आज अगर कोई घूमने जाता है तो इंटरनेट पर तस्वीरें डालना नहीं भूलता।
तस्वीरें भी ऐसी होती हैं, कि आप छुट्टियों की प्लानिंग करके उस जगह जाने का मन बना लेते हो।
मगर क्या होता है जब आप वहाँ घूमने जाते हों और आपकी उम्मीदों पर पानी फिर जाता है।
कैसा लगता है जब ऊँची दुकान के पकवान फीके लगते हैं।
आइये देखें :
1 . इंटरनेट पर ताज महल की एक से बढ़कर एक तस्वीरें मिल जाएँगी। तस्वीरें देखकर ऐसा लगेगा कि बस अभी टिकट कटा कर निकल जाएँ ताजमहल के खाली गलियारों में घूमने .....
लेकिन असलियत तो कुछ और ही है। ऐसा शायद ही कोई दिन निकलता हो जब ताजमहल देखने सैकड़ों लोगों की भीड़ न आती हो। तो खाली गलियारों में गुलाब लेकर घूमने के सपने तो छोड़ ही दो।
2 . क़ुतुब मीनार की एक ही खासियत है कि ये ईंटों से बानी दुनिया की सबसे ऊँची मीनार है।
अगर आपको लगता है कि क़ुतुब मीनार ऐसी लगेगी ......
क़ुतुब मीनार तो देखने में ऐसी ही लगती है, मगर इसके आस-पास इतनी शान्ति और खालीपन नहीं होता। आये दिन स्कूल वाले बच्चों को पिकनिक के बहाने यहाँ शोर मचाने ले आते हैं।
3. मरीन ड्राइव मुंबई के नेकलेस जैसा लगता है। फिल्मों में कितनी ही बार देखा है कि हीरो और हिरोइन यहाँ समंदर किनारे इन पत्थरों पर बैठे रोमांस कर रहे होते है .....
अगर आपको भी लगता है कि मरीन ड्राइव पर बैठना किसी खूबसूरत सपने जैसा होगा तो ये देखो , यहाँ ज़्यादातर निकम्मे लोग बैठते हैं।
4 . अगर आपको लगता है कि कलकत्ता के हावड़ा ब्रिज की चकाचौंध देख कर आँखें चुंधिया जायेगी ......
आँखें चुंधियाना छोड़िए, हुगली के किनारे कचरे से आती बास आपकी नाक पर रुमाल ज़रूर रखवा देगी।
5 . कितनी बार दोस्तों के साथ गोवा का प्लान बनाया है ? और कितनी बार साफ़-सुथरे बीच पर बैठ कर नीली लहरों को देखते हुए आराम करने के सपने देखे हैं ?
सपने में गोवा ज़रूर ऐसा लगा होगा।
अभी कुछ दिन पहले मैं गोवा गया तो मुझे गोवा कुछ ऐसा दिखा ....
6. इंटरनेट पर गेटवे ऑफ़ इंडिया की तस्वीर कुछ ऐसी लगती है
गुब्बारे बेचने वाले, भेलपुरी वाले, भिखारी, ठग , टाइम काटने आयी लोकल लोगों की भीड़ और सैलानी। ये सब मिलेगा आपको असली गेटवे ऑफ़ इंडिया पर।
6. जो भी लोग असल में हिमाचल या उत्तराखंड में कैम्पिंग करके आए है उन्हें पता है कि आजकल ऐसा अकेलापन तो हिमालय पर भी नहीं मिलता।
पहाड़ों में जहाँ भी जाओ, कुछ ऐसा ही माहौल देखने को मिलता है .....
7. रेगिस्तानी हवा में गूंजती गले की घंटी की टन-टन और राजस्थान की नारंगी रेत पर छपे ऊँट के पैरों के निशाँ। शायद लोगों को लगता है राजस्थान में कैमल सफारी कुछ ऐसी होती होगी .....
ऐसा नहीं है. क्योंकि राजस्थान के ऊँट हर वक़्त कैमरे के लिए पोज़ बना कर नहीं चलते
ये तस्वीरें देख कर आप कहीं निराश न होना। कई बार आपको खुद से ऐसी जगहों के बारे में पढ़ना और जानना होगा, जहाँ सैलानियों की भीड़ अभी तक नहीं पहुँच पायी है।
क्या कहा ? आपके पास इतना टाइम नहीं है ?
कोई बात नहीं, आपके लिए मैनें ऐसे ख़ास जगहों की लिस्ट बनायी है, जहाँ भीड़- भाड़ भी नहीं है, और साफ़-सफाई भी पूरी है। जानने के लिए यहाँ क्लिक करो।
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