भारत में घूमने के लिए इतने खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं कि आपकी पूरी जिंदगी कम पड़ जाएगी। यहाँ ऐतिहासिक किलों को देखने के लिए आपको सालों-साल लग जाएंगे। क्योंकि भारत दुनिया का एक ऐसा देश है जो कई प्राचीन किलों और स्मारकों से भरा हुआ है। यहाँ के प्राचीन किले भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और इतिहास के बारे में बताते हैं। यह किले कई सालों पहले तैयार किये गए थे और यह आज भी अपनी सुंदरता से इतिहास प्रेमियों और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
भारत में कई सुंदर महल और किले है जो भारत के शाही राज्यों की विशालता को प्रस्तुत करते हैं। अगर आप भारत के प्रमुख किलों के बारे मे जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अवश्य पढ़ें, आज हम आपको ऐसे ही दिलचस्प किलों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसमे हम आपको भारत के प्रमुख किलों के भव्यता देखने को मिलेगी। तो आइए जानते हैं।
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मेहरानगढ़ का किला, जोधपुर
इस सूची में सबसे पहले स्थान पर आता है मेहरानगढ़ का किला। यह किला राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित है। इसका निर्माण राव जोधा द्वारा 1459 में कराया गया था। इस महल के 7 मुख्य द्वार हैं। प्रत्येक द्वार का निर्माण वहाँ के राजा द्वारा किसी युद्ध में विजयी होने पर कराया गया था। इस किले में कई हॉलीवुड और बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी की जा चुकी है। आज भी प्रत्येक वर्ष नवरात्री के दौरान यहाँ पर भव्य आयोजन किया जाता है। इस महल के अंदर शीश महल, मोती महल, चामुंडा देवी का मंदिर और एक भव्य म्यूज़ियम भी बना हुआ है।
लाल किला, दिल्ली
देश की राजधानी में स्थित इस किले की अपनी एक अलग पहचान है। हर साल भारतीय स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री इसी किले से जनता को संबोधित करते हैं। इस किले का निर्माण मुगल शासक शाहजहाँ ने 1638 में कराया था। बलूआ पत्थर से बने होने के कारण ही इस किले को लाल किला कहा जाने लगा। यमुना नदी के किनारे बने इस किले के अंदर आपको रंग महल, दीवान-ए-खास, हीरा महल और नौबतखाना जैसी एतिहासिक इमारते देखने को मिलेगी। अपनी भव्यता को लेकर यह देश में दूसरा स्थान रखता है।
ग्वालियर का किला, ग्वालियर
ग्वालियर का किला भारत के राज्य मध्य प्रदेश में स्थित एक खूबसूरत और ऐतिहासिक किला है जिसका निर्माण राणा मान सिंह तोमर ने करवाया था। यह शानदार किला प्राचीन भारतीय वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है। ग्वालियर किले के प्रमुख आकर्षणों में सास-बहू मंदिर, गुजरी महल है जो अब एक संग्रहालय और द मान मंदिर के नाम शामिल हैं। ग्वालियर का किला भारत के सबसे बड़े किलों में से एक है और इस किले के महत्व को याद रखने के लिए एक डाक टिकट भी जारी किया गया था। यह ऐतिहासिक किला भारत के मध्यप्रदेश राज्य के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।
गोलकोंडा किला, हैदराबाद
गोलकोंडा किला तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में स्थित एक ऐतिहासिक किला है जिसका निर्माण काकतीय राजाओं ने करवाया था। गोलकोंडा किला अपने इतिहास और अपनी भव्य संरचना के लिए जाना जाता है। गोलकोंडा कभी कोल्लूर झील के पास दक्षिण-पूर्व में कोल्लूर खदान में पाए गए शानदार हीरे के लिए प्रसिद्ध था। शानदार गोलकोंडा किला अपनी सैन्य वास्तुकला और भारत में सबसे अद्भुत स्मारकों में से एक के लिए प्रसिद्ध है। गोलकोंडा किले का नाम हैदराबाद के सात अजूबों में शामिल है। जिसमें से अन्य चारमीनार, बिड़ला मंदिर, रामोजी फिल्म सिटी, हुसैन सागर, सालारजंग संग्रहालय और मक्का मस्जिद हैदराबाद की सबसे बड़ी मस्जिद हैं।
