मुंबई भारत का सबसे महंगा शहर है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप बैंक बैलेंस का ताला तोड़े बिना यहाँ ज़िंदगी के मज़े नहीं लूट सकते। मुंबई में वैसे तो कुछ भी करने से पहले बड़े खर्च का ही खयाल आता है, लेकिन हम आपके लिए कुछ ऐसी मज़ेदार चीजों की एक लिस्ट लेकर आए हैं जिसके लिए आपको अपनी जेब खर्च की टेंशन बिल्कुल नहीं लेनी क्योंकि ये सब आप या तो मुफ्त में या बेहद कम खर्च में कर सकते हैं। तो शुरू करें?
1. पृथ्वी थिएटर में मंच कला का आनंद लो
पृथ्वीराज कपूर द्वारा 1942 में स्थापित, ये थिएटर 150 सदस्यों की एक मंडली हुआ करती थी जो पूरे भारत में नाटकों का मंचन करती थी। आज ये अभिनय की खदान बन गई है। थिएटर परिसर में ही एक सुंदर और हलचल भरा कैफे - पृथवी कैफे भी है। खुले आसमान के नीचे बना ये कैफे रात में लालटेन की रोशनी में नहा जाता है। हर चौथे सोमवार को, पृथ्वी कैफे में ओपन माइक होता है जहाँ नए और उभरते कवियों, हास्य कलाकारों और लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है। चाहे तो आप भी अपना हुनर आज़मा लें।
कहाँ: 20, जुहू चर्च रोड, जानकी कुटीर, मुंबई
खर्च: ₹ 125
समय: कैफे रोज सुबह 10 से 11:30 बजे तक खुला रहता है; ओपन माइक के लिए तारीख और समय अलग-अलग हो सकते हैं।
2. इरानी कैफे में चखो शहर के पारसी पहलू का स्वाद
पारसी व्यंजन और कैफे मुंबई की संस्कृति का एक अहम हिस्सा हैं लेकिन ये शहर की भाग-दौड़ में ओझल होते चले जा रहे हैं। ये कैफे ना तो ज्यादा महंगे है, ना ही दिखने में बहुत शानदार, लेकिन यहाँ दिल से गर्म खाना और पारसी संसकृति परोसी जाती है।
कयानी एंड कंपनी
कहाँ: जेएसएस रोड, जेर महल एस्टेट, मेट्रो सिनेमा के सामने, मरीन लाइन्स
खर्च: ₹300 दो लोगों के लिए
समय: सुबह 7 से 8:45 बजे (सोमवार से शनिवार); सुबह 7 से शाम 6:30 बजे (रविवार)
ज़रूर चखें: मस्का बन, कीमा पाव और ईरानी आमलेट
याज़दानी रेस्तरां और बेकरी
कहाँ: फाउंटेन अकबर सहयोगी, सेंट थॉमस कैथेड्रल, फोर्ट
खर्च: ₹200 दो लोगों के लिए
समय: सुबह 7 से शाम 7 बजे
ज़रूर खाएँ:ससबन मस्का और ब्रेड पुडिंग
3. चोर बाज़ार से करो ₹500 में सारी खरीदारी
चोर बाज़ार 150 साल पुराना बाज़ार है, जो इतना बड़ा और अनोखा है कि यहाँ रोज़ाना आने वाले लोग भी इसे पूरी तरह नहीं जानते होंगे। चाहे सालों पुरानी कलाकृतियाँ हो या पोलरॉइड कैमरा, आपको यहाँ सब कुछ ₹500 में मिल जाएगा।
समय: चोर बाजार सुबह 11 बजे से शाम 7.30 बजे
एक्सपर्ट टिप: यहाँ आने से पहले मोल-भाव करना सीख कर आइएगा
4. मरीन ड्राइव पर देखो फिल्मी सितारों की झलक
मरीन ड्राइव मुंबई का एक अभिन्न अंग है। मुंबई में हर कोई यहाँ कुछ वक्त बिताना पसंद करता है। आपको हर रोज़ ऐसे कई लोग मिलेंगे जो मरीन ड्राइव पर बैठ कर बस सूर्यास्त का आनंद ले रहे होंगे। बॉलिवुड के सितारे भी इस सूर्यास्त की झलक के कायल हैं और अक्सर आपको यहाँ टहलते हुए दिख जाएँगे।रणबीर कपूर, दीपिका पादुकोण और दूसरे कई सितारे यहाँ अक्सर सुबह की सैर के लिए आते हैं। यहाँ तक कि करीना कपूर और सैफ अली खान भी देर रात यहाँ टहलने आते हैं।
