दक्षिण इटली के एक गाँव में बनी प्राचीन गुफा में अपने पार्टनर के साथ रोमांटिक छुट्टियाँ बिताने के बारे में आपका क्या ख्याल है? अगर आपको भी ये आइडिया बढ़िया और रोमांचक लग रहा है तो बिना देर किए अपने पार्टनर के साथ इटली में ट्रेवल करने की यादें बनाने पर विचार कर लेना चाहिए। अगर आप भी अपने पार्टनर को महसूस करवाना चाहते हैं कि वो दुनिया का सबसे लकी इन्सान है तो तुरंत उन्हें इटली के हसीन नजारों के बीच ले जाने का प्लान बना लेना चाहिए। इटली जिसको प्यार की राजधानी माना जाता है, उस शहर में अपने पार्टनर के साथ अपने प्यार को सेलिब्रेट करने का बढ़िया ऑप्शन आखिर किसको नहीं पसंद आएगा।
सेक्स्टानशियो ले ग्रॉट डेला सिविटा
किसके लिए है बेस्ट?
अगर आप अपने पार्टनर के साथ कुछ रोमांटिक पल बिताना चाहते हैं या अगर आपकी नई शादी हुई है और आप हनीमून मानने के लिए कोई जगह तलाश रहे हैं तो ये होटल आपकी जरूरत को पूरा कर देगा। होटल का पारंपरिक इतालियाई ढांचा और आधुनिक सुख सुविधाओं वाले इस होटल में आपको भरपूर आनंद आएगा।
होटल के बारे में
मटेरा के शांत माहौल में बना ये होटल बेहद खास है। मटेरा की खास बात ये भी है कि इसको यूनेस्को द्वारा विश्व हेरिटेज साइट होने का गौरव भी मिला हुआ है। सेक्स्टानशियो ले ग्रॉट डेला सिविटा को बेहद शानदार लेकिन सरल तरीके से डिजाइन किया गया है जो इस होटल को एक अलग पहचान दिलाता है। होटल के हर कोने में आपको मटेरा शहर की झलकियाँ दिखाई देती हैं- ज्वालामुखीय पहाड़ियों के बीच बनाए गए घर जो बहुत साल पुराने हैं। इस होटल में कुल 18 कमरे हैं जो असल में अलग-अलग गुफाएँ हैं। इन्हीं गुफाओं में कुछ नए बदलाव करके इन्हें रहने लायक स्थिति में लाया गया है। अच्छी बात ये है कि नयापन जोड़ने में गुफा के आकार और ढांचे को कोई नुकसान ना हो इसका भी खास ध्यान रखा गया है। इन सभी बदलावों को करने के लिए केवल नेचुरल चीजों, जैसे टेराकोटा और लकड़ी, का इस्तेमाल किया गया है जिससे इन गुफाओं की पुरानी विरासत बनी रह सके।
होटल में रहने के लिए आपके पास 4 गुफाओं में से चुनाव करने का विकल्प है- क्लासिक डबल, सुपीरियर डबल, सुइट और एक्जीक्यूटिव सुइट। इन सभी कमरों में एसी के साथ-साथ शॉवर, बाथटब, और बढ़िया इंटरनेट के लिए वाईफाई जैसी सुविधाएँ भी मिलती हैं। इसके अलावा हर कमरे में बालकनी भी मिलती है जहाँ से आप मटेरा के आकर्षक नजारों को देखने का मजा उठा सकते हैं।
क्या खाएँ?
होटल के कॉमन एरिया को 12वीं शताब्दी का केव चर्च बोला जाता है। इस कमरे में भी कुछ बदलाव किए गए हैं जहाँ अब आपको सुबह का नाश्ता परोसा जाता है। नाश्ते में आपको पारंपरिक साउथ इटालियन व्यंजन परोसे जाते हैं जो आपको खूब पसंद आएंगे। इसके अलावा आपके पास ताजी पेस्ट्री, कुकी, तरह-तरह के बिस्किट, जैम, सलामी और जूस का भी ऑप्शन मौजूद है। आप अपने हिसाब से इनमें से किसी भी चीज का स्वाद ले सकते हैं। ये सभी चीजें एकदम ऑर्गेनिक होती हैं जिन्हें पास के लोकल फार्म से लाया जाता है। नाश्ते में आप तमाम तरह की ब्रेड, फल और चीज भी खा सकते हैं।
होटल की सबसे अच्छी बात है कि आपके कहने पर होटल में रोमांटिक कैंडललाइट डिनर की व्यवस्था भी की जा सकती है जो आपके पार्टनर को बेहद पसंद आएगा। डिनर के साथ-साथ आप बढ़िया म्यूजिक और वाइन पी सकते हैं जो आपकी डेट को और भी शानदार बना देगा।
खर्च
क्लासिक डबल: 19,801 रुपए से शुरू
सुपीरियर डबल: 27,312 रुपए से शुरू
सुइट केव: 38,237 रुपए से शुरू
एक्जीक्यूटिव सुइट: 50,376 रुपए से शुरू
इन सभी कीमतों में ठहरने के साथ-साथ नाश्ते का खर्च भी जुड़ा हुआ है।
कब जाएँ?
वैसे तो मटेरा जाने के लिए आपको किसी खास समय का इंतेजार नहीं करना होता है लेकिन अगर आप गर्मियों यानी जुलाई से अगस्त के बीच जाने का प्लान बना रहे हैं तब आपको यहाँ भीड़ मिल सकती है। क्योंकि मटेरा में सर्दियाँ उतनी कड़क नहीं होती हैं इसलिए आप सितंबर से दिसंबर के बीच भी यहाँ आ सकते हैं। हालांकि जनवरी और फरवरी में आपको मटेरा आने से बचना चाहिए।
क्या करें?
