घुमक्कड़ी में कुछ चीजें ऐसी होती है जिनकी चाहत हर घुमक्कड़ को होती है। इसमें सबसे पहली चीज है कम भीड़। किसी भी नई जगह पर जाने के पहले हम सबसे पहले उस जगह के बारे में जान लेना चाहते हैं। वहाँ घूमने के लिए क्या जगहें हैं, कितने लोग आते हैं और वहाँ का मौसम कैसा है। ये कुछ चीजें हैं जिनकी जानकारी हर घुमक्कड़ रखता है। लेकिन यदि आप अपने परिवार और बच्चों के साथ घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तब इन सब चीजों के बारे में पता होना और भी जरूरी है जाता है। आप अपने परिवार के साथ अक्सर उन जगहों पर जाना चाहते हैं जो खूबसूरत होने के साथ-साथ शांत भी हों। ऐसे में झारखंड का प्लान बनाना आपके लिए बिल्कुल सही रहेगा। झारखंड में घूमने के लिए बहुत सारी जगहें हैं। आप इस राज्य को अच्छे से देख सकें इसके लिए हमने झारखंड के कुछ प्रमुख शहरों की सूची तैयार की हैं जहाँ आपको पहाड़ी के साथ साथ शहरीय खूबसूरती का भी अनमोल तोहफा मिलेगा।
1. नेतरहाट
नेतरहाट को प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना कहा जा सकता है। इसलिए इसको नेचर हाट भी कहा जाता है। इस जगह को देखने के लिए साल भर लोग आते रहते हैं। लेकिन इसकी एक वजह है। नेतरहाट का मौसम सालभर खुशनुमा बना रहता है जिसकी वजह से झारखंड की ये जगह घुमक्कड़ों को खूब पसंद आती है। क्योंकि ये जगह समुद्र ताल से 1128 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है इसलिए ज्यादातर लोग गर्मियों के समय यहाँ आना पसंद करते हैं। नेतरहाट को छोटनगपुर की रानी भी कहा जाता है। यहाँ घूमने के लिए केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर से लोग आते हैं। नेतरहाट में घूमने के लिए एक नहीं बल्कि बहुत सारी जगहें हैं। यहाँ आप झरने देख सकते हैं। खास बात ये भी है कि इन झरनों को सनसेट और सनराइज प्वॉइंट भी कहा जाता है। सनसेट देखने के लिए मैग्नोलिया प्वॉइंट जरूर जाना चाहिए। इसके अलावा आवासीय विद्यालय, घाघरी झरना, कोयल नदी भी देख सकते हैं। नेतरहाट पहुँचने के लिए आपको घने जंगलों और पहाड़ियों से होकर गुजरना होता है। कुछ जगहों पर ये रास्ता डरावना जरूर है लेकिन पास बिखरी हरियाली देखकर आपका मन खुश हो जाएगा।
2. हजारीबाग
अगर झारखंड के उन शहरों की बात की जाए जहाँ पर्यटकों के घूमने के लिए सबसे ज्यादा जगहें हैं तो उसमें सबसे पहला नाम हजारीबाग का आएगा। हजारीबाग शब्द का मतलब होता है हजार बागों वाला और इसी के चलते इस शहर का नाम रखा गया है। हजारीबाग में आप हजारीबाग झील, कैनेरी पहाड़, वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी, सूर्यकुण्ड, इचाक जैसी जगहों की सैर कर सकते हैं। हजारीबाग की सबसे अच्छी चीज है कि यहाँ पहाड़ियों की कमी नहीं है। हर पहाड़ी के आसपास झील भी है तो घूमने के अलावा पिकनिक मानने का भी पूरा मौका है। कैनेरी पहाड़ी पर एक रिजॉर्ट भी है जिससे नीचे बसे शहर का विहिंगम दृश्य दिखाई देता है। असल में ये एक हेल्थ रिजॉर्ट है जिसमें आप प्राकृतिक सौंदर्य के बीच रहते हुए अपने स्वास्थ्य को और अच्छा करने पर भी काम कर सकते हैं। हजारीबाग झील के किनारे बैठकर आप सनसेट देखने का महा उठा सकते हैं। शाम के समय इस झील पर लोगों की भीड़ जरूर होती है लेकिन यहाँ से दिखाई देने वाला नजारा भी उतना ही शानदार होता है। इसके अलावा आप झील पर तमाम रोमांचक वॉटर स्पोर्ट्स का मजा ले सकते हैं।
3. जमशेदपुर
टाटानगर और स्टील सिटी के नाम से मशहूर इस शहर को भारत का सबसे पहला नियोजित शहर होने का गौरव मिला हुए है। सच कहें तो राजधानी रांची के बाद अगर झारखंड का कोई शहर है जो बाहरी लोगों के बीच भी उतना ही लोकप्रिय है तो वो जमशेदपुर है। जमशेदपुर की स्थापना स्वर्गीय जमशेदजी टाटा ने की थी। तब से लेकर अबतक इस शहर की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। इतना सबकुछ होने के बावजूद एक समय था जब जमशेदपुर को मात्र औद्योगिक क्षेत्र की तरह देखा जाता था। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद जमशेदपुर घुमक्कड़ों को भी खूब पसंद आने लगा। झारखंड के बाकी शहरों की तरह जमशेदपुर भी तमाम जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ है। ये सभी जगहें इस शहर की सुंदरता को दोगुना कर देती हैं। अगर शहर के अंदर बने पर्यटन स्थलों की बेस्ट करें तो उसमें जुबली पार्क का नाम सबसे पहले लिया जाना चाहिए। ये पार्क टाटा स्टील की तरफ से जमशेदपुर के लोगों को तोहफा है। इसके अलावा जमशेदपुर में आप दिमना लेक, जूलॉजिकल पार्क, रीवेर्स मीट और चांडिल डैम भी देख सकते हैं।
