लद्दाख के बेहद ऊँचाई वाले हिमालयी दर्रे, जहां से दिखाई देते हैं दुनिया के सबसे सुंदर नजारे

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Photo of लद्दाख के बेहद ऊँचाई वाले हिमालयी दर्रे, जहां से दिखाई देते हैं दुनिया के सबसे सुंदर नजारे by Rishabh Dev

लद्दाख भारत की वो जगह है, जहाँ हर घूमने वाला एक बार ज़रूर जाना चाहता है। लद्दाख को ‘लैंड ऑफ पास’ के नाम से भी जाना चाहता है। लद्दाख में आपको लगभग हर जगह ऊँचाई पर स्थित हिमालयी दर्रा मिल जाएगा। ये हिमालयी दर्रे लद्दाख की यात्रा को रोमांचक और खूबसूरत बनाते हैं। यहाँ से दिखाई देने वाला नजारा आँखों में बस जाता है। हर कोई हन हिमालयी पास को देखने की हसरत रखता है। लद्दाख के कुछ हिमालयी दर्रे काफ़ी लोकप्रिय हैं और कुछ दर्रे ज़्यादा फ़ेमस नहीं है। मैं आपको लद्दाख के चुनिंदा हाई माउंटेंन पास के बारे में बताने जा रहा हूँ।

लद्दाख के हिमालयी दर्रे:

1- तांगलांग ला

मनाली-लेह हाईवे पर स्थित सभी माउंटेन पास में सबसे ऊँचाई पर स्थित है तांगलांग ला हिमालयी दर्रा। तांगलांग ला समुद्र तल से 5,328 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। लद्दाख के लेह ज़िले में स्थित तांगलांग ला डेबरिंग और रूमत्से के बीच में पड़ता है। आपको यहाँ पर खूब सारी बर्फ़ देखने को मिल जाएगी। तांगलांग ला मनाली से 365 किमी. और लेह से 108 किमी. की दूरी पर स्थित है। यहाँ से दिखाई देने वाला नजारा आप कभी भी नहीं भूल पाएँगे। लेह-मनाली की यात्रा के दौरान आपको तांगलांग ला पास ज़रूर मिलेगा। यहाँ पर कुछ देर ठहकर आपको इस जगह की सुंदरता और सर्द हवा को महसूस करना चाहिए।

समुद्र तल से ऊँचाई: 5,328 मीटर।

लेह से दूरी: 108 किमी.।

2- जोजिला पास

जोजिला पास लद्दाख की सबसे ख़तरनाक सड़कों में से एक माना जाता है। जोजिला पास समुद्र तल से 3,528 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। जोजिला पास श्रीनगर और लेह को आपस में जोड़ता है। जोजिला पास की कुल दूरी लगभग 9 किमी. है लेकिन रास्ता इतना संकरा है कि इसको पार करने में कई बार घंटों लग जाते हैं। सर्दियों में यहाँ पर खूब बर्फ़बारी होती है, इस वजह से रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है। इस जगह का एक ऐतिहासिक महत्व भी है। 1948 में इसी जोजिला पास पर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था। जोजिला पास का नजारा इस जगह की अहमियत को और बढ़ा देता है।

समुद्र तल से ऊँचाई: 3,528 मीटर।

लेह से दूरी: 315 किमी.।

3- पेन्सी ला

पेन्सी ला लद्दाख के सबसे महत्वपूर्ण हिमालयी दर्रे में से एक है। पेन्सी ला को ‘जांस्कर का प्रवेश द्वार’ भी कहा जाता है। पेन्सी ला पास लद्दाख की सुरू घाटी को जांस्कर से जोड़ता है। श्रीनगर रूट पर पेन्सी ला से ही लद्दाख की शुरूआत हो जाती है। पेन्सी ला समुद्र तल से 4,400 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इतनी ऊँचाई पर होने की वजह से पेन्सी ला से बेहद सुंदर नजारा देखने को मिलता है। पेन्सी ला दर्रा ग्लेशियर लेक और द्रंग द्रंग ग्लेशियर के पास में स्थित है। इसके अलावा रंगदुम मठ भी पास में है। कुदरत की सुंदरता का एक नजारा आपको यहाँ देखने को मिलेगा। आपको ज़िंदगी में एक बार श्रीनगर-लेह की यात्रा ज़रूर करनी चाहिए।

