अनजानी और अनछुई जगहों पर बार-बार जाना आसान तो नहीं है लेकिन जो इन जगहों पर जाता है उसकी जिंदगी बदल जाती है। उसको मिलते हैं वो नए लोग जिनसे बहुत कम घुमक्कड़ मिले होंगे। जिनको नहीं पता होगी असल खूबसूरती का मतलब। जब आप ऐसी जगह पर होंगे तो बस उस जगह को जी रहे होंगे और फिर जब उस जगह से लौटकर आओगे तो ऐसी ही जगह पर दोबारा जाने का मन करेगा। ऐसी जगहें शांति और सुकून देती हैं। ऐसी ही खूबसूरत और अनछुई जगह है, शरची। हिमाचल प्रदेश का छोटा-सा गाँव जिसे देखकर लगता है कि किसी पेंटर ने अपने कैनवास पर दुनिया की सबसे खूबसूरत तस्वीर बना दी हो। अगर आपको अनछुई और अनजानी जगहों पर जाना पसंद है तो हिमाचल प्रदेश के शरची गाँव की सैर एक बार जरूर करनी चहिए।
शरची हिमाचल प्रदेश के तीर्थन वैली का एक छोटा-सा गाँव है। शरची कुल्लू जिले के बंजर तहसील की छोटी-सी ग्राम पंचायत है। समुद्र तल से 7,284 फीट की ऊँचाई पर बसे इस गाँव में न एटीएम है, न अस्पताल है और न यहाँ तक पहुँचने के लिए अच्छी रोड है। इन सबके बावजूद यहाँ लोगों के चेहरे पर खुशी है, सुकून है। यहाँ के लोग जरूरत चीजें खुद ही उगाते हैं। कुछ चीजें पास के गाँव में जाकर मिल जाती है। अगर आपको हिमाचल की संस्कृति को अच्छे-से समझना है तो पहाड़ों के बीच बसे शरची आना चाहिए।
क्या करें?
ऐसी खूबसूरत जगह जिसे देखकर ही मन खुश हो जाए, वहाँ देखने को कुछ न भी हो तो सुकून होता है। शरची में फिर भी कुछ जगहें हैं जिसे आपको जरूर देखना चाहिए। ये जगहें आपके शरची के सफर को और खूबसूरत बना देगी।
1- जगदंबा मंदिर
जगदंबा ऋषि मंदिर शरची का बेहद पुराना और पवित्र मंदिर है। लोगों के मन में इसके लिए बहुत आस्था है। दूर-दूर से लोग इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं। गाँव में साल भर में एक बार मंदिर का फेस्टिवल भी होता है। ये फेस्टिवल हिमाचल की संस्कृति से सरोबार रहता है। आप शरची आएं तो इस मंदिर को जरूर देखें।
2- जमाला
अगर प्रकृति के साथ एडवेंचर पसंद है तो शरची में आपको वो भी मिलेगा। शरची के पास में ही एक और खूबसूरत छिपा हुआ गाँव है जमाला। इस गाँव के घर काठ कुनी आर्किटेक्चर के बने हुए हैं जो देखने लायक है। शरची से जमाला पहुँचने के लिए आपको किमी. की हाइकिंग करनी पड़ेगी। जंगलों से होती हुई में जब आपको चिड़ियों के चहचहाने की आवाज सुनाई देगी तो ये हाइक आपको बेहद पसंद आएगी। आप ऊँचाई से शरची गाँव का शानदार व्यू भी देख पाएंगे।
3- बड़ासारी
पहाड़ों में वैसे तो हर चीज खूबसूरत लगती है लेकिन जब अचानक पहाड़ों के बीच घास का मैदान दिखाई देता है तो वो जन्नत-सा लगता है। जब आप शरची जाएंगे तो बड़ासारी जरूर जाएं। बड़ासारी एक बहुत बड़ा घास का मैदान है। जहाँ स्थानीय लोग अक्सर पिकनिक के लिए आते हैं। बुग्याल का ये नजारा साँसों का रोक देने वाला है। आप यहाँ घंटों शांति और सुकून से बैठ सकते हैं। आप यहाँ पर कुत्तों को उछल कूद करते हुए देख सकते हैं। यहाँ आसमाँ के नीचे आप कैंपिंग भी कर सकते हैं।
4- छोइए वाटरफाॅल
शरची में एक खूबसूरत वाटरफाॅल है जो शरची गांव से 2 किमी. पहले है। आप शरची से यहाँ तक के लिए टैक्सी बुक कर सकते हैं या फिर पैदल झरने तक जा सकते हैं। मेरी माने तो पैदल चलना बढ़िया ऑप्शन रहेगा। जब आप जंगलों के बीच में छोइए वाटरफाॅल को देखोगे तो यकीन मानिए आप खुश हो उठेंगे। शरची आएं तो इस वाटरफाॅल को जरूर देखें। यहाँ घंटों बैठें तो ऊँचाई से गिरते हुए इस झरने को देखें।
5- सिंधा थच
