राजस्थान में आज भी ऐसे कई महल या पैलेस हैं जो भारत के साथ-साथ राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और इतिहास की अद्भुत कहानी बयां करते हैं। दरअसल राजस्थानी संस्कृति से रूबरू होने के लिए हर साल सबसे ज़्यादा पर्यटक राजस्थान में आते हैं। ऐसे में राजस्थान में भारत के सबसे शानदार होटेल आपको मिल जाएंगे। जयपुर का रामबाग पैलेस इन्हीं होटलों में से एक है।
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रामबाग पैलेस और बाकी होटलों में फर्क सिर्फ इतना है, कि ये होटल किसी ज़माने में एक किला था। रामबाग किला किसी ज़माने में एक खूबसूरत किला हुआ करता था। लेकिन जब से ये होटल में तब्दील हुआ तब से और ज़्यादा खूबसूरत हो गया है।
इस पैलेस की अद्भुत खूबसूरती को देखते हुए कई लोग इसे 'जयपुर का गहना' भी बोलते हैं। मध्यकाल में निर्मित यह महल इतिहास और बेहतरीन संरचना के लिए पूरे विश्व भर में विख्यात है। आइए जानते हैं इस पैलेस के बारे में और करीब से।
रामबाग पैलेस का इतिहास-
रामबाग पैलेस का निर्माण रानी की पसंदीदा नोकरानी केसर बदरान के लिए वर्ष 1835 ई में करबाया गया था। जिसे 1925 में एक महल में जिसे जयपुर के महाराजा के निवास के रूप में इस्तेमाल करने के लिए एक महल में बदल दिया गया था। वर्ष 1933 में महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय ने अपने आवास को सिटी पैलेस से रामबाग पैलेस स्थानांतरित कर दिया। 1938 में महाराजा ने गायत्री देवी से शादी करने से पहले महल का नवीनीकरण किया और एक स्वीट डिजाइन किया था जो आज “महारानी सूट” के रूप में प्रसिद्ध है। भारत की स्वतंत्रता के बाद महाराजा सवाई मान सिंह राजपुताना संघ के राजप्रमुख (गवर्नर) बने और रामबाग पैलेस गवर्नर हाउस बने। और उसके बाद सन 1957 में, महल को महाराजा सवाई मान सिंह II ने एक आलीशान होटल में बदल दिया गया था।
पैलेस की वास्तुकला -
बलुआ पत्थर और संगमरमर से तैयार रामबाग पैलेस उस समय के अद्भुत कला का एक बेहतरीन नमूना है। कहा जाता है कि इस महल को बनाने के लिए कई जगह लकड़ी का भी इस्तेमाल किया गया है।
रामबाग पैलेस का एंट्री टाइम –
कहा जाता है कि रामबाग पैलेस हमेशा खुला रहता है लेकिन, पर्यटकों के लिए यह सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक ही खुला रहता है, जहां टिकट लेकर घूमने के लिए जा सकते हैं।
कितना है किराया?-
अगर किराए की बात करें तो इस होटल में एक दिन गुज़ारने का खर्चा सुनकर, हममे से कई लोग तो भौंचक्के ही रह जाएंगे।
जी हां, इस होटल में एक दिन और रात गुज़ारने का खर्चा 6 लाख रुपए से ज़्यादा होता है। हालांकि यहां इससे सस्ते भी कुछ कमरे हैं लेकिन उनकी कीमत भी लाखों में होती है। कुल मिलाकर ये साफ है कि ये होटल सिर्फ अमीर लोगों के लिए है।
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रामबाग पैलेस जयपुर की मनोरंजक गतिविधियां –
रामबाग पैलेस की यात्रा के दोरान पर्यटक यहाँ मनोरंजन और आराम के लिए, यहाँ पोलो गोल्फ, जीवा ग्रांडे स्पा, जकूज़ी, इंडोर / आउटडोर स्विमिंग, वॉकिंग ट्रेल, फिटनेस हब, योग मंडप में योग और विभिन्न खेलो का आनंद उठा सकते हैं। इस पैलेस में कई दरबार हॉल, पुस्तकालय, बिलियर्ड रूम आदि शामिल है। महल में कई लक्जरी कमरे भी हैं। कहा जाता है कि इस होटल में एक स्टीम ट्रेन भी है, जो टेबल पर राउंड घुमते हुई खाना सर्व करती है। आज यह दुनिया के अलीशान होटलो में से एक है।
कैसे पहुंचें -
अगर आप जयपुर में रामबाग पैलेस घूमने का प्लान बना रहे है तो आप यहाँ हवाई, ट्रेन या सड़क मार्ग से यात्रा करके रामबाग पैलेस पहुंच सकते हैं।
अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ फ्लाइट से यात्रा करके रामबाग पैलेस जयपुर जाने का प्लान बना रहे है तो आपको बता दे की रामबाग पैलेस का सबसे निकटतम हवाई अड्डा सांगानेर हवाई अड्डा है जो रामबाग पैलेस से 9 किलोमीटर की दूरी पर है।
रामबाग पैलेस का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन जयपुर रेलवे स्टेशन है, जो रामबाग पैलेस से 7 किलोमीटर की दूरी पर है। तो आप ट्रेन से यात्रा करके जयपुर रेलवे स्टेशन पहुंच सकते है और वहा से टैक्सी या केब से रामबाग पैलेस पहुंच सकते है।
तो बताइए अगर आपको आपके जीवन में कभी इस होटल में एक रात गुज़राने का मौका मिला,
तो क्या आप उस मौके को गंवाना चाहेंगे या तुरंत लपकना चाहेंगे?
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