जनिए मंगलौर क्यों भारत की सबसे अनछुई जगहों में आता है?

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Photo of जनिए मंगलौर क्यों भारत की सबसे अनछुई जगहों में आता है? by Rishabh Dev

कुछ जगहें पहली नजर में ही पसंद आ जाती हैं तो कुछ जगहें धीरे-धीरे अच्छी लगती हैं। सारी अजनबी जगहें एक जैसी नहीं होती। धीरे-धीरे आप उस जगह को समझने लगते हैं और वो जगह आपको। ऐसी ही एक जगह है जो आपको धीरे-धीरे पसंद आए या पहली नजर में लेकिन इतना तो पक्का है वो आपको पसंद जरूर आएगी।कर्नाटक मंगलौर शहर आपको अपना दीवाना बना लेगा। इसके बावजूद ये शहरों की घुमक्कड़ों की नजरों से दूर रहता है। शायद यही वजह है कि मंगलौर अब भी भारत के अनछुए शहरों में से एक है।

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अक्सर कहा जाता है कि मंगलौर कर्नाटक का एंट्री गेट है। खूबसूरत शहर मंगलौर अरब सागर के पश्चिमी घाट के हरे-भरे पहाड़ों के बीच बसा हुआ है। इस शहर का नाम मंगला देवी के नाम पर पड़ा। बंदरगाहों के लिए फेमस ये शहर इतिहास में बहुत महत्पूर्ण स्थान रखता है। इस शहर पर कब्जा करने के लिए फ्रांसीसी, पुर्तगाली, ब्रिटिश और टीपू सुल्तान ने कई बार लड़ाई लड़ीं। उसी वजह से आज इस शहर में कई संस्कृतियों की झलक दिखाई पड़ती है। कर्नाटक के सबसे स्वच्छ शहरों में से एक मंगलौर में कुछ दिन तो बिताने ही चाहिए।

1- पानाम्बुर बीच

मंगलौर की सबसे फेमस जगहों में से एक पानाम्बुर बीच बेहद खूबसूरत है। इस बीच से सूर्यास्त का नजारा बेहद शानदार दिखाई देता है। गर्मियों में रिलैक्स करने के लिए बेहतरीन जगह है ये बीच। जहाँ से आप समुद्र के पानी को रेत के साथ खेलते हुए देख सकते हैं। पानाम्बुर बीच मंगलौर से करीब 13 किमी. दूर है। ये जगह शहर की भीड़-भाड़ से दूर शांति और सुकून देती है। पीक टाइम में यहाँ बहुत भीड़ होती है इसलिए आपको तब यहाँ जाना चाहिए जब बहुत कम लोग यहांँहोते हैं। मंगलोर में ये जगह आपको जरूर देखनी चाहिए।

2- मंगलौर पोर्ट

मंगलौर का इतिहास बंदरगाह से जुड़ा रहा है। जहाँ से व्यापार करना आसान होता था इसलिए हर कोई इस शहर पर शासन करना चाहता था। मंगलौर पोर्ट भारत को सातवां सबसे बड़ा बंदरगाह है। यहाँ आपको कई छोटे और बड़े जहाज देखने को मिलेंगे। बीच से अलग यहाँ का समुद्र कुछ अलग दिखाई देता है। यहाँ आपको चलने के लिए रेत नहीं दिखाई देगी। यहाँ तो आप बस समुद्र देख सकते हैं और यहाँ की हवा को महसूस कर सकते हैं। अगर आपने कभी बंदरगाह न देखा तब तो आपको इस जगह पर आना ही चाहिए।

3- मंगला देवी मंदिर

वैसे तो मंगलौर में बहुत सारे मंदिर हैं जिनको देखा जा सकता है। लेकिन जिस मंदिर के नाम पर इस जगह का नाम है उस मंदिर को तो देखना बनता है। इस शहर पर जब अंग्रेजों का कब्जा नहीं था तब इस जगह का नाम मंगलापुर हुआ करता था। इस शहर का नाम मंगला देवी मंदिर पर पड़ा। इस मंदिर को 19वीं शताब्दी में बनाया गया था। नवरात्रि के समय इस मंदिर में भव्य कार्यक्रम होते हैं। कोशिश करें कि आप मंगलौर नवरात्र के समय आएँ। तब आपको मंदिर ही नहीं ये शहर भी भव्यता में गोता खाए हुए दिखाई देगा।

4- बेजाई म्यूजियम

किसी जगह को अच्छे से समझना है तो वहाँ के म्यूजियम चले जाना चाहिए। वो उस जगह के सारे पन्ने खोल देता है। मंगलौर के बेजाई म्यूजियम में इतिहास से जुड़ी बहुत सारी चीजें हैं। दो मंजिला म्यूजियम में आपको कई प्रकार की पेंटिंग्स मिलेंगी। इसके अलावा पुराने समय में इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार, सिक्के, किताबें और भी बहुत कुछ। ये म्यूजियम सोमवार को बंद रहता है। इस शहर में इकलौता म्यूजियम यही है। इसलिए आपको इस म्यूजियम की सैर जरूर करनी चाहिए।

