दोस्तों, अगर देखा जाएं तो भारत के विकास में ट्रेन का काफी समय पहले से ही योगदान रहा है। ये ट्रेनें न केवल आपको प्रकृति से रूबरू करवाती है बल्कि आपको आसानी से दूर का सफर तय करने का मौका भी देती है जिसमें आप अपनी सुविधानुसार, सोते, जागते, किताबे पढ़ते-पढ़ते, फिल्म देखते-देखते या प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेते हुए आराम से पहुंच जाते हैं। वैसे तो हर किसी ने एक राज्य से दूसरे राज्य तक ट्रेन से तो यात्रा की ही होगी।लेकिन दोस्तों, क्या आप किसी ऐसी इंटरनेशनल ट्रेन के बारे में जानते हैं या पहले कभी सुना हैं। जो आपको दूसरे देश ले जा सकती है या ऐसे ट्रेन रूट जो भारत को दूसरे देश से जोड़ते हैं। शायद आपको भी सुन कर आश्चर्य हुआ न। क्योंकि आज के समय में फ्लाइट से तो कोई भी दूसरे देश जा सकता हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ जगहों पर ट्रेन से भी दूसरे देश जा सकते हैं। तो आइये आपको इस आर्टिकल के जरिए हम उन ट्रेनों के रूट और ट्रेनों के बारे में बताते हैं।
1. मैत्री एक्सप्रेस
मैत्री एक्सप्रेस या मोइत्री एक्सप्रेस एक अंतरराष्ट्रीय यात्री रेलगाड़ी है जो बांग्लादेश की राजधानी ढाका- एवं भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से आपस में जोड़ती है। इस ट्रेन का नाम मैत्री एक्सप्रेस हैं जो भारत एवं बांग्लादेश के बीच दोस्ती को दर्शाने के लिया रखा गया हैं यह दोनों देशों के शहरों के बीच रेलवे की एकमात्र कड़ी है जिसे 43 साल के लिए बंद रहने के बाद इसको पुन चालू किया गया है। यह 14 अप्रैल, 2008 से आरंभ हुई है। इसकी क्षमता 418 यात्रियों की है और यह सप्ताह में छः बार चलती है। इसमें छह डिब्बे हैं, जिसमें से एक एसी-फर्स्ट का, एक पैंट्री कार, एक एसी चेयर कार और दो गैर एसी चेयर कार है। इस ट्रेन के लिए टिकट बुकिंग कोलकाता से होती है और इसके लिए वैध और मान्य बांग्लादेश वीजा होना चाहिए।
2. समझौता एक्सप्रेस
यह ट्रेन भारत में दिल्ली और अटारी और पाकिस्तान में लाहौर के बीच चलती है। यह ट्रेन एक हफ्ते में दो बार चलती है। 1976 में इस ट्रेन को पहली बार शुरू किया गया था और 1994 तक ये रोज़ाना चलने वाली ट्रेन हुआ करती थी। अगर आपको इस ट्रेन में सफर करना हो तो इस ट्रेन का टिकट अमृतसर के अटारी जंक्शन से लिया जा सकता है लेकिन इसके लिए आपके पास पाकिस्तान का वैध वीजा होना ज़रुरी है। यह ट्रेन केवल पंजाब के वाघा स्टेशन पर रुकती है। 2019 में इस सेवा को निलंबित कर दिया गया था। दोस्तों आपको बता दूं कि अटारी से लेकर लाहौर तक रेल मार्ग पहले से मौजूद था, इसलिए समझौता एक्सप्रेस को शुरू करने में कोई विशेष रुकावट नहीं आई। इस ट्रेन के लोको पायलट और गार्ड चेंज नहीं होते और इस ट्रेन को शताब्दी और राजधानी जैसी ट्रेनों के ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है ताकि ये लेट ना होने पाए पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इसका अलग प्लेटफ़ॉर्म है और विस्तृत सुरक्षा जांच के बाद ही प्लेटफार्म में प्रवेश करने दिया जाता है।
3. थार एक्सप्रेस
भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी कनेक्टिविटी के लिए समझौता एक्सप्रेस के बाद यह दूसरी ट्रेन है। इस ट्रेन का नाम थार रेगिस्तान एक उपमहाद्वीप के रेगिस्तान से लिया गया है, जो भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है। थार एक्सप्रेस एक अंतर्राष्ट्रीय रेलगाड़ी है जो पाकिस्तान में कराँची एवं भारत में जोधपुर शहरों को आपस में जोड़ती है। थार एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय पर शुक्रवार देर रात एक बजे राजस्थान के जोधपुर के पास स्थित भगत की कोठी स्टेशन से रवाना होती हैं।
4. मिताली एक्सप्रेस
यह भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच तीसरी आधुनिक पूरी तरह से वातानुकूलित यात्री ट्रेन लिंक है। यह एक अंतरराष्ट्रीय एक्सप्रेस रेल सेवा है जो हर हफ्ते भारत के दो शहरों जलपाईगुड़ी और सिलीगुड़ी को बांग्लादेश की राजधानी ढाका से जोड़ती है। मिताली एक्सप्रेस ट्रेन का टिकट खरीदने के लिए पहले से एक वैध वीजा और पासपोर्ट का होना अनिवार्य है। टिकट ढाका, बांग्लादेश में छावनी रेलवे स्टेशन और सिलीगुड़ी, भारत में न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से लिया जा सकता है। यह ट्रेन 595 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। जिसमें से 61 किलोमीटर का हिस्सा भारत में है। यह ट्रेन सप्ताह में दो दिन चलेगी। साथ ही न्यू जलपाईगुड़ी से रविवार और बुधवार को पूर्वाह्न 11.45 बजे प्रस्थान करेगी, उसी दिन रात 10.30 बजे ढाका पहुंचेगी और सोमवार और बृहस्पतिवार को ढाका से रात 9.50 बजे प्रस्थान करेगी और न्यू जलपाईगुड़ी में मंगलवार और शुक्रवार सुबह 7.15 बजे पहुंचेगी।
5. बंधन एक्सप्रेस
यह ट्रेन भी भारत-बांग्लादेश को जोड़ने वाली ट्रेन में से एक है। 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस ट्रेन को शुरू किया गया। यह एक अंतरराष्ट्रीय एक्सप्रेस रेल सेवा है जो हर हफ्ते भारतीय शहर कोलकाता और बांग्लादेशी शहर खुलना के बीच चलती है। बंधन एक्सप्रेस ट्रेन का टिकट खरीदने से पहले एक वैध वीजा और पासपोर्ट का होना ज़रुरी है। इस ट्रेन का टिकट आपको बांग्लादेश के खुलना रेलवे स्टेशन और कोलकाता, भारत के चितपुर स्टेशन पर मिल जायेगा। ट्रेन यात्रियों को चढाने के लिए जेस्सोर में 3 मिनट के लिए रूकती है।
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