हर इंसान की अपनी कहानी होती है। सब अपने हिसाब से अपनी कहानी लिखते हैं। घुमक्कड़ों की भी अपनी कहानी होती है। उसी कहानी को पूरा करने के लिए घूमते रहना जरूरी है। घूमने का मतलब उन जगहों पर जाना है, जहाँ कम लोग जाते हैं। ऐसी जगहों पर आकर आपको सुकून तो मिलेगा ही आपकी कहानी भी खूबसूरत होगी। कौन घुमक्कड़ नहीं चाहता कि उसकी कहानी में सुंदर-सुंदर पहाड़ हों और बगल पर बहती नदी हो। अगर आप भी अपनी घुमक्कड़ी की कहानी में ऐसा ही खूबसूरत चैप्टर जोड़ना चाहते हैं तो आपको हिमाचल प्रदेश के पांगी वैली आना चाहिए।
पांगी घाटी हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित है। पांगी वैली सिर्फ एक वैली नहीं है बल्कि कई घाटियों का समूह है जिसमें सुरज, हुदान, परमार और साइचु जैसी घाटियाँ शामिल हैं। हर घाटी में कई सारे गाँव हैं जिसमें कुछ हिंदू गाँव हैं तो कुछ बौद्ध विलेज हैं। इस घाटी से चेनाब नदी गुजरती है। ये घाटी समुद्र तल से 7 हजार फीट से 11 हजार फीट तक की ऊँचाई पर स्थित है। पांगी वैली पीर पंजाल और जांस्कर रेंज की पहाड़ियों से घिरी हुई है। अगर आप वाकई पक्के घुमक्कड़ हैं तो हिमाचल प्रदेश की इस जगह पर जरूर जाएं।
कैसे पहुँचे?
वाया रोडः पांगी वैली जाने के लिए सबसे सही रूट सड़क मार्ग है। सड़क मार्ग से आप दो रास्तों से पांगी पहुँच सकते हैं। एक चंबा, सच पास, किल्लर होते हुए पांगी वैली पहुँच सकते हैं। दूसरे रूट में आप मनाली, केलोंग, उदयपुर होते हुए पहुँच सकते हैं।
फ्लाइट सेः यदि आप फ्लाइट से आना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट कांगड़ा जिले के गग्गल में है। गग्गल से पांगी घाटी की दूरी लगभग 350 किमी. है। आप बस और टैक्सी से होते हुए पांगी पहुँच सकते हैं।
ट्रेन सेः अगर आप ट्रेन से पांगी आने का सोच रहे हैं तो सबसे नजदीकी पठानकोट रेलवे स्टेशन है। पठानकोर्ट से पांगी वैली की दूरी लगभग 500 किमी. की दूरी पर है। आप बस से यहाँ तक पहुँच सकते हैं।
कब जाएं?
पांगी घाटी बेहद खूबसूरत लेकिन खतरनाक घाटी है। यहाँ तक पहुँचना आसान नहीं है और रोड भी काफी खराब है। सर्दियों में यहाँ खूब बर्फबारी होती है, रास्ता पूरी तरह से बंद हो जाता है। बारिश में पहाड़ों की ओर जाना सबसे बड़ी भूल होगी इसलिए आपको गर्मियों में पांगी जाने का प्लान बनाना चाहिए। पांगी घाटी को एक्सप्लोर करने के लिए सबसे बेस्ट टाइम मार्च से जून तक का है। इसके अलावा सितंबर और अक्टूबर में पांगी जा सकते हैं।
कहाँ ठहरें?
पांगी हिमाचल उन जगहों में से एक है, जहाँ बहुत कम लोग ही जाते हैं। पांगी घाटी में ठहरने के विकल्प बहुत कम हैं। यहाँ पर पीडब्ल्यूडी का एक गेस्ट हाउस है। इसके अलावा कुछ होटल और होमस्टे हैं, जिनमें आप ठहर सकते हैं। इसी तरह से खाने के विकल्प भी कम ही हैं। जिस होटल में ठहरें, वहीं खाना खाएं तो आपके लिए बढ़िया रहेगा।
क्या देखें?
