कहते हैं यदि इंसान में कुछ करने की चाह तो वहाँ रास्ते अपने आप बनते चले जाते हैं। अगर आपके अंदर लगन है तो आप सारी मुश्किलें आसानी से हल कर सकते हैं। ये कहानी है जयपुर के रंजीत सिंह राज की जिसने महज 16 साल की उम्र में ऑटो रिक्शा चलाने से शुरुआत की और आज अपनी मेहनत के दम पर फ्रांस के रेस्त्रां में काम कर रहा है। जयपुर की गलियों से फ्रांस तक का सफर यकीनन आसान नहीं था लेकिन राज की हिम्मत के आगे सभी मुश्किलों ने हार मान ली।
कुछ लोगों की जिंदगी उतार चढ़ाव से भरी होती है। जयपुर के रंजीत सिंह राज की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। जयपुर की गुलाबी गलियों में रिक्शा चलाने से निकलकर फ्रांसीसी रेस्त्रां में काम करने तक का सफर यकीनन राज की कहानी को जानने लायक बनाता है। हिम्मत, लगन और कड़ी मेहनत। राज की जिंदगी में इन तीनों पहलुओं का बहुत महत्व है। राज का जीवन शुरू से ही बहुत अच्छा नहीं रहा है। वंचित परिवार से होने के कारण राज का बचपन गरीबी और कम संसाधनों में बीता है। एक तरफ जहाँ परिवार वालों ने राज का दाखिला स्कूल में कराया जिससे राज अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा कर सके वहीं दूसरी तरफ राज की जिज्ञासा उस स्कूल तक ही सीमित नहीं थी।
राज बताते हैं, "मैं दसवीं कक्षा में फेल हो गया था। मैं पढ़ाई में कभी अच्छा नहीं था। लेकिन परिवार वाले मुझे कुछ अच्छा और बड़ा करते हुए देखना चाहते थे। जिसके लिए स्कूल में नाम लिखा दिया गया। उस समय शायद किसी को मेरी रुचि और क्रिएटिविटी की पड़ी ही नहीं थी। वहीं दूसरी तरफ मैं स्कूल जाने के लिए एकदम तैयार नहीं था।"
राज ने 16 साल की उम्र में जयपुर में ऑटो रिक्शा चलाना शुरू किया। ये वो काम है जो उन्होंने कई सालों तक किया। उस समय तक राज को अंदाजा भी नहीं था कि उसके लिए किस्मत में आगे कुछ बड़ा लिखा है। बिजनेस से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं था। इसलिए आगे क्या करना है इसके बारे में भी कभी गहराई से नहीं सोचा गया था। लेकिन एक चीज थी जो राज को आकर्षित करती थी। राज ने देखा कि अन्य ऑटो रिक्शा चालक विदेशी पर्यटकों को लुभाने और कस्टमर बढ़ाने के लिए अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिश जैसी कई और विदेशी भाषाओं का इस्तेमाल किया करते थे। राज याद करते हुए बताते हैं, "मैं हैरान था। ये 2008 की बात है। जब लोग आईटी और टेक्नोलॉजी के पीछे भाग रहे थे, मैं केवल अंग्रेजी सीखना चाहता था।"
ऑटो चालकों और अंग्रेजी सीखने की चाह ने राज को टूरिज्म बिजनेस की राह पर लाकर खड़ा कर दिया। अपने बिजनेस में तेजी लाने के लिए राज ने विदेशी पर्यटकों को राजस्थान घुमाने ले जाना शुरू किया। लेकिन राज इस बात से एकदम अनजान थे कि इसी बिजनेस के बीच उनकी मुलाकात अपने जीवन साथी से होने वाली है। जिसके बाद सही मायनों में राज की जिंदगी बदल गई।
राज की लव स्टोरी किसी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं है। राज अपनी पत्नी से पहली बार एक गेस्ट के रूप में मिले थे। वो भारत यात्रा पर थीं और राज उनके ट्रेवल गाइड थे। जैसे फिल्मों में धीरे-धीरे प्यार के फूल खिलते हैं, राज के साथ भी कुछ वैसे ही हुआ। "हम पहली बार सिटी पैलेस में मिले थे। वो अपनी दोस्त के साथ भारत घूमने आई थी। हम एक दूसरे को पसंद करने लगे और हमने बातें करना शुरू कर दिया। वो फ्रांस लौट गई लेकिन हमारी मुलाकातें इंटरनेट और स्काईप के जरिए होती रहीं। कुछ समय बाद हमें एहसास हुआ हम एक दूसरे से प्यार करते हैं।"
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इसके बाद राज ने फ्रांस जाने के लिए बहुत कोशिश की लेकिन हर बार वीजा ना मिलने की वजह से फ्रांस जाना मुमकिन नहीं हो पाया। उन्हें मिलना था लेकिन वीजा की वजह से सारी कोशिशें नाकाम हो रहीं थीं। राज याद करते हुए बताते हैं, "मुझे याद है वीजा ना मिलने की वजह से हमें लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप निभा पाना भी मुश्किल लगने लगा था। तो उसकी अगले भारत दौरे पर हम सीधे फ्रेंच एम्बेसी पहुँच गए। हमारे मजबूत इरादों के चलते आखिरकार मुझे तीन महीनों का फ्रांस वीजा मिल गया। उसके बाद मैंने कई बार फ्रांस के चक्कर लगाए।"
2014 में दोनों ने शादी करने का फैसला किया। उसके बाद राज ने फ्रेंच एम्बेसी में लंबे समय के फ्रेंच वीजा के लिए अप्लाई किया। "मुझे फ्रेंच सीखने के लिए कहा गया था। मैंने दिल्ली के द एलायंस फ्रांस से फ्रेंच भाषा का सर्टिफिकेट कोर्स किया जिसके बाद वीजा मिलने की प्रक्रिया और आसान हो गई।"
राज फिलहाल फ्रांस के जिनेवा में रहते हैं जहाँ वो एक रेस्त्रां में काम करते हैं। हाल ही में राज ने अपना खुद का यूट्यूब चैनल भी शुरू किया है जिसके जरिए वो कुकिंग क्लास चलाते हैं और खाना बनाने के कई फायदेमंद टिप्स भी शेयर करते हैं। आगे चलकर राज अपना रेस्त्रां शुरू करना चाहते हैं जिसके लिए वो अभी से काफी महनत कर रहे हैं।
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