समुद्र तल से ऊँचाई: 4,400 मीटर।

लेह से दूरी: 367 किमी.।

4- नमिका ला

जिस तरह से लेह-मनाली हाईवे पर कई सारे हिमालयी दर्रे स्थित हैं। ठीक वैसे ही श्रीनगर-लेह हाईवे पर भी कई सारे हिमालयी दर्रे हैं। उन्हीं में से एक है, नमिका ला। नमिका ला हिमालयी दर्रा समुद्र तल से 3,700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। नमिका ला को ‘पिलर ऑफ स्काई पास’ भी कहा जाता है। नमिका ला लेह को श्रीनगर से जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 1 पर स्थित है। ये हिमालयी दर्रा मुल्बेक घाटी के रास्ते में पड़ता है। नमिका ला पास पर एक बौद्ध गोंपा भी है जिसे आप देख सकते हैं। यहाँ से आप बर्फ़ से ढँके हुए पहाड़ के सुंदर नज़ारों को देख पाएँगे। ऐसे नज़ारे रोज-रोज देखने को नहीं मिलते हैं। इस जगह तक पहुँचने के लिए काफ़ी कठिन रास्ता तय करना पड़ता है।

समुद्र तल से ऊँचाई: 3,700 मीटर।

लेह से दूरी: 165 किमी.।

5- फोटु ला

फ़ोटू ला पास भी श्रीनगर-लेह हाईवे पर स्थित है। श्रीनगर-लेह हाइवे पर फ़ोटू ला सबसे ऊँची जगह है। फ़ोटू ला हिमालयी दर्रा समुद्र तल से 4,108 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। फ़ोटु ला को पार करने के बाद ही आप जोजिला पास की तरफ़ पहुँचेंगे। पूरे पास के रास्ते के दौरान आपको चारों तरफ़ बर्फ़ ही बर्फ़ देखने को मिलेगी। सर्द हवा से आपको थोड़ी दिक़्क़त हो सकती है लेकिन ऐसी सुंदर जगह के लिए इतनी दिक़्क़त तो झेली ही जा सकती है। बाइकर्स के लिए फ़ोटू ला का रास्ता सबसे बढ़िया माना जाता है। ये जगह आपके ज़ेहन में लंबे समय तक रहेगी।

समुद्र तल से ऊँचाई: 4,108 मीटर।

लेह से दूरी: 128 किमी.।

6- खारदुंग ला

खारदुंग ला लद्दाख की सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है। लेह शहर से खारदुंग ला लगभग 40 किमी. की दूरी पर है। खारदुंग ला समुद्र तल से 5,359 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। खारदुंग ला हिमालयी दर्रा दुनिया के सबसे ऊँचे पर्वतीय दर्रों में से एक है। यदि आप लद्दाख की नुब्रा वैली और श्योक जाएँगे तो आपको खारदुंग ला को पार करना ही पड़ेगा। खारदुंग ला बेहद सुंदर-सुंदर नजारा देखने को मिलता है। यहाँ से आपको सियाचिन ग्लेशियर भी देखने को मिलेगा। खारदुंग ला पर जमकर बर्फ़बारी होती है और हाड़ कंपा देने वाली हवा चलती है। लेह लद्दाख जाएँ तो खारदुंग ला जाना बिल्कुल भी ना भूलें।

समुद्र तल से ऊँचाई: 5,359 मीटर।

लेह से दूरी: 40 किमी.।

7- चांग ला

चांग ला लद्दाख का एक और शानदार हिमालयी दर्रा है। चांग ला समुद्र तल से 5,360 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। चांग ला दुनिया का तीसरा सबसे ऊँचाई पर स्थित मोटरेबल रोड वाला दर्रा है। चांग ला अपने खूबसूरत दृश्यों के लिए तो जाना ही जाता है, इसके अलावा यहाँ गाड़ी चलाने का भी एक अलग अनुभव है। जब आप पैंगोंग लेक और चांगथांग जाएँगे तो इस लद्दाख के चांग ला पास को तो पार करना ही पड़ेगा। इस दौरान आप यहाँ कुछ देर ठहरकर इन सुंदर नज़ारों का लुत्फ़ उठा सकते हैं। यहाँ पर भी खूब बर्फ़बारी होती है और चारों बर्फ़ ही बर्फ़ देखने को मिलती है। लद्दाख के इन हिमालयी दर्रों के अलावा भी कई सारे दर्रे हैं जिनमें मार्सिमिक ला और सासेर ला पास भी शामिल है।

समुद्र तल से ऊँचाई: 5,360 मीटर।

लेह से दूरी: 76 किमी.।

क्या आपने कभी लद्दाख के इन हिमालयी दर्रों की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

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