श्रीनगर, यह बेहद सुंदर शहर किसी भी तरह से परिचय का मोहताज नहीं है। यह अपनी सुंदर डल झील, बोटहाउस, मेपल के पेड़ो, और दूर से दिखते शक्तिशाली हिमालय के शानदार नज़ारो के लिए पूरे भारत में जाना जाता है। और जब इसमें कश्मीरी आवभगत और आतिथ्य जुड़ जाता है तो इस शहर में बिताए आपके समय में और चार चाँद लग जाते है ।
चाहे जो मौसम हो श्रीनगर में हमेशा कुछ ना कुछ करने और घूमने के लिए स्पेशल रहता ही है तो आप यहाँ पूरे साल मे कभी भी अपनी छुट्टियाँ मनाने आ सकते है । वसंत मे शालीमार बाग देखें , अगर आपको अपने शहर की गर्मी से निजात पानी है तो भी आप यहाँ आ सकते है , पतझड़ मे नारंगी रंग के कुरकुरे मेपल के पत्तों को देखकर आपका दिल खुश हो जाएगा , और अगर आप सर्दियों मे आ रहे है तो आपको देखने को मिलेंगे पूरे बर्फ से ढकी वादियाँ और पेड़ जो की आपको किसी स्वर्ग सा एहसास करा देंगे ।
पर मैं आपसे कहूँ कि उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र में एक और श्रीनगर है तो? महज 560 मीटर की ऊँचाई पर स्थित, सुंदर अलकनंदा नदी के बाएँ किनारे पर बसा है ये शहर। श्रीनगर उत्तराखंड से लगभग 100 कि.मी. की दूरी पर स्थित है और मैदानी इलाकों का सबसे आखिरी शहर है, इसके बाद पहाड़ शुरू होते हैं! यह बहुत आश्चर्य की बात है कि उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में सबसे बड़ा शहर अभी तक अनछुआ है , और अधिकांश पर्यटकों और यात्रियों की नज़रों से दूर है ।
इसे गढ़वाल के एजुकेशन हब के रूप में भी जाना जाता है । अपनी कम ऊँचाई के कारण ये अपने एरिया का का सबसे गर्म शहर है और यही बात इसे घाटी का एक महत्वपूर्ण शहर और बाज़ार बनाती है । यह शहर ज्यादातर अपने समृद्ध ऐतिहासिक महत्व और अपने अलग-अलग मंदिरों के लिए जाना जाता है। लेकिन इसके अलावा भी यहाँ बहुत कुछ है!
यहाँ कैसे पहुँचे ?
श्रीनगर के निकटतम रेलवे स्टेशन कोटद्वार और ऋषिकेश हैं, लेकिन ये दोनों ही छोटे स्टेशन हैं और ज़्यादातर प्रमुख ट्रेनें यहाँ नहीं रुकती हैं । श्रीनगर का निकटतम प्रमुख रेलवे स्टेशन हरिद्वार है , जो शहर से लगभग 130 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।
हरिद्वार या ऋषिकेश दोनों ही जगहों से श्रीनगर जाने वाली स्थानीय बसें में आसानी से मिल जाती है । दिल्ली से श्रीनगर के लिए कोई सीधी बसें नहीं हैं तो आपको इन दोनों शहरों में से ही किसी एक में अपनी बस बदलनी होगी।
श्रीनगर का निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो शहर से लगभग 150 कि.मी. दूर स्थित है।
श्रीनगर में क्या करें ?