एक्सपर्ट टिप: सुबह जल्दी उठने से मेरा मतलब है सुबह 4:00 बजे और देर रात लगभग 2: 00-3: 00 बजे।
5. कम खर्च में बार हॉपिंग
मुंबई में शराब दिल्ली की तुलना में सस्ती है, और इस बात का फायदा उठाने के लिए आपको फैंसी जगहों पर जाने की ज़रूरत नहीं है। मुंबई की नाइट लाइफ कामकाजी लोगों से ही रोशन होती है जो ऑफिस की थकान मिटाने के लिए किफायती बार में बैठकर कुछ वक्त बिताना चाहते। ये हैं मुंबई के कुछ ऐसे बार जहाँ आप बिना ज़्याजा खर्च किए कुछ मज़े कर सकते हैं।
कहाँ: 78 ए, पाली नाका, डॉ अंबेडकर रोड, पाली हिल, बांद्रा पश्चिम।
खर्च: ₹120 (एक पाइंट)
समय: दोपहर 12 बजे से सुबह 1 बजे तक
- नेशनल रेस्तरां और बार
कहाँ: रामेश्वर, एसवी रोड, सांताक्रूज वेस्ट, मुंबई
खर्च: ₹120 (एक पाइंट)
समय: सुबह 11:30 से दोपहर 3 बजे और शाम 6:30 बजे से 12 बजे तक
सनलाइट रेस्तरां और बार
कहाँ: रवींद्र हाउस, कलबादेवी रोड, फुरटादोस के पास, धोबी तलाओ, कालबादेवी, मुंबई
खर्च: ₹90 (एक पाइंट)
समय: सुबह 9 से रात 12 बजे
6. हाजी अली दरगाह पर कव्वाली के सुरो में खो जाओ
मुंबई के बहु-सांस्कृतिक शहर में, सभी धर्मों के लोग अपनी मुरादे लेकर हाजी अली की दरगाह में आते हैं। वर्ली के तट से एक छोर पर एक छोटे से द्विप पर बने हाजी अली की दरगाह पर लाखों लोग अध्यात्म की खोज में पहुँचते हैं। हर शुक्रवार को जादुई कव्वाली की रात ने कई बॉलीवुड गानों को प्रेरित किया है, लेकिन सबसे अच्छा अनुभव तो यहाँ खुद बैठकर इसे लाइव देखना ही है।
समय: सुबह 5:30 से रात 10 बजे तक
एक्सपर्ट टिप: हाजी अली जूस सेंटर पर ताजा रस और दुनिया की सबसे अच्छी फ्रूट क्रीम चखना ना भूलें
7. संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में समय बिताओ
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में फैला हुई हरियाली मुंबई के कॉंक्रीट जंगल से बिल्कुल उलट है। ये जगह भागती हुई मुंबई के बीच एक शांती और सुकून भरा वातारण तो देती ही है, साथ ही कई तरह की तितलियों का घर भी है। राष्ट्रीय उद्यान के अंदर तुलसी और विहार नाम की दो झीलें हैं जहाँ आप आसानी से चल कर पहुँच सकते हैं या फिर पैदल की कन्हेरी गुफाओं तक भी जा सकते हैं। कान्हेरी गुफाएँ 109 गुफाओं का एक संग्रह हैं, जिनमें बुद्ध और उनके शिष्यों की पत्थर की संरचनाएँ बनी हुई हैं।
कहाँ: अभिनव नगर, बोरीवली पूर्व, मुंबई
खर्च: ₹20
समय: सुबह 7:30 से शाम 5:30 तक
8. मुंबई के एकमात्र चीनी मंदिर, क्वान कुंग मंदिर की यात्रा करो
मुंबई के एकमात्र चीनी मंदिर का इतिहास के उस वक्त में ले जाता है जह सी युप कून समुदाय मझगांव में प्रभावशाली हुआ करता था। ये समुदाय दक्षिणी चीन से पलायन कर भारत में बसा था और अंग्रेजों के समय में व्यापारी और नाविकों के रूप में काम करता था। लेकिन 1962 में चीन से युद्ध के बाद यहाँ इस समुदाय के कुछ ही लोग रह गए थे। क्वान कुंग मंदिर और इसके आसपास का का इलाका उन लोगों के लिए एक स्मारक की तरह है, जिन्होंने इस इस जगह को बहुत लंबे समय तक घर कहा था।