5- सुरथकल बीच

पानाम्बुर बीच के अलावा मंगलौर में एक और खूबसूरत बीच है सुरथकल बीच। इस जगह के बारे में बहुत कम लोगों को पता है इसलिए इस जगह पर भीड़ कम रहती है। सुरथकल बीच शहर से करीब 12 किमी. की दूरी पर है। यहाँ की मुलायम रेत पर चलना आपके लिए सबसे खूबसूरत पलों में से एक हो सकता है। ये जगह अपने लाइटहाउस के लिए भी जाना जाता है। यहाँ की शाम और सुबह दोनों ही खूबसूरत होती है। आपको इस बीच से कुछ ही देर में प्यार हो जाएगा। मंगलौर आएँ तो सुरथकल बीच पर जाना न भूलें।

6- सैंट एलोएसिस चर्च

मंगलौर का सैंट एलोएसिस चर्च शहर के सबसे शानदार जगहों में से एक है। इस चर्च को 1800 ईस्वी में बनवाया गया था। ये विशाल चर्च अपने आर्किटेक्चर के लिए भी फेमस है। इसकी बनावट को देखकर कोई भी इसका मुरीद हो जाए। इस बड़ी इमारत में पुराने डिजाइन के बड़े-बड़े कमरे और पेटिंग्स भी हैं जो देखने लायक हैं। आप इस शहर में तो थोड़ी देर के लिए इस जगह पर जाने के लिए भी वक्त निकाल लें।

7- गोकर्णनाथेश्वर मंदिर

मंगलौर शहर प्राकृतिक सुंदरता का भंडार तो है ही इसके अलावा ये धार्मिक और आस्था का केन्द्र भी है। यहाँ एक बहुत फेमस मंदिर है, गोकर्णनाथेश्वर। इस विशाल मंदिर में भगवान शिव की पूजा होती है। ये मंदिर अपने आर्किटेक्चर के लिए भी जाना जाता है। ये मंदिर दक्षिण शैली में बनाया गया है। मंदिर का 60 फीट ऊँचा सुनहरे रंग का गोपुरम देखने लायक है जो मंदिर को भव्य बनाता है। मंदिर में पत्थरों पर की गई नक्काशी आपको बेहद पसंद आएगी। मंगलौर में आप इस जगह पर भी आ सकते हैं।

8- पिलिकुला बायोलोजिकल पार्क

मंगलौर में आप समुद्री तटों के अलावा कुछ और देखना चाहते हैं तो आपको पिलिकुला बायोलोजिकल पार्क जाना चाहिए। ये पार्क मंगलौर से करीब 15 किमी. दूर है। आप इस पार्क में रोमांचक सैर का मजा ले सकते हैं। ये जगह शहर के सबसे पसंदीदा पिकनिक स्पॉट के रूप में भी जाना जाता है। वामंजूर नाम के खूबसूरत गाँव में बना ये पार्क प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहाँ बहुत से जंगली जानवरों को आसानी से देखा जा सकता है। आप यहाँ बाघ, तेंदुआ और भालुओं को देख सकते हैं।

9- सोमेश्वर बीच

अगर आपको बीच बेहद पसंद हैं तो आपको मंगलौर के एक और सोमेश्वर बीच की सैर पर जरूर जाना चाहिए। सोमनाथ का फेमस मंदिर जब बना था तो ये सोमेश्वर बीच से घिरा हुआ था और इसी वजह से फेमस हुआ। ये बीच मंगलौर में यह सबसे रोमांटिक जगहों में शुमार की जाती है। मंगलौर के बाहरी इलाके में स्थित ये जगह रूद्र शिला के नाम से भी जानी जाती है। शाम के वक्त यहाँ का नजारा बेहद खूबसूरत होता है।

कब जाएँ?

वैसे तो मंगलौर जाने का सबसे अच्छा मौसम मानसून का है। तब ये जगह कुछ ज्यादा ही निखर आती है लेकिन बारिश की वजह से बाहर कम ही घूम पाएँगे। इसलिए मेरी मानिए तो आपको यहाँ पर सर्दियों में जाना चाहिए। मंगलौर जाने के लिए नवंबर से फरवरी तक का समय सबसे बढ़िया है। इस शहर में रहने के लिए भी आपको ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी। आपको होटल, काॅटेज, हाॅस्टल और गेस्ट हाउस मिल जाएँगे। आप इनको अपने बजट के हिसाब से चुन सकते हैं।

कैसे पहुँचे?

मंगलौर वायु मार्ग, सड़क मार्ग और रेल मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप आसानी से भारत के किसी भी कोने से मंगलौर पहुँच सकते हैं। अगर आप मंगलौर फ्लाइट से जाना चाहते हैं तो शहर से 7 किमी. दूर मंगलौर एयरपोर्ट है। जहाँ देश के कई बड़ों से फ्लाइट आती है। अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो मंगलौर रेलवे स्टेशन देश के बड़े रेलवे जंक्शनों में आता है। जहाँ के लिए आपको ट्रेन आसानी से मिल जाएगी। इसके अलावा अगर आप रोड से मंगलौर जाना चाहते हैं तो बैंगलोर से 350 किमी. और कोच्चि से 426 किमी. दूर है। आप यहाँ आसानी से पहुँच सकते हैं।

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