मोनेस्ट्रीज जिस जगह पर होती है वहाँ शांति और सुकून अपने आप आ जाता है। ये मठ हमको ऐसा अनुभव देते हैं जो आपको शायद ही कहीं और मिले। शायद इसलिए लोग पूर्वोत्तर में ऐसी मोनेस्ट्रीज को देखना नहीं भूलते हैं। मोनेस्ट्रीज में एक बौद्ध धर्म की पढ़ाई करने वाले लोग ही ठहर सकते हैं। इसके अलावा कभी-कभी टूरिस्ट को भी यहाँ पर रहने की परमिशन दे दी जाती है। सभी मोनेस्ट्रीज देखने में एक जैसी लगती हैं लेकिन सब एक-दूसरे से अलग होती हैं। मोनेस्ट्रीज इस दुनिया की सबसे खूबसूरत चीजों में से एक है। कुछ मोनेस्ट्रीज तो आपकी कल्पना से भी खूबसूरत होती हैं। आपको भारत की कुछ ऐसे ही मोनेस्ट्रीज के बारे में बताने जा रहा हूं जो बेहद खूबसूरत हैं।
1. थिकसे मोनेस्ट्री
थिकसे मोनेस्ट्री मध्य लद्दाख की सबसे बड़ी मोनेस्ट्री है। समुद्र तल से 11,800 फीट की ऊँचाई पर स्थित ये मोनेस्ट्री लेह से लगभग 20 किमी. की दूरी पर है। पहाड़ों से घिरी थिकसे मोनेस्ट्री एक पहाड़ी पर स्थित है। जहाँ से लेह के खूबसूरत नजारे को देखा जा सकता है। ये सुंदर नजारा आपको हैरान कर देगा। कहा जाता है कि 15वीं शताब्दी में इस मोनेस्ट्री का बनवाया गया था। इस मोनेस्ट्री में बौद्ध धर्म को मानने वाले बहुत सारे लोग रहत हैं। वे यहाँ प्रार्थना करते हैं और पूरी दिनचर्या का पालन करते हैं। पहाड़ों के बीच खूबसूरत थिकसे मोनेस्ट्री आपको अच्छी जगह लगेगी। लेह-लद्दाख जाएं तो इस मोनेस्ट्री को देखना न भूलें।
2. ताबो मोनेस्ट्री
भारत की ज्यादातर मोनेस्ट्रीज की तरह हिमाचल प्रदेश की ताबो मोनेस्ट्रीज भी एक पहाड़ी पर स्थित है। ताबो मोनेस्ट्री स्पीति की सबसे महत्वपूर्ण मोनेस्ट्रीज है। इसके बावजूद इस खूबसूरत मठ के बारे में बहुत कम लोगों को ही पता है। स्पीति को घूमने वाले कम ही टूरिस्ट ताबो मोनेस्ट्री को देखने के लिए जाते हैं। यहाँ ठहरने के लिए बड़े-बड़े कमरे हैं जो सर्दियों में बहुत कारगर साबित होते हैं। इस मोनेस्ट्रीज से पहाड़ों के बीच बसे गांव की सुंदर दुनिया को देखने का मजा ही कुछ और है। आपको एक बार जरूर इस मठ में आना चाहिए।
3. घूम मोनेस्ट्री
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से लगभग 6 किमी. दूर स्थित घूम मोनेस्ट्री हर घूमने वाले को देखनी चाहिए। समुद्र तल से 7,470 फीट की ऊँचाई पर स्थित घूम मोनेस्ट्री को 1850 में बनाया गया था। इस मोनेस्ट्री एक बड़ी सी लाइब्रेरी भी है जिसमें प्राचीन बुद्ध साहित्य और किताबें हैं। भारत में कम ही मठ हैं जिसमें बुद्ध का पुराना साहित्य रखा हुआ है। उनमें से घूम मोनस्टी एक है। भगवान बुद्ध की लगभग 15 फीट ऊँचा स्टैच्यू को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
4. हेमिस मोनेस्ट्री
हेमिस मोनेस्ट्री पूरे लद्दाख की सबसे बड़ी और अमीर मोनेस्ट्री है। लेह से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित ये मठ एक पहाड़ी की पीछे छिपा हुआ है। यहाँ का नजारा आपको मदहोश कर देगा। पहाड़ों के बीच ऐसी खूबसूरत मोनेस्ट्री शायद ही आपने कभी देखी हो। भारत में ये मोनेस्ट्री आपने सालाना फेस्टिवल के लिए जानी जाती है। जब यहाँ पर कई प्रकार के डांस और बौद्ध रिवाजों को किया जाता है। बहुत सारे लोग इस फेस्टिवल में शामिल होने के लिए हेमिस मोनेस्ट्री आते हैं। आपको हेमिस मोनेस्ट्री को देखने जरूर जाना चाहिए।
