पहाड़ों में अक्सर लोग फेमस जगहों पर जाते हैं लेकिन जाना चाहिए अनजानी जगहों पर। जगहों आपका स्वागत लोग प्यार से करें, जहाँ शांति हो और आप आराम से घंटों प्रकृति को निहार सके। पहाड़ों में ऐसी बहुत सारी जगहें हैं, बस आपके वहाँ पहुँचने की देर है। ऐसी ही एक जगह है हिमाचल में। शिमला की भीड़, शोर-शराबे से दूर पहाड़ों का जीवन देखने और जीने का मौका देता है, मशोबरा कस्बा। सर्दियों में मशोबरा के चारों तरफ सफेद की चादर बिछ जाती है। तब ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं लगती है।
मेरी बेस्टफ्रेंड और मैंने डिसाइड किया कि हम दिल्ली की व्यस्त और और उबाउ जिंदगी से थोड़ा दूर जाएँगे। इसके लिए हमने जगह चुनी हिमाचल का एक छोटा-सा कस्बा, मशोबरा। साल के पहले दिन हमारे इस सफर की यात्रा शुरू हुई, जो बहुत कठिन और एडवेंचर्स होने वाली थी।
सुबह 5 बजे जब हम शिमला पहुँचे तो सफेद चादर और कंपकंपा देने वाली ठंड ने हमारा स्वागत किया। सड़क पर बर्फ ही बर्फ थी जिससे चलने में फिसलन हो रही थी। घरों के छतों पर भी बर्फ की चादर थी। दूध वाले और अखबार वाले ज़रूर अपना काम करते हुए दिखाई दे रहे थे। कुछ अलाव भी जल रहे थे जो टूरिस्टों को गर्मी देने का काम कर रहे थे। हमारा डाइवर हमें लेने आया। उसने हमारा स्वागत बहुत अच्छे से किया। हमें स्थानीय लोगों के साथ कुछ मुद्दों पर बात करते हुए गर्म-गर्म चाय पी।
लगभग एक घंटे के बाद हम अपनी मंजिल पर पहुँचे। यहाँ से हम जहाँ तक देख पा रहे थे, हमें बर्फ ही बर्फ नज़र आ रही थी। इस खूबसूरत नज़ारे को देखकर हम बहुत खुश थे। ये शानदार नज़ारा हम क्लाउडबेरी होटल के कमरे में बैठकर देख रहे थे। पहाड़ के घरों में गजब का आकर्षण होता है। ज्यादातर घर लकड़ी के बने होते हैं, ऐसा लगता है कि यहाँ से कहीं ना जाया जाए।
हम सर्दियों में यहाँ आए थे, थोड़ी सूरज की किरणें घर के शीशें से अंदर आ रही थी। बाहर जो खूबसूरत नज़ारा था, उसे और खूबसूरत बना रहीं थीं सूरज की किरणें। कुछ देर बाद हमने नूडल्स लिए और इस कीमती नज़ारे को देखने के लिए धूप में बैठ गए। यहाँ सिर्फ सोफे ही नहीं थे जिन पर बैठे-बैठै हम पूरा दिन निकाल सकते थे। इसके अलावा यहाँ पर बहुत सारी किताबें थीं जिनको पढ़ते हुए आप खुद को व्यस्त रख सके हैं। कोई टी.वी. देखता है तो कोई क्लाउडबेरी वाइल्डलाइफ देखने जाता है।
असली खूबसूरती तो अभी बाकी थी!