4. गिरिडीह
गिरिडीह के फेमस होने में एक वजह है को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। असल में ये जगह जैन धर्म मानने वाले लोगों के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। माना जाता है कि झारखंड राज्य का सबसे ऊँचा पर्वत यहीं गिरिडीह में है। ये भी कहा जाता है कि गिरिडीह 24 जैन तीर्थंकरों में से एक है। वैसे स्थानीय भाषा में गिरिडीह का मतलब होना है पर्वतों की भूमि जो इस शहर के भूगोल को देखते हुए एकदम सही भी है। गिरिडीह झारखंड की उन जगहों में से है जिसके आसपास आकर्षक पहाड़ियों का घर है। यहाँ भारतीय सांख्यिकी स्थान भी है। धार्मिक स्थल और पहाड़ियों के अलावा भी ऐसी बहुत सारी वजहें हैं जो गिरिडीह को खास बनाती हैं। इसमें सबसे पहली वजह ये है कि गिरिडीह में कोयले की बड़ी खदान हैं और शहर के आसपास भी बहुत ज्यादा मात्रा में कोयला पाया जाता है। इसके अलावा गिरिडीह में आप उर्सी फॉल्स देख सकते हैं जो वीकेंड एन्जॉय करने के लिए बढ़िया जगह है। आप स्टीवंस मेमोरियल चर्च, पार्श्वनाथ हिल और जैन संग्रहालय भी देख सकते हैं।
5. देवघर
देवघर झारखंड का वो हिस्सा है जो धार्मिक नजरिए से बेहद महत्वपूर्ण है। एक तरह से देवघर को मंदिरों की नगरी भी कहा जा सकता है। मयूराक्षी नदी के तट पर बसा ये शहर बाबा बैद्यनाथ मंदिर के लिए जाना जाता है जो हिन्दुओं के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। इसके एलवा देवघर के बैद्यनाथ मंदिर के पास ही एक कुंड है जिसका नाम शिव गंगा कुंड है। कहा जाता है गर्म पानी के इस कुंड में डुबकी लगाने से सारी बीमारियाँ ठीक हो जाती है। भगवान शिव के भक्तों के बीच इस कुण्ड की बहुत मान्यता है। 12 ज्योतिर्लिंगों और 51 शक्ति पीठों में देवघर का नाम भी शामिल है। देवघर घूमने के लिए जुलाई से मार्च के बीच का समय सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन साल के इस समय देवघर में लोगों की बहुत भीड़ भी होती है। इसलिए यदि आप जुलाई मार्च के बीच यहाँ आने का प्लान बनाना चाहते हैं तो पहले से सारी बुकिंग कर लेनी चाहिए।
6. धनबाद
धनबाद को भारत की कोयला राजधानी कहा जाता है। झारखंड की ये जगह कोयला और खनन में भारत का सबसे संपन्न शहर है। पर्यटन के नजरिए से देखें तो उसके अनुसार भी ये खदानें काफी महत्वपूर्ण हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इन खदानों को देखने के लिए केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग अलग हिस्सों से लोग आते हैं। लेकिन धनबाद में केवल खदान ही नहीं हैं। धनबाद में आप पानर्रा, पंचेत डैम, बिरसा मुंडा पार्क, तोपचांची झील, पारसनाथ पहाड़ और मैथन डैम देख सकते हैं। अगर आपको फोटोग्राफी करने में रुचि है तो झारखंड का ये शहर आपको जरूर पसंद आएगा। धनबाद में डैम और खदानों के अलावा प्राकृतिक सुन्दरता का हुई खजाना है जिसको आप अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं। यदि आप धनबाद आना चाहते हैं तो उसके लिए आपको ट्रेन या वाया रोड आना होगा। फिलहाल धनबाद में कोई एयरपोर्ट नहीं है लेकिन यदि आप फ्लाइट से धनबाद आना चाहते हैं तो आप रांची या पटना तक कि फ्लाइट ले सकते हैं।
7. रांची
किसी भी राज्य के लिए उसका राजधानी शहर बेहद जरूरी होता है। झारखंड में भी आपको कुछ ऐसा ही नजारा देखने के लिए मिलेगा। ये झारखंड का तीसरा सबसे प्रमुख शहर है। राजधानी होने के साथ-साथ रांची को झीलों का शहर भी कहा जाता है। झारखंड के बाकी शहरों की तरह रांची पर भी प्रकृति ने भर-भरकर प्यार बरसाया है। इस शहर में आपको मॉडर्न बिल्डिंगों के साथ-साथ हरियाली का बढ़िया तालमेल दिखाई देगा जो हर घुमक्कड़ का दिल खुश कर देगा। रांची के मुख्य पर्यटन स्थलों की बात करें तो यहाँ आप गोंडा हिल, रॉक गार्डन, बिरसा जैविक उद्यान, टैगोर हिल, मैक कलुस्किगंज और आदिवासी म्यूजियम देख सकते हैं। इस जगहों के अलावा आप रांची के बेहतरीन झरनों को देख सकते हैं। यदि आपके पास समय की कमी नहीं है तो आप इन झरनों के आसपास पिकनिक भी मना सकते हैं। रांची के सभी झरनों में सबसे शानदार झरना पाँच गाद्य झरना है। ये झरना पाँच धाराओं का समूह है जो एक साथ मिलकर इसको बेहद खूबसूरत बनाती हैं।
इसलिए आप जब भी झारखंड घूमने आने का प्लान बनाएँ, इन शहरों को अपनी लिस्ट में जोड़ना बिल्कुल ना भूलें।
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