दोस्तों, दिल्ली जो की ऐतिहासिक धरोहर का शहर माना जाता है। यहाँ पर कई ऐसी ऐतिहासिक इमारतें देखने को मिलती हैं, जिन्हें लोग दुनियाभर में जानते है। भले ही आप इस शहर के रहने वाले हो या न हो, काफी कम लोगों ने ही दिल्ली की ऐतिहासिक जगहों को न देखा होगा। और सबसे दिलचस्प बात तो ये है दोस्तों, कि मूल रूप से दिल्ली से होते हुए भी बहुत से लोगों को यहाँ की कुछ छुपी हुई ऐतिहासिक जगहों के बारे में बिल्कुल भी नहीं पता। तो अगर आप भी उन्हीं लोगों में से एक हैं, जिन्हें सिर्फ इंडिया गेट या लाल किला के बारे में ही पता है, तो चिंता करने की कोई बात नहीं। क्योंकि आज हम आपको दिल्ली की कुछ छुपी हुई ऐसी ऐतिहासिक जगहों के बारे में बताएंगे जहाँ आप इस वीकेंड अपनी फैमिली को इन अनदेखी जगहों पर घुमाने के लिए ले जा सकते हैं। या फिर खुद अपने दोस्तों के साथ घूमने का प्लान बना सकते हैं। तो फिर आइए जानते हैं।
1. हिजड़ों का खानकाही
दोस्तों, दिल्ली के कुतुब मीनार के पास यह ऐसी जगह है जिसका शायद ही किसी ने नाम सुना होगा। इस जगह को हिजड़ों के खानकाह के नाम से जाना जाता है। आप इसके नाम से ही समझ गए होंगे कि यह जगह किन लोगों के लिए बनी है। यह जगह किन्नरों के समुदाय को समर्पित है। यह जगह अपने आप में खास महत्व रखती है। यह स्थान किन्नरों के सम्मान में बना एक स्मारक है। तो अगर आप दिल्ली में किसी एकांत स्थान पर घूमना चाहते हैं, तो एक बार यहाँ जरूर जाएं।
कहाँ: वार्ड 6, महरौली, नई दिल्ली।
कैसे पहुंचे: दोस्तों, इस जगह के सबसे पास का मेट्रो स्टेशन कुतुब मीनार है; आप वहाँ से ऑटो लेकर या अपनी सुविधा नुसार कैब द्वारा आसानी से इस जगह पहुंच सकते हैं। इस जगह के लिए सीधा ऑटो या कैब भी एक अच्छा विकल्प है। जिससे आपको कही ज्यादा भटकना नहीं पड़ेगा।
2. चुन्नमल हवेली
दोस्तों, दिल्ली की सबसे पुरानी गलियों में स्थित होने की वजह से, ये हवेली कहीं खो चुकी है जो आज भी काफी लोगों की नजरों से बची हुई है। दोस्तों, दिल्ली के चांदनी चौक में मौजूद 'छुन्नामल हवेली' को साल 1848 में लाला राय छुन्नामल द्वारा बनवाया गया था। ब्रिटिश भारत के दौरान छुन्नामल भारत के पहले म्युनिसिपल कमिश्नर थे। अब छुन्नामल की 10 वीं पीढ़ी इस हवेली की देखभाल कर रही है। इस हवेली में कुल 128 कमरे भी हैं। दिल्ली की ये छुपी हुई जगह, लगभग 140 दुकानों से घिरी हुई है। अगर आप इधर आते हैं, तो आपको यहाँ एक बार घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए।
कहाँ: 838, चांदनी चौक रोड, कटरा नील, नई दिल्ली।
कैसे पहुंचे: दोस्तों, यहाँ का निकटतम मेट्रो स्टेशन चांदनी चौक है, आप चांदनी चौक में कटरा नील के लिए एक ऑटो भी ले सकते हैं और फिर वहाँ से पैदल चलकर भी जा सकते हैं।
3. भारद्वाज झील असोला
दक्षिणी छोर पर स्थित यह झील, दिल्ली की एक और ऐसी जगह हैं जिसके बारे में ज़्यादा लोगों शायद ही पता होगा। यह शानदार और खूबसूरत झील, असोला वन्यजीव अभयारण्य में स्थित है। यह क्षेत्र दिल्ली के वन्यजीव विभाग द्वारा आरक्षित है। यहाँ कई पक्षियों और जानवरों को भी देखा जा सकता है।
कहाँ: असोला वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी, असोला, नई दिल्ली।
कैसे पहुंचे: इस जगह आने के लिए यहाँ का निकटतम मेट्रो स्टेशन बदरपुर है, उसके बाद आप ऑटो या कैब कर के भी वन्यजीव अभयारण्य तक पहुंच सकते है, फिर वहाँ से झील तक चलना पड़ता है।
4. मजनू का टीला: तिब्बती कॉलोनी
दोस्तों, इसे ‘द लिटिल तिब्बत’ भी कहा जाता है, यह स्थान तिब्बत से आए शरणार्थियों का घर है, जिन्होंने अपने आध्यात्मिक लीडर महान दलाई लामा का देश में निर्वासन किया था। उत्तरी दिल्ली का यह खंड तिब्बती संस्कृति के बारे में काफी स्पष्ट प्रदर्शन प्रदान करता है। मंदिरों, कैफ़े, रेस्तरां, किताबों की दुकानों और इस स्थान के गेस्ट हाउस का रूप आपको पूरी तरह से तिब्बत का एहसास दिलाएगा। दोस्तों, उत्तरी दिल्ली का ये बेहतरीन स्थान मंदिरों, रेस्टोरेंट, कैफे, किताबों की दुकानों और गेस्ट हाउस के रूप में भी बहुत ज्यादा फेमस है।
कहाँ : जीटी रोड, नई दिल्ली।
कैसे पहुंचे: दोस्तों, यहाँ आने के लिए आप विधानसभा मेट्रो स्टेशन के लिए मेट्रो ले सकते हैं या उस जगह के लिए कैब या ऑटो की मदद से यहाँ तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
5. जमाली कमली मस्जिद और मकबरा
दोस्तों, यह मस्जिद दिल्ली के महरौली में स्थित है। महान सूफी संत शेख जमाली कम्बोह और कमाली के आम आदमी की कब्र होने की वजह से, जमाली कमली मस्जिद और मकबरे दिल्ली के छिपे हुए बेशुमार रत्नों में से एक है। यहाँ पर एक मस्जिद और एक मकबरा स्थित है। जिसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे। इसलिए एक बार यहाँ ज़रूर होकर आए।
कहाँ : पुरातत्व ग्राम परिसर, महरौली, नई दिल्ली।
कैसे पहुंचे : दोस्तों, यहाँ का निकटतम मेट्रो स्टेशन कुतुब मीनार है, और आप वहाँ से छतरपुर मेट्रो स्टेशन पर भी उतर सकते हैं, फिर उसके बाद वहाँ से आप ऑटो रिक्शा ले सकते हैं। या फिर अपनी सुविधानुसार डायरेक्ट कैब या ऑटो से भी पहुंच सकते हैं।
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