क्लाउडबेरी की बनावट और उसकी खूबसूरती की प्रशंसा करते हम थक नहीं रहे थे। लेकिन अभी तो ये शुरूआत थी। क्लाउडबेरी का असली खज़ाना तो अभी देखना बाकी थी। ये खूबसूरती हमें बेडरूम में जाकर दिखी।
क्लाउडबेरी का मास्टर बेडरूम देखकर आपकी आँखें खुली की खुली रह जाएगी। ऐसे बेडरूम में रहना हर किसी की चाहत होती है। एक बड़ा-सा कमरा, उसे में डला लाजवाब बेड और पास में हैं दो खिड़कियाँ जहाँ से नज़र आ रहे हैं बर्फ से ढके पहाड़। यहाँ से हम खूबसूरत मशोबरा, पहाड़ और बदलते आसमां के रंग को देख पा रहे थे। रात में तो हम मंत्रमुग्ध हो गए जब आसमां में लाखों तारे थे और हम अपनी खिड़की से वो नज़ारा देख रहे थे। दूर किसी पहाड़ी गाँव की टिमटिमाती लाइट पहाड़ को जगमग कर रही थी। ऐसा लग रहा था कि हम किसी एक गोले में बैठकर अंतरिक्ष की सैर कर रहे हैं और हर नज़ारा हमारे लिए एक आश्चर्य है।
क्लाउडबेरी का दूसरा कमरा घर के दूसरे छोर पर है। जो मास्टर बेडरूम की तरह तो नहीं लेकिन अच्छा है। कमरे में एक साफ और बड़ा बाथरूम है। अच्छी बात ये है कि इस कमरे से किचन बहुत पास है। अक्सर दोस्त और फैमली देर रात तेज भूख की शिकायत करते हैं। ऐसे में उनको यहाँ उस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलाव यहाँ का किचन और डाइनिंग एरिया भी गर्म था। एक सुबह जब दीक्षा जल्दी उठी तो उसे पेनकेक दिया गया। हमने अपना ब्रेकफास्ट किया और अपनी चारों तरफ के खूबसूरत नज़ारे को निहारा।
मुझ क्यों पसंद है ये?
क्लाउडबेरी की सजावट और सहुलियत मुझे बहुत पसंद है। खासकर ये अनलिमिटेड जगह देता है। बाकी के होटलों में ऐसा लगता है कि मैं किसी पिंजरे में रह रही हूँ। क्लाउडबेरी से प्रकृति का जो नज़ारा दिखाई देता है, वो तो मन मोहने वाला है। सर्दियों में बर्फ से ढके पहाड़ और गर्मियों में हरियाली ही हरियाली। ऐसी ही सुंदरता देता है क्लाउडबेरी। अगर आप कवि हैं, कलाकार हैं या प्रकृति प्रेमी हैं और नेचर के साथ डेट पर जाना चाहते हैं तो ये जगह आपके लिए परफेक्ट है।
पैसे कितने लगे?
क्लाडबेरी में एक रात के ठहरने की लागत ₹3,999 है जिसमें एक लिविंग एरिया, किचन, डाइनिंग एरिया, दो कमरे, दो बाथरूम और एक बड़ी बालकनी की सुविधा है।
ये जगह देखीं
हमने ज्यादातर समय स्नोमैन बनाने, बर्फ में खेलने और स्नोबाॅल से झगड़ने में बिताया। क्लाउडबेरी के पास ही एक खूबसूरत पैदल मार्ग है। यहाँ जाकर आपको बेहद अच्छा लगेगा, यहाँ से आप सूरज को डूबते हुए देख सकते हैं। सूर्यास्त का ये नज़ारा आपको बेहद पसंद आएगा। इसके अलावा आप मशोबरा के मार्केट में जा सकते हैं। इस कस्बे को पैदल देख सकते हैं। इसके अलावा आप रिजर्व फॉरेस्ट सैंक्चुरी, महासू देवता मंदिर और तत्ता पानी नदी की यात्रा भी कर सकते हैं, जहाँ रिवर राफ्टिंग और हॉट पूल में नहा भी सकते हैं।
परफेक्ट डेस्टिनेशन
ये उन लोगों के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है जो लंबी छुट्टी पर नहीं जा सकते, खासकर नौकरी करने वालों के लिए। मेरी बेस्टफ्रेंड और मैं एक साथ लंबी छुट्टी पर नहीं जा सकते। इसलिए मशोबरा हमारे लिए एक यादगार और खूबसूरत सफर रहा। हम रात 9 बजे दिल्ली से बस में बैठे और अगले दिन सुबह 5ः30 बजे शिमला पहुँचे। एक घंटे बाद 6ः30 बजे हम मशोबरा में थे। इसलिए अगर आप ठीक समय आने पर अपने दोस्त और परिवार के लिए ऐसी जगह खोज रहे हैं। जहाँ अपनों के साथ अच्छा समय बिता सकें तो आपको द् क्लाउडबेरी को अपनी ट्रैवल लिस्ट में जोड़ लेना चाहिए। मैं आपसे वादा करती हूँ कि आप वहाँ जाएँगे तो मुझे बाद में थैंक्यू ज़रूर बोलेंगे।
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