विश्व के सबसे ऊंचे दिल्ली-मनाली-लेह रूट पर एचआरटीसी की बस सेवा 15 अप्रैल से शुरू की जा रही हैI मौसम में कोई विशेष बदलाव न आया तो बिल्कुल ठीक समय ये सेवा शुरू हो जाएगी। ये बस सेवा पहली बार मई 2008 में शुरू हुई थी और तब से हर साल यह बस यात्रियों को लेह ले जा रही है। इस साल भी ये बस सेवा दिल्ली से मनाली होते हुए लेह तक अपना सपनों का सफ़र पूरा कराने को तैयार है। दुनिया के सबसे ऊंचे और लंबे रूट पर चलने वाली ये बस सेवा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम भी दर्ज करा चुकी है।
इस साल भी ये बस सेवा दिल्ली से मनाली होते हुए लेह तक अपना सपनों का सफ़र पूरा कराने को तैयार है। दुनिया के सबसे ऊंचे और लंबे रूट पर चलने वाली ये बस सेवा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम भी दर्ज करा चुकी है। दिल्ली-मनाली-लेह रूट कुल 1072 किमी लंबा है, जिसे पहले पूरा करने में लगभग 36 घंटे का समय लगता था; पर अब अटल टनल के बनने से रोहतांग पास नहीं जाना पड़ता। जिससे करीब 50 किमी दूरी और चार घंटे का समय बचेगा। यानी ये सफ़र अब 32 घंटे का ही होगा और आपकी जेब भी कुछ कम ढीली होगी।
यहां बस का रात्रि विश्राम रहता और पूरी यात्रा में 3 ड्राइवर और 2 कंडक्टर मौजूद रहते हैं।
इस रोमांचक और खूबसूरत सफर में आप बाराला चा पास (16042 फीट) और तंगलांग ला पास (17480फीट) और लाचूंग ला पास (16598 फीट) से गुजरेंगे।
दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक रास्तों, प्रकृति के सौंदर्य से लबरेज़ नजारों और कलकल बहती कई सारी पहाड़ी नदियों जैसे चेनाब, भागा आदि और उनकी वादियों का लुत्फ भी ले सकेंगे.
दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक रास्तों, प्रकृति के सौंदर्य से लबरेज़ नजारों और कलकल बहती कई सारी पहाड़ी नदियों जैसे चेनाब, भागा आदि और उनकी वादियों का लुत्फ भी ले सकेंगे.
आप अपने गंतव्य यानी लद्दाख पहुंच चुके होंगे...
लेह रूट का हमारे देश के लिए सामरिक दृष्टि से बहुत महत्व है. कारगिल युद्ध के दौरान इस रूट का प्रयोग भारतीय सेना ने असला बारूद पहुंचाने के लिए किया था.
विशेष: अटल टनल की वजह से 50 किमी कम हुई दूरी और समय से इसके किराये में अब दिल्ली से लेह के लिए 1727 की जगह 1656 रुपये ही लगेगा.
एचआरटीसी (HRTC) की वेबसाइट पर ऑनलाइन और कुल्लू-मनाली में HRTC के कार्यालय से एडवांस मे बुकिंग करायी जा सकती है।
शुभ यात्रा 👍🙏👍 !!
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