जरूरी नहीं है कि जो पहाड़ों में जाए, रेगिस्तान में चले और समुद्र की शाम देखे वही घुमक्कड़ी कहलाए। सबके घूमने के अपने-अपने कारण होते हैं और हर जगह एक-दूसरे से अलग होती है। हम खुशकिस्मत हैं कि भारत में विविधता हर चीज में है, लोगों में भी और जगह में भी। कुछ जगहों कुदरत ने हमें दीं हैं और कुछ को हमने खुद बनाया है जिसे सरकार विकास का नाम देती है। किसी भी जगह को टूरिस्ट प्लेस बनाने के लिए मूर्तियाँ बनाईं जाती हैं। वो किसी शख्स, भगवान के सम्मान में ये मूर्ति बनती है और फिर दूर-दूर से इस जगह को लोग देखने आते हैं। इसलिए तो आज भारत में मूर्तियों की भरमार है। तो चलिए आज आपको देश की सबसे ऊँचे कुछ स्टैच्यू से रूबरू कराते हैं।
1- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी
ये स्टैच्यू दुनिया का सबसे ऊँचा स्टैच्यू है इसकी ऊँचाई 182 मीटर है। ये मूर्ति देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की है। जिन्हें लौह पुरूष के नाम से भी जाना जाता है। ये स्टैच्यू भारत की एकता का प्रतीक है। जिसे बनाने में लगभग 3,000 करोड़ रुपए का खर्च आया और इसे बनने में 4 साल लगे। दुनिया का सबसे ऊँचा स्टैच्यू गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे बना है। सरदार सरोवर डैम से स्टैचू की दूरी सिर्फ तीन किलोमीटर है। स्टैच्यू के आसपास का नजारा बेहद शानदार है। चारों तरफ पहाड़ और हरियाली इस जगह को और भी खूबसूरत बनाता है। दुनिया का सबसे ऊँचा स्टैच्यू जब भारत में है तो इसे एक बार देखना तो बनता है।
2- वीर अभय अंजनेय हनुमान स्वामी
भारत में मूर्ति पूजा होती है, आपको हर गली-मोहल्ले में किसी न किसी भगवान की मूर्ति मिल ही जाएगी। आंध्र प्रदेश के छोटे-से कस्बे परिताला में हनुमान जी की 135 फीट ऊँची मूर्ति है। ये स्टैच्यू हनुमान जी की दुनिया में सबसे ऊँचा स्टैच्यू है। 2003 में बनकर पूरा हुआ ये स्टैच्यू संगरमर का बना हुआ है। हनुमान जी की ज्यादातर मूर्ति केसरिया रंग की होती है लेकिन ये स्टैच्यू सफेद रंग का है। अगर आप भगवान को मानते हैं तो हनुमान स्वामी का स्टैच्यू आपके लिए पूजा के लिए है। अगर नहीं मानते हैं तो घुमक्कड़ की नजर से इस स्टैच्यू को देखा जा सकता है।
3- थिरूवल्लुवर स्टैच्यू
133 फीट ऊँचाई थिरूवल्लुर स्टैच्यू एक द्वीप पर है जो कन्याकुमार के पास में है। ये स्टैच्यू एक एक फेमस फिलोस्फर और कवि का है जिनका नाम है, थिरूवल्लुर। थिरूवल्लुर एक लेखक भी थे जिनका तमिल साहित्य में बहुत बड़ा योगदान था। उनके इसी योगदान के लिए इस स्टैच्यू को बनवाया था। 1990 में बनना शुरू हुआ ये स्टैच्यू 1999 में जाकर पूरा हुआ। स्टैच्यू बंगाल की खाड़ी के पास में ही है। यहाँ से आप समुद्र का बेहतरीन नजारा देख भी सकते हैं और लहरों की आवाज सुन भी सकते हैं। आपको इस स्टैच्यू को जरूर देखना चाहिए।
4- तथागत साल