कहाँ: डॉकयार्ड रोड रेलवे स्टेशन के पीछे, वाडी बंदर, मझगांव, मुंबई।
समय: सुबह 10 से शाम 5 बजे तक
9. ससून डॉक आर्ट प्रोजेक्ट पर स्ट्रीट आर्ट को सराहो
142-साल पुराना ये बंदरगाह, जो रोज़ सुबह मछली बाज़ाक के शोर-गुल में घिरा रहता है, इसकी सूरत को हाल ही में ठीक किया गया है। इस मुहिम की शुरुआत स्टार्ट मुंबई अर्बन आर्ट फेस्टिवल से हुई थी जिसमें कोली, बंजारों और हिंदू मराठों की जीवनशैली को कैद करती पेंटिंग, फिल्म, बहस-भाषण और दूसरे कार्यक्रमों का आयोजन हुआ था। इस मुहिम में भारत, फ्रांस, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया के 40 से ज़्यादा कलाकार एक साथ आए हैं और इस बंदरगाह का रंग और रूप बदल दिया।ये जगह मुंबई वालों और यहाँ आने वाले पर्यटकों को कभी निराश नहीं करती।
कहाँ: ससून डॉक्स, कफ परेड, दक्षिण मुंबई
समय: गुरुवार रविवार से दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक
10. चेंबूर कैंप में पारंपरिक सिंधी खाने का लुत्फ उठाओ
आजादी के बाद, पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को बसाने के लिए मुंबई के चेंबूर में कैंप लगाए गए थे। सिंधी कैंप एरिया कई भोजनालयों का घर है जो सींधी समुदाय द्वारा स्थापित किए गए थे। यहाँ पारंपरिक सींधी स्नैक्स और खानाा दशकों से लोगों की खातिरदारी कर रहे हैं। यहाँ कई सारे फूड वॉक भी करवाए जाते हैं। आप चाहें तो उसका हिस्सा बनें या अपनी पसंद से यहाँ आकर अपना स्वाद बदलें।
लगभग 66 साल पहले खोला गई ये दुकान काफी मशहूर है। लोग अपने दाल पाकवान (₹30) और ठंडी नमकीन लस्सी (₹120) के लिए लाइनों में खड़े रहते हैं।
कहाँ: चेंबूर कैंप, गिदवानी रोड, चेंबूर (ई)।
खर्च: ₹200 दो लोगों के लिए
समय: सुबह 7 से 10 बजे
ज़रूर खाएँ: दाल पाकवान सिंधी घरों में का लोकप्रिय नाश्ता है। इसमें दाल तो चने की दाल, हरी मिर्च, जीरा और मसाले मिलाकर बनाई जाती है वहीं पकवान दरअसल पूड़ी की तरह ही होती है।
सिद्धिविनायक रिफ्रेशमेंट
विग के पास एक संकरी गली में बना, लड्डा रगड़ा पैटीस वाला के नाम से मशहूर, इस भोजनालय में 10 लोग बैठ सकते हैं। 60 साल से चलती आ रही इस दुकान के बारे में आप आस-पास किसी से भी पूछ लें, वो आपको जानकारी दे देगा।
कहाँ: जनकल्याण बैंक, चेंबूर के बगल में ओल्ड बैरक नं टी -107, सिंधी कैंप, गांधी बाजार, चेंबूर कॉलोनी।
खर्च: for 300 दो के लिए
समय: सुबह 9 से रात 10 बजे तक
ज़रूर खाँए: रगड़ा पट्टिस
तो चलिए वॉलेट पर नज़र मारना छोड़िए और निकल पढ़िए असली मुंबई की खोज में।
आप यह भी पढ़ना पसंद कर सकते हैं: Best buffet in Mumbai, places to visit near Mumbai, Candle light dinner in Mumbai, romantic places near mumbai for couples one day
क्या आप भी इनमें से किसी जगह पर घूम कर आएँ हैं? Tripoto पर यहाँ इसके बारे में सब बताएँ!
ये आर्टिकल अनुवादित है। ओरिजनल आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।