पहाड़ और नदियों की भी सैर कराएगी शीशे वाली ट्रेन, भारतीय रेलवे ने लॉन्च किए नए विस्टाडोम कोच

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भारतीय रेलवे द्वारा शुरू किए गए विस्टाडोम कोच ने भारतीय पर्यटकों के बीच एक महत्वपूर्ण लोकप्रियता हासिल की है। काँच से बनी चौड़ी छतें और ऑब्जर्वेशन लाउंज पर्यटकों को खूब पसंद आ रहे हैं। यदि आप प्राकृतिक सुन्दरता के प्रशंसक हैं, तो आपको विस्टाडोम डिब्बों वाली ट्रेनों में से किसी एक पर चढ़ने से नहीं चूकना चाहिए। भारतीय रेलवे 2021 के अंत तक 49 और कोच शुरू करने की कगार पर है। देश के विभिन्न रेलवे क्षेत्रों में पहले ही 41 कोच लगाए जा चुके हैं।

विस्टाडोम कोच में क्या हैं सुविधाएँ?

यात्रा के अनुभव को यादगार और आरामदायक बनाने के लिए विस्टाडोम डब्बों में तमाम सुविधाएँ दी गई हैं। ये हैं कोच में मिलने वाली सुविधाओं की सूची:

1. बड़ी पारदर्शी खिड़कियाँ

2. एक ऑब्जर्वेशन लाउंज

3. छत में बिजली से चलने वाली काँच की खिड़कियाँ,

4. सामान रखने के लिए स्टील से बने मल्टी-टियर लगेज रैक

5. एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई बैठने की सुविधाएँ

6. ऑन बोर्ड पेंट्री सेवा और स्वयं सेवा प्रावधान

7. डिब्बों में स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे

8. अलार्म के साथ फायर डिटेक्शन सिस्टम

9. सीसीटीवी सक्षम सुरक्षा प्रणाली

10. स्मार्ट उपकरणों के लिए उपलब्ध वाई-फाई कनेक्टिविटी

11. जीपीएस आधारित सार्वजनिक पता-सह यात्री सूचना प्रणाली (पीएपीआईएस)

12. प्रेशराइज्ड फ्लशिंग सिस्टम के साथ एफआरपी मॉड्यूलर शौचालय

इन ट्रेनों में कर सकते हैं विस्टाडोम कोच में सफर

आईआरसीटीसी (IRCTC) ने विस्टाडोम कोच से लैस ट्रेनों की लिस्ट जारी की है। टिकट बुक करने के लिए आप आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जा सकते हैं। चढ़ने और उतरने वाले स्टेशनों, यात्रा की तारीख और श्रेणी की बुनियादी जानकारी का चयन करने के बाद, आपको एसी चेयर कार या एक्जीक्यूटिव चेयर कार में से चयन करना होगा।

न्यू जलपाईगुड़ी-अलीपुरद्वार जंक्शन

इस ट्रेन में विस्टाडोम कोच की शुरुआत 28 अगस्त, 2021 को की गई थी। यदि आप उत्तर बंगाल और भूटान को जोड़ने वाले डोर्स की मनोरम सुंदरता को देखना चाहते हैं तो इस ट्रेन के विस्टाडोम कोच ने सफर कर सकते हैं।

सीएसएमटी मुंबई-पुणे

इस ट्रेन में विस्टाडोम कोच की शुरुआत 15 अगस्त, 2021 को की गई थी। ट्रेन का नाम CSMT मुंबई डेक्कन क्वीन सुपरफास्ट एक्सप्रेस है, जिसकी संख्या 02123 / 02124 है। ट्रेन पुणे से सुबह 7:15 बजे प्रस्थान करती है और 10:25 बजे मुंबई पहुँचती है। मुंबई से वापसी की यात्रा शाम 5:10 बजे शुरू होती है और 8:25 बजे पुणे पहुँचती है।