भारत में अगर किसी की सबसे ज्यादा मूर्ति हैं तो वो महात्मा बुद्ध की हैं। ऐसा ही महात्मा बुद्ध का एक स्टैच्यू सिक्किम में है। सिक्किम के रवांग्ला में स्थित ये स्टैच्यू बुद्ध पार्क के नाम से भी जाना जाता है। महात्मा बुद्ध का ये स्टैच्यू लगभग 130 फुट ऊँचा है और इसको बनने में लगभग 6 साल का समय लगा था। इस स्टैच्यू के आसपास सिक्किम की खूबसूरती और संस्कृति दिखाई देती हैं। आप यहाँ से दूर-दूर तक हरे-भरे पहाड़ ही नजर आते हैं। जो आपका मन मोह लेंगे। अगर आप सिक्किम जाएँ तो तथागत साल स्टैच्यू को एक बार जरूर देखें।
5- आदियोगी शिव स्टैच्यू
दुनिया का सबसे बड़ा बस्ट स्टैच्यू कोयटंबूर में स्थित है जो भगवान शिव का है। आदियोगी शिव का ये स्टैच्यू 112 फीट ऊँचा है। इस स्टैच्यू के आसपास हरे-भरे फाॅर्म हैं और वेल्लिअनगिरी पहाड़ी भी है। जो इस जगह की खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है। यहाँ कुदरत के नजारे और धर्म का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। आदियोग शिव स्टैच्यू कोयंबटूर के ईशा योग परिसर में है। जिसे देखना मानो खूबसूरती के संगम में गोता लगाने जैसा है।
6- पद्मसंभव स्टैच्यू
118 फीट ऊँचा पद्मसंभव गुरू रिंपोचे स्टैच्यू साउथ सिक्किम के नामची में स्थित है। गुरू रिंपोचे का ये स्टैच्यू भारत का सबसे ऊँचा स्टैच्यू है। 12 ज्योर्तिलिंग में एक ज्योर्तिलिंग सिद्द्धेश्वर धाम यहीं पास में ही है। इस स्टैच्यू का उद्घाटन दलाई लामा ने किया था। इस स्टैच्यू के आसपास हरियाली ही हरियाली है। जब आप इस स्टैच्यू को देखने आएंगे तो आपको यहाँ की खूबसूरती का अंदाजा लग जाएगा।
7- मुरुदेश्वर
कर्नाटक के उत्तरी कन्नड़ जिले के भतकल तुलक कस्बे में स्थित भगवान शिव का स्टैच्यू 122 फुट ऊँचा है। ये स्टैच्यू दुनिया में भगवान शिव का दूसरा सबसे ऊँचा स्टैच्यू है। समुद्र किनारे स्थित ये स्टैच्यू मुरुदेश्वर मंदिर में है। भारत के सबसे खूबसूरत स्टैच्यू में इस स्टैच्यू को गिना जाता है। यहाँ आप मुरुदेश्वर रेलवे स्टेशन से पहुँच सकते हैं इसके अलावा आप फ्लाइट से भी पहुँच सकते हैं। आपको इस खूबसूरत स्टैच्यू को जरूर देखना चाहिए।
8- अहिम्सा स्टैच्यू
जैन के तीर्थंकारों में बहुत कम तीर्थंकारों की मर्तियां है। इनमें से एक स्टैच्यू नासिक के मंगी-तुंगी स्थान पर है। ये स्टैच्यू जैन धर्म के पहले तीर्थकार ऋषभ देव का है। अहिम्सा स्टैच्यू जैन स्टैच्यू में सबसे ऊँचा स्टैच्यू है। ये स्टैच्यू मंगी-तुंगी पहाड़ी पर बनाया गया है। अगर आपको पहाड़ से काटकर बने स्टैच्यू को नहीं देखा है तो आपको अहिम्सा स्टैच्यू को देखना चाहिए।
इन स्टैच्यू के अलावा भी भारत में और भी ऊँचे और खूबसूरत स्टैच्यू हैं लेकिन ये भारत के सबसे ऊँचे स्टैच्यू हैं जिनको आपको देखना चाहिए। अगर आपको कुछ ऐसे स्टैच्यू के बारे में पता है हमें जरूर बताइए।
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