भारत ने चेन्नई से श्रीलंका के लिए देश का पहला अंतरराष्ट्रीय क्रूज जहाज लॉन्च किया। हमारे तटीय क्षेत्र के आसपास हमारी समृद्ध विरासत और संस्कृति के साथ, भारत में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और इसे देश में क्रूज पर्यटन और समुद्री व्यापार के एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा हैं। केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने चेन्नई में पांच जून सोमवार को भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रूज पोत-एमवी एम्प्रेस को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर श्री सोनोवाल जी ने बोलते हुए कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में,बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय देश में क्रूज पर्यटन के अवसरों को विकसित करने और समुद्री व्यापार के अवसरों को बढ़ाने के लिए कई सराहनीय कदम उठाये गए हैं। जिससे देश में क्रूज पर्यटन और समुद्री व्यापार के एक नए युग की शुरुआत होगी और हमारा पड़ोसी देश श्रीलंका भी भारतीय पर्यटकों के लिए अछूता नहीं रहेगा।
एमवी एम्प्रेस, भारत की पहली अंतर्राष्ट्रीय क्रूज
एमवी एम्प्रेस, भारत की पहली अंतर्राष्ट्रीय क्रूज हैं जिसको बनाने में कारीबन 17.21 करोड़ की लागत आई हैं। यह क्रूज़ 2022 में पहले अतुल्य भारत अंतर्राष्ट्रीय क्रूज सम्मेलन के दौरान चेन्नई पोर्ट और मेसर्स वाटरवेज लीजर टूरिज्म प्राइवेट लिमिटेड के बीच हुए एक समझौते के बाद तैयार किया गया हैं। एमवी एम्प्रेस श्रीलंका में तीन बंदरगाहों हंबनटोटा, त्रिंकोमाली और कांकेसंतुरेई का दौरा करेगी जिसके बाद यह वापस चेन्नई लौट आयेगी। आपको बता दें कि चेन्नई बंदरगाह पर विकसित आधुनिक क्रूज टर्मिनल 2,880 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें एक समय में 3,000 यात्रियों की ठहरने की क्षमता हैं। इस क्रूज़ में आप कैसीनो खेल खेलने का भी लुप्त उठा सकते हैं।
एमवी एम्प्रेस का पैकेज
अगर आप भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रूज एमवी एम्प्रेस की यात्रा करने की सोच रहें हैं तो आप इस क्रूज़ का पैकेज बुक कर सकते हैं। इस क्रूज़ के उपलब्ध टूर पैकेज में आपको दो रातों, तीन रातों, चार रातों और पांच रातों के लिए हैं, जिनकी कीमत ₹86,383 (तीन रातों के लिए दो व्यक्तियों के लिए) से शुरू होती हैं। जिसमें आपको सारी सुविधा मिलेगी। इस क्रूज़ की यात्रा आपको एक अलग अनुभव देगी।
2024 तक तीन नए अंतरराष्ट्रीय क्रूज बंदरगाहों का निर्माण करेंगी सरकार
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भविष्य में सरकार 2024 तक तीन और नए अंतरराष्ट्रीय क्रूज बंदरगाहों का निर्माण करने वाली है। जिसमें क्रूज जहाजों की संख्या 2023 में 208 से बढ़कर 2030 में 500 और 2047 तक 1100 होने की उम्मीद जताई जा रही हैं। सरकार के इस कदम से पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलेगा। इस शुभ अवसर पर केन्द्रीय मंत्री सोनोवाल ने बंदरगाह के अधिकारियों के साथ बंदरगाह पर 2,500 पेड़ पौधे भी लगाए।
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