होटल के सभी मेहमान शेफ से बेहतरीन पास्ता बनाने का तरीका सीख सकते हैं। अगर आपको पास्ता बनाने या खाने में रुचि है तब आपको ये क्लास जरूर करनी चाहिए।
इसके अलावा आप बहुत सारे आयुर्वेदिक मसाज और स्पा का मजा ले सकते हैं। आप चाहें तो अपने कमरे में भी मसाज करवा सकते हैं। खूबसूरत गानों, मसाज ऑयल और खुशबूदार कैंडल के बीच मसाज करवाने से आपको जरूर रिलैक्स फील होगा।
आप चाहें तो होटल से किराए की बाइक लेकर मटेरा की शानदार गलियों में घूम सकते हैं।
क्या देखें?
चीएसा सान पियट्रो बरिसानो
सेंट पीटर चर्च मटेरा का सबसे बड़ा गिरजाघर है जिसको 12वीं शताब्दी में बनाया गया था। चर्च के दरवाजे को अलग-अलग तरह की मूर्तियों से सजाया गया है। इस चर्च की खास बात है इसके नीचे मिलने वाली कई सारी रोमांचक सुरंगें। कहा जाता है मटेरा को 1960 से 1970 के बीच छोड़ दिया गया था और उस समय इस चर्च को लूट लिया गया था। लेकिन अच्छी बात ये है कि फिलहाल इस चर्च को देखने के लिए दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोग आते हैं। ये चर्च 1 अप्रैल से 1 नवंबर तक सुबह 10 से शाम 7 बजे तक और 2 नवंबर से 31 मार्च तक सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुला रहता है। चर्च में जाने के लिए हर इंसान को 260 रुपए एंट्री फीस देनी होती है।
पलोंबारो लुंगो
जब भी मटेरा आएँ इस विशाल सिस्टर्न को देखना बिल्कुल ना भूलें। इस सिस्टर्न को बड़ी-बड़ी चट्टानों से उकेरा गया है जो आज भी स्थानीय लोगों तक पानी पहुँचाने का महत्वपूर्ण काम करता है। सिस्टर्न से पानी नुकसान ना हो उसको लिए इन पत्थरों पर खास तरह का प्लास्टर भी लगाया गया है। पर्यटक इस सिस्टर्न को अच्छे से देख सकें इसके लिए दिनभर में 3 से 4 टूर भी करवाए जाते हैं। हर टूर लगभग 25 मिनट का होता है जिसमें टूर गाइड से आप सिस्टर्न के बारे में बहुत कुछ जानकारी के सकते हैं। इस टूर में आपको अंडरग्राउंड सुरंगों में भी ले जाय जाता है जिन्हें खास हाथ से बनाया गया था। ये टूर सुबह 10.30, 12.30, दोपहर 3.30 और शाम के 5.30 बजे से होते हैं। पलोंबारो लुंगो देखने के लिए हर इंसान को 260 रुपए एंट्री फीस के तौर पर देने होते है।
मूस्मा
मटेरा का मूस्मा संग्रहालय आर्ट के विभिन्न रूपों को दिखलाता एक बेहतरीन नमूना है। मूर्तियों, ज्वेलरी, मिट्टी के बर्तनों और पदकों से लेकर ड्रॉइंग, प्रिंट्स और किताबों तक सबकुछ अपने आप में समाए हुआ ये म्यूजियम कला के विशाल संगम जैसा है। ये म्यूजियम इतना बड़ा है कि इसको "100 कमरों का महल" के नाम से भी जाना जाता है। इस म्यूजियम में दो सेक्शन हैं: परमानेंट और टेंपरेरी। परमानेंट चीजों के सेक्शन में ग्राउंड फ्लोर पर प्रदर्शित मूर्तियों से जुड़ी रोचक जानकारी है और टेंपरेरी सेक्शन में अलग-अलग तरह की मूर्तियों को रखा गया है। अगर आप टेंपरेरी सेक्शन देखना चाहते हैं तो आपको म्यूजियम के सबसे सुंदर कमरों में जाना चाहिए। इन कमरों की दीवारों पर अलग-अलग तरह के शिकार से जुड़ी पेंटिंग लगाई गईं हैं। इस म्यूजियम में एक लाइब्रेरी भी है जहाँ लगभग 5,000 किताबों का बढ़िया संग्रह है। इन सभी किताबों को अलग-अलग कला प्रेमियों ने डोनेट किया है इसलिए यहाँ आपको आर्ट से जुड़े लगभग हर विषय पर किताब मिल जाएगी। इस लाइब्रेरी में कला की किताबें, कैटालॉग और मोनोग्राफ भी शामिल हैं। अगर आपको भी कला में रुचि है तो आपको इस म्यूजियम को जरूर देखना चाहिए।
म्यूजियम खुलने का समय: अक्टूबर से मार्च में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक (मंगलवार से रविवार)। अप्रैल से सितंबर में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक (मंगलवार से रविवार)।
ये सोमवार को हमेशा बंद रहता है और म्यूजियम में जाने के लिए हर इंसान को 380 रुपए एंट्री फीस देनी होती है।
कैसे पहुँचें?
बारी करोल वाजटीला एयरपोर्ट मटेरा से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है जो 64 किमी. की दूरी पर है। एयरपोर्ट से आप सड़क के रास्ते मटेरा आ सकते हैं। इस दूरी को तय करने में 55 मिनट का समय लगता है। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और मुंबई के छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट से बारी के लिए आसानी से फ्लाइट्स मिल जाती हैं। इन फ्लाइट्स की शुरुआती कीमत लगभग 46,400 रुपए होती है। बारी से आप एयरपोर्ट बस या प्राइवेट कैब लेकर रिजॉर्ट तक आ सकते हैं।
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