भारत का लोकप्रिय शीतकालीन ट्रेक _____ (केदारकंठा यात्रा)
हिमालय की बर्फीली वादियों का एक रोमांचकारी सफर
केदारकंठा उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक प्रसिद्ध ट्रेकिंग डेस्टिनेशन है। यह जगह अपनी बर्फ से ढकी चोटियों, सुंदर जंगलों और शांत वातावरण के लिए जानी जाती है। यह ट्रेक लगभग 12,500 फीट की ऊंचाई तक ले जाता है और यहां से हिमालय की अन्य चोटियों का भव्य नजारा बड़ा शानदार दिखता है।
यह ट्रेक, भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ की ओर लेकर जाता है| केदारकांठा ट्रेक को पूरा करने में करीब 6 से 7 दिन लग जाते हैं | यह बहुत शानदार सफेद घास के मैदानों जैसा दिखता है और रास्ते के आसपास के पहाड़ों का दृश्य स्वर्गीय लगता है। इस ट्रेक का आनंद लेने के लिए दिसंबर से फरवरी का समय सबसे अच्छा है, जब मौसम की सबसे बेहतरीन बर्फबारी होती है। इस दौरान पेड़ और पूरा रास्ता बर्फ से ढक जाता है, जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देता है।
वैसे तो यह चुनौतीपूर्ण ट्रेक माना जाता है लेकिन इसे अनुभवी लोगों के साथ किया जाए तो अलग ही आनंद है | जैसे नीचे दिये कुछ बिंदुओं से गुजरना पड़ता है |
प्रारंभिक बिंदु: सांकरी से, ओक और चीड़ के वृक्षों के बीच से कुछ धीमी ढलान। वन पथ: पर गहरे देवदार, ओक और देवदार के पेड़ों से होकर गुजरता है। पानी पर भी पार किया जा सकता है, रास्ते बहुत कीचड़ भरे हो सकते हैं और कभी-कभी फिसलन भरे भी।
घास के मैदान : विशेष रूप से जूडा का तालाब में खुले घास के मैदान हैं, जहां बहुत सारे घास के मैदान और शानदार हैं।
बेस कैंप तक खड़ी चढ़ाई: जूडा का तालाब से बेस कैंप तक पत्थरों और चट्टानी इलाकों पर छोटी-छोटी खड़ी सीढ़ियों के साथ कई हेयरपिन मोड़ों के साथ चढ़ाई करनी पड़ती है | ऊंचाई के साथ दृश्य बहुत बेहतर हो जाते हैं।
हालांकि दिसंबर से फरवरी तक का समय इस ट्रेक पर जाने का सबसे अच्छा समय है , इस कठोर मौसम का सामना करने के लिए, व्यक्ति को कम से कम चार परतों के कपड़ों के साथ तैयार रहना चाहिए, खासतौर से केदारकांठा बेसकैंप (11,250 फीट) और अधिक ऊंचाई पर, जहां तापमान -10 डिग्री सेल्सियस और इससे भी कम हो सकता है। खासकर सांकरी में बर्फबारी से ट्रेक को अस्थायी रूप से स्थगित भी करना पड़ सकता है। फरवरी में बर्फबारी कम होती है, लेकिन केदारकांठा बेसकैंप के ऊपर का हिस्सा बर्फ से ढका रहता है। जूडा का तालाब झील पिघलना शुरू हो जाती है, और तापमान अधिक सहनीय हो जाता है, जिससे यह इस ट्रेक की योजना बनाने के लिए एक बढ़िया समय है।
मुख्य आकर्षण बिन्दु :
• जुड़ा का ताल: बर्फ से जमी हुई एक सुंदर झील।
• केदारकंठा चोटी: 12,500 फीट की ऊंचाई से हिमालय का भव्य नजारा।
• प्राकृतिक सुंदरता: पाइन के जंगल, बर्फीले रास्ते और हरे-भरे मैदान।