जिन जगहों पर सुविधाएं कम होती हैं, वो जगह वाकई कमाल की होती हैं। उन्हीं खूबसूरत जगहों में से एक है, पांगी वैली।
1. किल्लर
किल्लर पांगी घाटी की हेडक्वार्टर है। जहाँ से आने-जाने के लिए बस मिलती है। किल्लर के बारे में कहा जाता है कि ये शिमला का 100 साल पुराना रूप है। अगर आपको जानना है कि पहले शिमला कैसे हुआ करता था? तो आपको किल्लर जरूर आना चाहिए। हिमाचल प्रदेश का ये छोटा-सा कस्बा बेहद खूबसूरत है जो पहाड़ों से घिरा हुआ है। तैरते बादल और हरियाली इस जगह को और भी प्यारा बना देते हैं। किल्लर में कई सारे घर पारंपरिक लकड़ी के बने हुए हैं। पांगी वैली आएं तो इस कस्बे को जरूर देखें।
2. हुदान
पांगी घाटी में कई घाटियाँ हैं। उन्हीं में से एक है, हुदान। हुदान वैली में 4-5 गाँव है। इस घाटी के सबसे आखिरी गाँव में एक खूबसूरत झील है जो देखने लायक है। इसके अलावा यहाँ पर एक सालाना मेला लगता है। इस मेले में आपको यहाँ के कल्चर को समझने का मौका मिलेगा। हरियाली से भरी ये घाटी बेहद खूबसूरत है। हिमाचल प्रदेश की सही खूबसूरती क्या है? वो आपको ऐसी ही जगहों पर आकर समझ आएगा। पांगी आएं तो इस हुदान घाटी को भी देखा जा सकता है।
3. धरवास
धरवास पांगी वैली का सबसे बड़ा गाँव है। ये गाँव किल्लर कस्बे के बिल्कुल नजदीक है। ये गाँव बेहद खूबसूरत है और अपने ट्रेक के लिए भी जाना जाता है। अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं और पांगी घाटी के खूबसूरत नजारों का दीदार करना चाहते हैं तो आपको इस ट्रेक को जरूर करना चाहिए। किल्लर से 9 किमी. की दूरी पर स्थित ये गाँव समुद्र तल से 8,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। आप ट्रेक करके भी इस गाँव तक पहुँच सकते हैं।
4. सुरल
सुरल पांगी वैली की एक और एक्सप्लोर की जाने वाली जगह है। किल्लर कस्बे से 22 किमी. की दूरी पर स्थित इस जगह पर एक बेहद खास मोनेस्ट्रीज है। पहाड़ों के बीचों-बीच बनी ये मोनेस्ट्री को देखना किसी जन्नत में होने के जैसा है। गाँव के आखिर में बनी ये मोनेस्ट्री आपका सुकून का अनुभव कराएगी। पांगी घाटी आएं तो इस मोनेस्ट्री को देखना न भूलें।
5. ट्रेकिंग
पांगी वैली में ऐसे कई ट्रेक हैं जिनको अब तक किसी ने नहीं किया है। ये ट्रेक रूट जांस्कर से कनेक्ट होता है लेकिन अभी तक इसे किसी ने किया नहीं है। अगर आप अपने आपको रोमांच के शौकीन मानते हैं तो इस ट्रेक को जरूर करें। इसके अलावा यहाँ पर तिंगलोती पास ट्रेक भी हैं। जिसको आप कर सकते हैं। ऐसे खूबसूरत दृश्य आपको और कहीं देखने को नहीं मिलेंगे। इसके अलावा आप यहाँ पर परमार वैली और सायचु जैसी कई जगहों को देख सकते हैं। ऐसी जगह पर तो हर घूमने वाले को आना चाहिए। घुमक्कड़ी का असली सुकून ऐसी जगहों पर आकर ही होता है।
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