इग्लू मे रहने का मन है? ऊटी में होगी आपकी ये इच्छा पूरी!

Tripoto

वो रात बहुत सर्द थी जब मैं खीरगंगा में कैपसाइट में लेटा तारों को निहार रहा था | और इन टिमटिमाते तारों के बीच मैं कुछ आर्टिफिशियल सैटेलाइटों को पूरे वेग से उड़ते देख रहा था |

उस रात तारों के तले अपने दो दोस्तों के साथ लेते हुए हमने ज़िंदगी की कई यादें बुन ली | और ऐसी रात जिसमें आपका ब्रह्मांड की असीम खूबसूरती से सामना होता है वो अनुभव आप बार बार फिर से करना चाहते हो |

तो मुंबई के पास मैं कुछ ऐसी ही जगहों की तलाश करने लगा जहाँ मैं बिना किसी व्यवधान के तारों को निहार सकूँ | मैंने कई कैंपसाइटें ढूंढी मगर जिस कैंपसाइट ने मेरा मान मोह लिया, वो ऊटी में है |

ऊटी के घने जंगलों में आपको एक पारदर्शी गुब्बारेनुमा इगलू में रात गुज़ारने का मौका मिलता है |

जी हाँ | इगलू और पारदर्शी | है ना शानदार | आइए इस कैंप साइट के बारे में और जानकारी लें |

क्रेस्ट वैली

ऊटी के घने जंगलों और पर्वतों की खूबसूरती अनुभव करने के लिए इनके बीच रहना पड़ता है | और इसी खूबसूरती का दीदार करने के लिए क्रेस्ट वैली सबसे बढ़िया जगह है |

घने जंगलों और ऊँचे पर्वतों के बीच आप एक ऐसे तंबू में रहेंगे जो पारदर्शी तो है ही, साथ ही पूरी तरह से आपका स्पर्श कुदरत की खूबसूरती से रखता है | और चूँकि सभी टेंट अलग अलग जगहों पर गाड़े गये हैं तो आपको अपनी गोपनीयता की चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है |

ज़रूरत पड़ने पर आप प्रॉपर्टी के अंदर बने शौचालयों का प्रयोग कर सकते हैं |

करने योग्य गतिविधियाँ :

मेरे लिए तो सबसे ख़ास इगलू के आकार के तंबू हैं , मगर आप और भी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं |

कैंपिंग के अलावा क्रेस्ट वैली ट्रेकिंग, साइकिलिंग, हाइकिंग, तीरंदाजी और कई अन्य गतिविधियों का भी आयोजन करती है।

खर्चा

एक पारदर्शी गुब्बारेनुमा तंबू के ₹4500 |

प्रॉपर्टी के आस पास क्या है:

ऊटी दक्षिण भारत का काफ़ी लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जहाँ आप बहुत कुछ कर सकते हैं |

पाइकारा झील

सफेदे के पेड़ों और घास के मैदानों से घिरी इस झील में बोटिंग करने का आनंद ले सकते हैं | ये झील नीलगिरि पर्वत शृंखला की सबसे बड़ी झील है |

सिम पार्क

ये शानदार वनस्पति उद्यान उन सभी को अच्छा लगेगा जिन्हें अलग अलग तरह के पेड़ पौधों और फूलों को देखने का शौक है | इस पार्क का सबसे बड़ा आकर्षण यहाँ मौजूद दुनिया के कोने कोने से लाए गये वनस्पतियों का संग्रह है |

कैसे पहुँचे

सड़क से : ऊटी के सबसे करीब कोयम्बटूर शहर है जो यहाँ से सिर्फ़ 3 घंटे की दूरी पर है |

रेल से : कोयंबटूर और मेत्तुपलायम यहाँ से सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन हैं जहाँ हर हफ्ते देश के प्रमुख शहरों से रेलें चलती रहती हैं |

हवाई जहाज़ से : ऊटी से सबसे नज़दीक घरेलू हवाई अड्डा कोयंबटूर एयर पोर्ट हैं जो ऊटी से मात्र 3 घंटे दूर है |

तो अब आपको पता है कि इस गर्मी जाना कहाँ है | तो अभी से ही योजना बना लीजिए और पहुँच जाइए |

क्या आप अपनी यात्रा की कहानियाँ हमारे साथ बाँटना चाहेंगे? हम सुनने को बेताब हैं |

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