5. नामद्रोलिंग न्यिंगमापा मोनेस्ट्री
ये भारत की सबसे बड़े मठो में से एक है। कर्नाटक में मैसूर जिले के ब्यलाकुप्पे में स्थित इस मोनेस्ट्रीज में 5 हजार से ज्यादा लांबा रहते हैं। आध्यात्मिक रूप से इस जगह का बहुत ज्यादा महतव है। बौद्ध शिक्षा के लिए ये मठ सबसे अच्छी जगह है। यहाँ आज भी परंपरागत बौद्ध शिक्षा दी जाती है। दुनिया भर के कोने-कोने से यहाँ बुद्ध के अनुयायी धामिक शिक्षा लेने के लिए आते हैं। यहाँ पर बौद्ध से जुड़ी जुड़ी कई दिलचस्प बातों को जान और समझ सकते हैं। इस खूबसूरत मोनेस्ट्रीज में आपको यकीनन सुकून मिलेगा।
6. लामायुरू मोनेस्ट्री
लद्दाख की लामायुरू मोनेस्ट्री भारत की सबसे अद्भुत मोनेस्ट्रीज में से एक है जहाँ आपको पूरी जिंदगी में एक बार जरूर जाना चाहिए। लामायुरू मठ लेह और कारगिल के रास्ते में पड़ता है। जहाँ आप कुछ देर ठहरकर आराम भी कर सकते हैं। पहाड़ों के बीच स्थित इस मोनेस्ट्री में आप रिलैक्स हो जाएंगे। यहाँ पर एक छोटा-सा होटल भी है जहाँ आप ठहर सकते हैं। लामायुरू मोनेस्ट्री के गेट के बाहर एक रेस्तरां है जहाँ आप कुछ खा भी सकते हैं। अगर आप कुछ देर कहीं अकेले रहना चाहते हैं तो लद्दाख की ये मोनेस्ट्री आपके लिए बेस्ट है।
7. नाको गोंपा
हिमाचल भारत के सबसे सुंदर प्रदेशों में से एक है। इसी राज्य में स्पीति के एक छोटे-से गांव नाको में एक मोनेस्ट्री है। जिसका नाम इस गांव के नाम पर ही रखा गया है। भारत की सबसे खूबसूरत मठों में से एक है, नाको मोनेस्ट्रीज। आपको ऐसे नजारे का गवाह जरूर बनना चाहिए। सर्दियों में यहाँ आना बहुत मुश्किल होता है लेकिन गर्मियों में आप यहाँ बड़े आराम से पहुंच जाएंगे। यहाँ पर एक नाको लेक भी है जिसे आप देख सकते हैं। अगर आप इसी गांव में ठहरना चाहते हैं तो गांव में कई होमस्टे भी हैं।
8. फुग्तल मोनेस्ट्री
लद्दाख की वादियों में स्थित फुग्तल गोंपा तक पहुंचना बहुत आसान नहीं है। जांस्कर के इलाके की रोड बहुत खराब है जो आपके सफर को जरूर रोमांच में बदल देगी। जांस्कर रोड को पार करने के बाद आप यहाँ तक पहुंच पाएंगे। मुख्य फुग्तल मोनेस्ट्री क्लिक जाॅर्ज गुफा के अंदर है। मोनेस्ट्री में टूरिस्टों में रूकने का मौका भी मिलता है। जिसके बाद लंबी हाइक के बाद वापस गांव की ओर जाना होगा। जहाँ से गाड़ी से अपने सफर को जारी रख सकते हैं।
9. रंगडुम गोंपा
रंगडुम मोनेस्ट्री लद्दाख के जांस्कर की पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। जहाँ से दूर-दूर तक आपको सुंदर व्यू और ठंडी हवा का स्पर्श होता है। समुद्र तल से 3 हजार 657 मीटी की ऊँचाई पर स्थित रंगडुम गोंपा हर मायने में बेहद खूबसूरत है। इस मठ में लगभग 40 लांबा रहते हैं। यहाँ पर तिब्बती ऑर्ट के कुछ बेहतरीन नमूने देखने को मिल जाएंगे। रोड बहुत अच्छी नहीं लेकिन सबसे ज्यादा खूबसूरती मुश्किलों के बाद ही तो देखने को मिलती है। आपको यहाँ पर आना चाहिए और कुछ देर जरूर ठहरें।
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