अगर आप एक ऐसे घुमक्कड़ है जो रटी रटाई जगहों से हटकर कर किसी शांत,खूबसूरत और नई जगह की तलाश में है तो गोवा की यह जगह आपके लिए एकदम परफेक्ट है। जी हां गोवा जाने वाले पर्यटक वहां के बीच,चर्च और नाइट लाइफ तक ही सीमित रह जाते है पर गोवा में आपको इससे कही ज्यादा ही देखने को मिल सकता।तो आज हम आपको गोवा की एक ऐसी ही जगह पर ले चलेंगे जो अकसर यहां आने वाले पर्यटकों की नजरों से बच जाता है।इस hidden gem को देखकर आपकी गोवा के प्रति राय बदल जायेगी।समुंद्र तट से दूर घने जंगल के बीच इस खूबसूरत और ऐतिहासिक जगह को एक्सप्लोर करना आपके लिए एकदम आया अनुभव होगा,तो बैग पैक कर लीजिए और चलिए हमारे साथ गोवा के इस hidden gem को एक्सप्लोर करने।
तांबडी सुरला मंदिर
गोवा की राजधानी पणजी से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर घने जंगलों के बीच स्थित तांबडी सुरला मंदिर भगवान शिव का एक बेहद प्रसिद्ध मंदिर है।बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 12 वी शताब्दी के कदंब यादव वंश के द्वारा कराया गया था।इस खूबसूरत मंदिर को देखकर आपको इसकी प्राचीनता का आभास स्वयं ही हो जायेगा।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह एक इकलौता मंदिर है जो कदंब वंश का साक्षी है।इसलिए इस मंदिर को कदंब महादेव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।अद्भुत वास्तुकला और नक्काशी में बना यह मंदिर देखने में बहुत ही भव्य और खूबसूरत लगता है।वैसे तो गोवा में बहुत से मंदिर हुआ करता था परंतु सभी मंदिरों को विदेशी आक्रमण के दौरान घ्वस्त कर दिया गया।यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जो बचा रह गया।
तांबडी सुरला मंदिर की संरचना
गोवा स्थित भगवान भोलेनाथ के इस प्राचीन मंदिर के उत्पति और वास्तुकला के विषय में कुछ ठीक ठीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता।इस मंदिर का निर्माण एक ऐसे जगह पर किया गया जो काफी दुर्गम और एकांत में स्थित है।मंदिर की संरचना की बात करे तो ये अन्य मंदिरों की अपेक्षा क्षेत्रफल में कुछ छोटा है।वास्तुकला की दृष्टि से देखे तो इसका कोई जवाब नहीं परंतु आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इस मंदिर का शीर्ष भाग आज भी अधूरा है ये कभी पूरा नहीं किया जा सका।मंदिर का मुख पूर्व दिशा की ओर है,जिससे सूर्योदय के समय सूर्य की किरणे सीधे भोलेनाथ पर पड़ती है।मंदिर के मंडप के बीच में शिव जी के परम भक्त नंदी विराजमान है और उनके चारो ओर चार खंभे है जो क्षतिग्रस्त अवस्था में है।मंदिर में भगवान शिव के अलावा ब्रह्मा जी और भगवान विष्णु की मूर्ति भी स्थापित है।दीवारों की नक्काशी में आपको कदंब वंश झलक साफ दिखाई देंगी।
गोवा के एक नए रूप से होगा परिचय
गोवा हमेशा ही लोगो के जेहन में बीच और चर्चों के एक समूह के रूप में दिखा है या फिर मौज मस्ती से भरे नाइट लाइफ के लिए ही लोगो ने गोवा को जाना है।लेकिन जब आप गोवा के इस डेस्टिनेशन पर पहुंचते हैं तो आप गोवा के नए रूप से परिचित होंगे।वन्यजीव अभयारण्य में मौजूद इस मंदिर के चारों तरफ सिर्फ और सिर्फ हरियाली दिखेगी जो गोवा के आम परिदृश्य से पूरी तरह से अलग होता है।साथ ही इस प्राचीन मंदिर में आपको ऐतिहासिकता की झलक देखने को मिलेगी।
