भारत की हर जगह अपने आप में ख़ास है। इस देश में एक्सप्लोर करने के लिए काफ़ी कुछ है। हर प्रदेश घुमक्कड़ों के लिए अपना ख़ज़ाना लिए बैठा है। मध्य प्रदेश भी कई शानदार जगहों का घर है। मध्य प्रदेश के शहरी और ऐतहासिक जगहों को तो काफ़ी एक्सप्लोर किया जा रहा है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र अभी भी अछूता है। क्या आपने मध्य प्रदेश के ग्रामीण इलाक़ों की सैर की है? आइए आज हम आपको ग्रामीण मध्य प्रदेश की अनछुई जगहों की सैर पर ले चलते हैं।
1- थाडीपाथर गाँव
मध्य प्रदेश में कई सारे ऑफ़बीट गाँव है जिनको एक्सप्लोर किया जाना चाहिए। उनमें से ही एक है थाडीपाथर गाँव। थाडीपाथर मध्य प्रदेश के मरवास से 20-25 किमी. की दूरी पर है। इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता और हरे-भरे जंगल आपको स्वागत करते हैं। साफ़ हवा, शांति व सुकून और ग्रामीण जीवन शैली इस जगह को और भी ख़ास बनाती है। संजयडुब्री सैंक्चुरी और चरका वाटरफॉल गाँव से सिर्फ़ 2 किमी. की दूरी पर है। इस जगह के स्थानीय व्यंजन बेहद पसंद आएँगे। यहाँ पर कुछ होमस्टे हैं जिनमें आप ठहर सकते हैं।
2- मडला गांव
मध्य प्रदेश के ग्रामीण इलाक़ों की बात हो और बुंदेलखंड का जिक्र ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। मध्य प्रदेश का एक बेहद शानदार गाँव है, मडला। मडला एशिया की सबसे साफ़ नदी केन नदी के किनारे बसा है। खजुराहो से मडला 19 किमी. और पन्ना नेशनल पार्क से 7 किमी. की दूरी पर है। हरियाली से भरपूर ये गाँव वाक़ई में घूमने लायक़ है। यहाँ पर आप बुंदेलखंड की कला, संस्कृति, रीति-रिवाज और स्थानीय व्यंजन के बारे में रूबरू हो सकते हैं।
3- लाडपुरा ख़ास
लाडपुरा ख़ास गाँव मध्य प्रदेश का एक और ऑफ़बीट गाँव है। ये खूबसूरत गाँव बेतवा और गुरारी नदी के किनारे स्थित है। लाडपुरा ख़ास गाँव ओरछा से सिर्फ़ 7 किमी. और झाँसी से 20 किमी. की दूरी पर है। प्राकृतिक सुंदरता से भरे इस गाँव में आपको सुकून और शांति का एहसास होगा। यहाँ रहते हुए आप राजाराम की नगरी ओरछा को एक्सप्लोर कर सकते हैं। आपको मध्य प्रदेश के लाडपुरा ख़ास गाँव को देखने का प्लान ज़रूर बनाना चाहिए।
4- खोकरा गांव
खोकरा गाँव हरे-भरे जंगल में स्थित है। पहाड़ और गुफाओं से घिरे होने की वजह से इस जगह का नाम खोकरा पड़ा। खोकरा का अर्थ है, गहरी गुफाओं से घिरा हुआ। खोकरा गाँव मरवास के 20-25 किमी. की दूरी पर है और गाँव के चारों ओर बड़ी गुफाएँ हैं। ये गाँव संजय दुबरी अभयारण्य के पास में है। गाँव में गोंड और बैगा जनजाति के लोग रहते हैं जिनको औषधीय पौधों की पहचान है। इसके अलावा मध्य प्रदेश के खोकरा गाँव में ग्रामीण परिवेश और स्वच्छ हवा तो है ही।
5- खंबा गाँव
मध्य प्रदेश के जबलपुर के पास में एक गाँव है जिसके बारे में आपने बिल्कुल भी नहीं सुना होगा, खंबा गाँव। खंबा गाँव में आपको ग्रामीण परिवेश के साथ थोड़ा रोमांच का भी अनुभव मिलेगा। ये गाँव पेंच नेशनल पार्क के पास में स्थित है। आप यहाँ पर नेशनल पार्क को तो एक्सप्लोर कर ही सकते हैं। इसके अलावा यहाँ रहने वाले आदिवासी लोगों की जीवनशैली को भी समझ सकते हैं। यहाँ पर ठहरने के लिए तो कोई होटल नहीं है लेकिन यहाँ के लोग इतने अच्छे हैं कि आपको रहने की जगह तो मिल ही जाएगी।
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