यशवंतपुर-मंगलुरु जंक्शन

इस ट्रेन में विस्टाडोम कोच की शुरुआत 12 जुलाई, 2021 को की गई थी। आप ट्रेन में सवार होकर यशवंतपुर-मैंगलोर क्षेत्र के भव्य दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। ट्रेन संख्या 06211/ 06212, 06575/ 06576 और 06540/06539 हैं। ये सभी ट्रेनें वेस्टर्न घाट के रहस्यमय दृश्यों से होते हुए नदियों, घाटियों, घाटियों, पहाड़ों और प्राचीन बस्तियों से सजे लैंडस्केप से होकर गुजरती हैं जिससे आपको यात्रा का भरपूर मजा मिलेगा।

पुणे-मुंबई डेक्कन एक्सप्रेस

इस ट्रेन में विस्टाडोम कोच की शुरुआत 26 जून, 2021 को की गई थी। ये ट्रेन दादर, ठाणे, कल्याण, नेरल, लोनावाला, तालेगांव, खड़की और शिवाजी नगर के रेलवे स्टेशनों से होकर गुजरती है। ट्रेन की संख्या 01007/ 01008 है और इसका नाम सीएसएमटी पुणे-सीएसएमटी डेक्कन एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन है।

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श्रेय: मुंबई मिरर

मुंबई-मडगांव जनशताब्दी एक्सप्रेस

इस ट्रेन की शुरुआत 18 सितंबर, 2017 को की गई थी। इस ट्रेन से आप वेस्टर्न घाट और कोंकण क्षेत्र के लुभावने परिदृश्य का आनंद ले सकते हैं। ट्रेन की संख्या 12051/12051 है और इसे जनशताब्दी एक्सप्रेस नाम दिया गया है।

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श्रेय इंडिया.कॉम

विशाखापत्तनम-अराकू किरंदल एक्सप्रेस

इस ट्रेन ने दिसंबर, 2020 से परिचालन फिर से शुरू किया। ये ट्रेन कोठावलासा, सिम्हाचलम, श्रुंगवरपुकोटा, अराकू, बोर्रा गुहालू, कोरापुट, जेपोर, जगदलपुर, दिलिमिली, कोटपर रोड, कक्कलुर, दंतेवाड़ा, बचेल, श्रुंगवरपुकोटा, बोर्रागुहालु, कोटपर रोड, दिली से होकर गुजरती है। विशाखापत्तनम और किरंदुल के बीच कक्कलुर है जो 128 किमी. की दूरी में फैला हुआ है। ट्रेन की संख्या 08513/08514 है।

कालका-शिमला ट्रेन

ट्रेन ने दिसंबर, 2020 से परिचालन फिर से शुरू किया। इस ट्रेन रूट ने दिसंबर, 2019 में, यूनेस्को के विश्व धरोहर रेलवे ट्रैक के रूप में मान्यता प्राप्त की थी। रेलवे लाइन समुद्र तल से 640 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। घुमावदार रास्ते, घने जंगलों, शिवालिक पर्वत श्रृंखलाओं और गहरी घाटियों से होकर गुजरने वाला रास्ता इस ट्रेन यात्रा को यादगार बना देता है।

कश्मीर घाटी-विस्टाडोम ट्रेन

इसको 29 जून, 2017 को पेश किया गया। एक ट्रेन में काँच की छत और खिड़कियों से कश्मीर घाटी के सुरम्य और मोहक दृश्यों को देख पाना किसी सपने जैसा लगता है। क्या आप इस दृश्य को अनुभव करना चाहेंगे? आप कश्मीर घाटी से होकर गुजरने वाली विस्टाडोम ट्रेन से इस जादुई लैंडस्केप को देख सकते हैं।

नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, विस्टाडोम कोच अब उत्तर प्रदेश के दुधवा टाइगर रिजर्व में भी पेश किए जा रहे हैं। ये मार्ग लगभग 100 किमी. की दूरी तक फैला है और हेरिटेज ट्रेन के सितंबर, 2021 के अंत तक चालू होने की उम्मीद है।

यदि आप ट्रेन में सवार होकर प्रकृति की आश्चर्यजनक सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं, तो निश्चित रूप से विस्टाडोम कोचों में जरूर यात्रा करें।

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