महाशिवरात्रि पर होता है उत्सव का आयोजन
गोवा का hidden gem होने के कारण ही यह मंदिर कई विदेशी आक्रमणों से बचा रह पाया।यह गोवा के घने जंगलों के बीच स्थित जिस कारण ज्यादातर पर्यटकों की नजरों से यह बचे रह जाते है और वे इस खूबसूरत सी जगह को मिस कर जाते है। लेकिन अभी कुछ दिनों से यह पर्यटकों के आर्कषण का केंद्र बन गया है।अगर आप भी गोवा की ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो आपको अपने ट्रिप में से एक दिन इस hidden gem को जरूर देना चाहिए। सच मानिए आपको बिलकुल ही अलग सा अनुभव होगा।अगर आप यहां महाशिवरात्रि के समय जाते है तो आपको और भी ज्यादा अच्छा लगेगा।क्योंकि महाशिवरात्रि पर यहां उत्सव का आयोजन किया जाता है ।
तांबडी सुरला मंदिर का समय
अगर आप भगवान तांबडी सुरला मंदिर घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको बता दें कि इस मंदिर के द्वार (पट) सुबह 7:30 बजे से शाम के 5:30 बजे तक खुले रहते हैं।इस दौरान आप यहां भोलेनाथ के दर्शन कर सकते है।
तांबडी सुरला मंदिर घूमने का सबसे अच्छा समय
यदि आप गोवा के इस मंदिर को घूमने का प्लान बना रहे है तो आपको यहां जाने के लिए नवंबर से लेकर मार्च तक का समय चुनना चाहिए।इस दौरान यहां का मौसम काफी सुखद होता है।साथ ही महाशिवरात्रि के दौरान आपको यहां की संस्कृति और सभ्यता को जानने का मौका भी मिल जायेगा और आपको यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा भी नहीं होगी।
तांबडी सुरला मंदिर के आस पास के आकर्षण
इस मंदिर के आस पास भी कई ऐसे जगह है जहां आप जा सकते है जैसे तांबडी सुरला वॉटरफॉल जो की यहां का सबसे बड़ा आर्कषण है इसके अलावा आप बोंडला वन्यजीव अभयारण्य,मोलमेल नेशनल पार्क,सहयाद्रि स्पाइस फार्म ,दूधसागर वृक्षारोपण और फार्मस्टे ,भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य आदि यहां के मुख्य आकर्षण है जहा आप जा सकते है।
कैसे पहुंचे
यह सदियों पुराना मंदिर गोवा के तम्बडी सुरला गांव में मौजूद है। यह तम्बडी सुरला गांव, बॉलकॉर्न्म गांव से करीब 13 किमी दूर भगवान महावीर अभयारण्य और मॉल्लेम नेशनल पार्क के पास मौजूद है।अगर आप हवाई मार्ग का चुनाव करते हैं तो आपको बता दें कि गोवा शहर का डाबोलिम एयरपोर्ट या गोवा एयरपोर्ट तांबडी सुरला मंदिर के सबसे नजदीक हैं। एयरपोर्ट से तांबडी सुरला मंदिर की दूरी लगभग 68 किलोमीटर हैं।अगर आप ट्रेन से यहां जाना चाहते है तो आपको बता दें कि यहां का सबसे नजदीकी रेल्वे स्टेशन थिविम (Thivim) हैं। रेल्वे स्टेशन से तांबडी सुरला मंदिर की दूरी लगभग 58 किलोमीटर हैं।अगर आप सड़क मार्ग से यहां जाना चाहते है तो आपको बता दें कि यहां का सबसे नजदीकी बस स्टैंड तांबडी सुरला मंदिर से लगभग 66 किलोमीटर की दूरी पर पणजी का बस स्टैंड हैं। पणजी बस स्टैंड से आप यहां चलने वाले स्थानीय साधनों के माध्यम से तांबडी सुरला मंदिर पहुंच जायेंगे।
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