• कैंपिंग अनुभव: बेस कैंप और जुड़ा का ताल के पास रातभर तंबू में रुकने का मजा।
मई और जून इस ट्रेक के लिए कम प्रचलित महीने हैं क्योंकि ट्रेकर्स हर की दून ट्रेक , फुलारा रिज ट्रेक , बाली पास ट्रेक , रूपिन पास ट्रेक और कई अन्य ट्रेक जैसे अन्य गर्मियों के ट्रेक को पसंद करते हैं। साथ ही, ये ट्रेक संकरी बेसकैंप से शुरू होते हैं।
पहला दिन 1: नोएडा या दिल्ली से देहरादून की यात्रा
शाम के समय दिल्ली से देहरादून के लिए प्रस्थान करें। यह लगभग 5-6 घंटे की यात्रा है। देहरादून पहुंचने के बाद होटल में रुकें और अगले दिन की यात्रा की तैयारी करें।
दूसरा दिन 2: देहरादून से संकरी यात्रा
सुबह देहरादून से ट्रेकिंग ग्रुप के साथ संकरी के लिए निकलें। रास्ते में मसूरी की वादियों और टिहरी डैम का सुंदर नजारा मिलेगा फिर सुबह नाश्ता कर शाम तक संकरी पहुंचें, जो केदारकंठा ट्रेक का बेस कैंप है। यहाँ रात को कैंपिंग का आनंद लें।
तीसरा दिन 3: संकरी से जुड़ा का ताल (4 किमी ट्रेक)
सुबह नाश्ते के बाद ट्रेक शुरू करें, रास्ते में ओक और पाइन के घने जंगल मिलते हैं। लगभग 4 घंटे की ट्रेकिंग के बाद जुड़ा का ताल पहुंचें। यह एक छोटी फ्रोजन झील है, जिसे स्थानीय लोग बहुत पवित्र मानते हैं। ताल के पास कैंपिंग करें और रात को सितारों का आनंद लें।
दिन 4: जुड़ा का ताल से केदारकंठा बेस कैंप (4 किमी ट्रेक)
सुबह नाश्ते के बाद बेस कैंप के लिए ट्रेक शुरू करें।
रास्ते में बर्फ से ढकी ढलानों और खुले मैदानों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा। दोपहर तक बेस कैंप पहुंचें और यहां से केदारकंठा चोटी और आसपास की चोटियों का नजारा देखें। बेस कैंप में रात का आराम करें और अगले दिन के शिखर ट्रेक के लिए खुद को तैयार करें।
पाँचवा दिन 5: केदारकंठा शिखर से संकरी (10 किमी ट्रेक)
सुबह जल्दी 4 बजे शिखर की ओर ट्रेक शुरू करें ताकि सूर्योदय का नजारा देख सकें। केदारकंठा चोटी पर पहुंचकर हिमालय की चोटियों जैसे स्वर्गारोहिणी, बंदरपूंछ, और यमुनोत्री रेंज का भव्य दृश्य देखें। शिखर से उतरकर बेस कैंप आएं, नाश्ता करें और फिर संकरी लौटें। संकरी पहुंचकर रात को आराम करें।
छठवा दिन : संकरी से देहरादून और घर वापसी
सुबह नाश्ते के बाद संकरी से देहरादून के लिए यात्रा शुरू करें। रास्ते में पहाड़ों की सुंदरता का आनंद लें। दोपहर या शाम तक देहरादून पहुंचें और अपनी यात्रा समाप्त करें।
वहाँ जाने के लिये आप गर्म कपड़े, ट्रेकिंग शूज और जरूरी सामान साथ रखें।
वहाँ पर फिटनेस का ध्यान रखें क्योंकि ट्रेक मध्यम कठिनाई का है। पर्यावरण को साफ रखें और प्लास्टिक का उपयोग न करें।
केदारकंठा ट्रेक उन लोगों के लिए एक बेहतरीन अनुभव है जो रोमांच, प्रकृति और शांत वातावरण का आनंद लेना चाहते हैं। यह यात्रा आपको हिमालय की अनछुई सुंदरता के करीब ले जाएगी और आपकी यादों में हमेशा के लिए बस जाएगी।