देख सकते हैं।
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