श्रीनगर से लगभग 19 कि.मी. दूर स्थित यह मंदिर, क्षेत्र के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। मंदिर श्रीनगर-बद्रीनाथ राजमार्ग पर कालिया सौर तक स्थित है। धारी देवी की मूर्ति को खुले आसमान के नीचे रखा गया है और ध्यान रहे कि मूर्ति की तस्वीरें लेना प्रतिबंधित है। गढ़वाल के लोगों के लिए आस्था का केंद्र, ये मंदिर अलकनंदा नदी के बीच में स्थित है।
बैकुंठ चतुर्दशी मेला
ये गढ़वाल क्षेत्र का सबसे लोकप्रिय त्यौहार है । ये वार्षिक मेला दिवाली के 14वें दिन अक्टूबर-नवंबर के महीने में आता है। अपने धार्मिक महत्व के अलावा ये मेला अब सांस्कृतिक उत्सव के रूप में भी लोकप्रिय हो रहा है , जिसमें 4-5 दिनों मे अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इस त्यौहार का गढ़वाल के लोगों के लिए बहुत ज्यादा महत्व है और पूरा शहर इन दिनों रोशनी से जगमगा जाता है।
गोला बाज़ार
गढ़वाल उत्तराखंड के सबसे बड़े बाजारों में से एक, यह बाज़ार घाटी के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक जगह है। अलग-अलग रेस्तरां से लेकर आप यहाँ पारंपरिक गढ़वाली कपड़ों, फलों और सब्जियों की कई दुकानें छान सकते है । यकीन मानिए आपको जो भी चीज़ चाहिए वह यहाँ मिल ही जाएगी ।
केशोराय मठ मंदिर
ये भगवान विष्णु और देवी सरस्वती का एक प्राचीन मंदिर है जिसका निर्माण 1682 ई. में केशोराय नाम के एक व्यक्ति ने करवाया था। ये मंदिर अपनी स्थापत्य कला और सुंदरता के लिए जाना जाता है। बड़े पैमाने पर बोल्डर से उकेरे गए पत्थरो से यह मंदिर बहुत संदर दिखता है।
बाबा गोरखनाथ गुफाएँ
माना जाता है कि पहाड़ की ढलान पर एक बहुत बड़ी चट्टान है, जहाँ गुरु गोरखनाथ ने ध्यान किया था और अपने शिष्यों से मुलाकात की थी । गुफा में जाने का रास्ता बहुत छोटा है और आपको इसमें से जाने के लिए लगभग रेंगना ही पड़ेगा। इस गुफा को पूरी तरह से अपने हाल पर छोड़ दिया गया है और इसकी देखभाल नहीं की जा रही है, लेकिन केवल पर्यटकों की भीड़ से दूर होने की वजह से यह एक शानदार जगह है ।
ये शहर की एक छोटा सी जगह है, जहाँ से शहर को अपना नाम मिला है । अलकनंदा नदी के बीच में एक छोटा सा एरिया, जो एक प्रकार का द्वीप सा लगता है । माना जाता है कि इस जगह में दिव्य ऊर्जा है और यह श्रीनगर शहर के लिए एक महत्वपूर्ण मंदिर है। अपने पौराणिक और दैवीय महत्व के अलावा, यह जगह चारों तरफ नदी के साफ नीले पानी से घिरा होने और गर्म धूप का मजा लेने के लिए एक शानदार जगह है !
श्रीनगर के बाहरी इलाके में स्थित ये जगह उन प्रकृति प्रेमियों के लिए बेस्ट है जो कुछ शांति और एकांत की तलाश में है। इस क्षेत्र का मुख्य आकर्षण अलकनंदा नदी के सटा हुआ एक बहुत बड़ा एरिया है , जहाँ आप आराम कर सकते हैं, योग और ध्यान में डूब सकते है। यहाँ कयाकिंग और बोटिंग जैसी कई चीज़ें की जा सकती है , साथ ही साथ आप यहाँ से कई छोटी-छोटी हाइक्स पर जा सकते है जिससे आप प्रकृति के और करीब पहुँच जाएँगे ।
पहाड़ी की चोटी
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, यह एक पहाड़ी की चोटी पर एक जगह है , जहाँ से आप श्रीनगर शहर के साथ-साथ पूरी घाटी और नदी के शानदार नज़ारे देख सकते है । यहाँ तक पहुँचने के लिए आपको पास की सड़क से एक छोटा सा ट्रेक करके ऊपर जाना होगा पर यकीन मानिए जब आप टॉप से सामने के नज़ारे देखेंगे तो सारी थकान भूल जाएँगे । अगर आप चाहें, तो आप उसी दिन श्रीनगर वापस भी आ सकते हैं, लेकिन अगर आप एक शानदार सनसेट और सनराइस देखना चाहते है तो, आपको अपने अंदर के एडवेंचरर को जगाना होगा और हिल टॉप पर ही अपना कैंप लगाना होगा ।
ये है श्रीनगर और यहाँ निचले और ऊपरी हिमालय से घिरे अलकनंदा नदी के सफ़ेद रेतीले तट हैं, जो इसे परफेक्ट गेटअवे बनाते हैं। इसके अलावा, शहर और आसपास के कई प्रसिद्ध मंदिरों के साथ, आप धार्मिक पूजा के साथ रोमांच को जोड़ सकते हैं और श्रीनगर की अपनी यात्रा को एक यादगार अनुभव बना सकते है ।
तो आप कब जा रहे हैं श्रीनगर की यात्रा पर? हमें कॉमेंट्स में बताएँ।
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