बड़ासारी के अलावा यहाँ पर कई खूबसूरत घास के मैदान हैं। इनमें से एक है, सिंधा थच। शरची से सिंधा थच पहुँचने के लिए आपको ट्रेकिंग करनी होगी। लगभग 50 मिनट की ट्रेकिंग के बाद आप सिंधा थच पहुँचेंगे। ये जगह आपको खूबसूरत नजारों से रूबरू होने का मौका देगी। इसके बारे में ज्यादातर लोगों को नहीं पता है लेकिन शरची आएं तो इस जगह को भी देखना जरूरी है। इसके अलावा शरची के पास में ही नियो थच बुग्याल है। इस घास के मैदान तक पहुँचने के लिए आपको 2-3 घंटे का ट्रेक करना होगा।
6- लंबरी टाॅप
अगर आपको रोमांच पसंद है तो लंबरी टाॅप का ट्रेक तीर्थन वैली का सबसे फेमस डेस्टिनेशन है। ये ट्रेक कई जगहों से शुरू होता है, जिभी, जलोरी पास, तीर्थन वैल और शरची। अगर आप शरची से ये ट्रेक करते हैं तो जमाला गाँव से होकर जाना होगा। लंबरी टाॅप के आसपास फैले जंगलों से होकर गुजरता ये ट्रेक शानदार नजारे देता है। आपको यहाँ से हिमालय रेंज दिखाई देगी। जब आप लंबरी टाॅप पर पहुँचेंगे तो आप हिमालय के सबसे हसीन नजारों के गवाह बनेंगे।
7- पैदल नापें
जब आप शरची जैसे खूबसूरत गाँव में आएं हैं तो कोशिश कीजिए कि हर जगह को पैदल नापा जाए। आप इस गाँव को पैदल चलकर देखें, लोगों के बीच बैठें और उनसे बातें करें। यहीं तो हर घुमक्कड़ को करना चाहिए। सिर्फ घूमकर घुमक्कड़ी नहीं की जा सकती हैं। शरची गाँव के लोग बेहद प्यारे हैं, यहाँ आएंगे तो आपको ये समझ भी आ जाएगा। शरची में इन जगहों के अलावा भी देखने को बहुत कुछ है। वो निर्भर करता है कि आप शरची के लिए कितने दिन का प्लान बनाते हैं। पहाड़ वो जगह है जिसे पूरा देख पाना नामुमकिन है।
कब जाएं?
हिमाचल की बाकी जगहों की तरह शरची में भी गर्मियों में आना सही रहेगा। तब आप हर जगह को आराम से आ सकते हैं। आपको चारों तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई देगी। अगर आप सर्दियों में शरची में आना चाहते हैं तो अक्टूबर से नवंबर के बीच में आइए, उसके बाद तो शरची में आपको चारों तरफ बस बर्फ ही बर्फ दिखाई देगी।
कहाँ ठहरें?
शरची जितना खूबसूरत गाँव है, उतने ही प्यारे यहाँ के लोग हैं। आपको शरची में ठहरने की कोई दिक्कत नहीं होगी। यहाए पर कई सारे होमस्टे हैं जिनमें आप ठहर सकते हैं। इनमें आप खाना भी खा सकते हैं। अगर आप चाहें तो यहाँ कुछ ढाबे भी हैं जहाँ आप खाना खा सकते हैं लेकिन मेरा सुझाव यही रहेगा कि जिस होमस्टे में रहें, खाना भी वहीं खाएं।
कैसे पहुँचे?
हिमाचल प्रदेश का शरची गाँव दिल्ली से लगभग 500 किमी. की दूरी पर है. वहीं बंजर से 71 किमी. की दूरी पर है। आप ट्रेन से आएं, फ्लाइट से आएं या बस से आपको बंजर आना ही पड़ेगा। बंजर से आप टैक्सी ले सकते हैं या फिर शरची के लिए बंजर से हर रोज शाम को 4 बजे एक बस जाती है जो आपको शरची गाँव में 6 बजे तक पहुँचा देगी। इस रूट पर गाड़ियाँ कम ही चलती हैं इसलिए हिच हाइकिंग अच्छा ऑप्शन नहीं है।
इन चीजों का रखें ख्यालः
1- शरची को अच्छे-से घूमना है तो इंटरनेंट पर कम और स्थानीय लोगों पर ज्यादा विश्वास करें, वो आपको सही-सही जानकारी देंगे।
2- इस खूबसूरत जगहों पर जब किसी ट्रेक पर जाएं तो अपने साथ कुछ खाने-पीने को लेकर जाएं क्योंकि रास्ते में आपको कुछ नहीं मिलेगा।
3- जिम्मेदार इंसान और घुमक्कड़ बनें। पहाड़ों में गंदगी न फैलाएं, हर चीज डस्टिबन में डालें।
4- शरची गाँव में एयरटेल का नेटवर्क सबसे अच्छा आता है। बाकी नेटवर्क थोड़े कम आते हैं।
5- गाँव में कोई एटीएम नहीं है। इसलिए अपने साथ पहले से ही जरूरत से ज्यादा कैश लेकर आएं।
6- यहाँ पर कोई पेट्रोल पंप और अस्पताल भी नहीं है।
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