कांगड़ा किला, हिमाचल प्रदेश
यह किला हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा की घाटी में समुद्र तट से 350 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह पूरे हिमाचल का सबसे बड़ा किला होने के साथ साथ देश का सबसे पुराना किला भी है। इस किले का निर्माण कांगड़ा के एक शाही परिवार ने कराया था। इस किले में एक प्रसिद्ध व्रजेश्वरी मंदिर भी बना हुआ है।
चित्तौड़गढ़ किला, चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ किला राजस्थान में स्थित भारत का सबसे बड़ा और राज्य का सबसे भव्य किला है। चित्तौड़गढ़ का किला बेरच नदी के बाएं किनारे पर स्थित है। आपको बता दूं कि इस किले को जल किले के नाम से भी जाना जाता है। इस किले के अंदर 84 जल निकाय भी स्थित थे लेकिन आज उनमें से सिर्फ 22 ही मौजूद हैं। यह ऐतिहासिक किला महाराणा प्रताप सिंह और राजस्थान के महान राजपूत शासकों की वीरता का प्रतिनिधित्व करती है।
प्रतापगढ़ किला, महाराष्ट्र
प्रतापगढ़ किला भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित है और भारत के प्रमुख किलों में से एक है। यह किला महाबलेश्वर से 23 किमी की दूरी पर स्थित है और इसे वेलोर किले के नाम से भी जाना जाता है। तापगढ़ या वेलोर किला एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और यहाँ पर कई ट्रेकिंग मार्ग भी उपस्थित है। प्रतापगढ़ किला महाराष्ट्र का एक प्रमुख किला है और सतारा जिले के बड़े किले में से एक है।
कुम्भलगढ़ किला, उदयपुर
यह किला राजस्थान के उदयपुर से 82 किलोमीटर दूर राजसमन्द जिले में स्थित है। इस किले का निर्माण 15वीं शताब्दी में महाराणा कुम्भा ने कराया था। मेवाढ़ के वीर योद्धा के रूप में पहचाने जाने वाले महाराणा प्रताप का जन्म भी कुम्भलगढ़ में ही हुआ था। इस किले की दीवार पूरे विश्व की दूसरी सबसे लंबी दीवार है जो 36 किलोमीटर लंबी और 15 फीट चौड़ी है। 2013 में इस किले को यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया था। इस किले के अंदर लगभग 360 मंदिर बने हैं, जिनमें से 300 जैन मंदिर हैं तथा अन्य हिंदू मंदिर हैं।
आगरा का किला, उत्तर प्रदेश
आगरा का यह किला यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में भी शामिल है। रंग से लेकर इसकी शिल्पकला और निर्माण की तकनीक तक हर तरह से यह दिल्ली के लाल किला से मेल खाता है। इसका निर्माण 1565-1575 के बीच मुगल शासक अकबर ने कराया था। यह किला ताजमहल से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है। दीवान-ए-आम, स्वर्ण मंडप, मछली भवन और मीना बाजार इस महल को देश के अन्य किलो से अलग और कुछ खास बनाते थे।
जैसलमेर का किला, जैसलमेर
यह दुनिया के सबसे बड़े किलों में एक है और राजस्थान में स्थित है। इसे रावल जैसवाल ने थार रेगिस्तान के बीचों-बीच बनवाया गया था। जैसलमेर किले को सोनार किले के नाम से भी जाना जाता है। ये गोल्डन किला शहर से 76 किमी दूर त्रिकुटा पहाड़ी पर त्रिकोण आकार में बनाया गया है। इसे भारत का दूसरा सबसे पुराना किला माना जाता है। किले में सबसे ज़्यादा आकर्षक जैन मंदिर, रॉयल पैलेस और बड़े दरवाजे हैं।
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